शुक्रवार 8 दिसंबर का दिन पेटीएम (Paytm) के शेयरों के लिए थोड़ा राहत भरा रहा। 7 दिसंबर के कारोबार में 20 प्रतिशत तक की गिरावट देखने के बाद शुक्रवार को शेयर (Paytm Stock Price) में करीब 3 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली। छोटे पोस्टपेड लोन दिया जाना कम करने के फैसले की घोषणा के बाद ब्रोकरेजेस ने कंपनी के लिए रेवेन्यू अनुमान को कम कर दिया। इससे 7 दिसंबर को पेटीएम के शेयरों को भारी नुकसान झेलना पड़ा था और कारोबार के अंत में स्टॉक प्राइस 19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 661 रुपये के लेवल पर बंद हुआ था।
इसके उलट 8 दिसंबर को पेटीएम का शेयर सुबह बढ़त के साथ बीएसई पर 673.85 रुपये और एनएसई पर 669.70 रुपये पर खुला। इसके बाद शेयर में पिछले बंद भाव से करीब 3 प्रतिशत तक की तेजी आई और यह बीएसई पर 680 और एनएसई पर 679.85 रुपये के हाई तक गया। लेकिन कारोबार खत्म होते-होते यह फिर से लाल निशान में आ गया। शेयर बाजार बंद होने पर पेटीएम का शेयर करीब 1.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 652 रुपये के लेवल पर सेटल हुआ।
पोस्टपेड लोन हो सकते हैं आधे
पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Conmmunications) ने अपनी एनालिस्ट मीट में 50,000 रुपये से कम के छोटे साइज के पोस्टपेड लोन घटाने और बड़े साइज के पर्सनल लोन और मर्चेंट लोन (3 से 7 लाख की बीच का रेंज) बढ़ाने के प्लान की घोषणा की थी। पेटीएम ने अपनी एनालिस्ट मीट में कहा कि छोटे साइज के पोस्टपेड लोन कम करने के फैसले से उसके पोस्टपेड लोन आधे हो सकते हैं, लेकिन इसका मार्जिन या रेवेन्यू पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कंपनी ने इसके पीछे कारण दिया है कि पोस्टपेड की टेक रेट सबसे कम है और इसलिए रेवेन्यू पर असर न्यूनतम होगा।
कितना बड़ा है Paytm का लोन डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस
Paytm कई तरह के लोन देती है। इसमें पर्सनल लोन से लेकर मर्चेंट लोन और पेटीएम पोस्टपेड शामिल है। पिछले कुछ सालों में इसने अपने लोन बिजनेस को काफी बढ़ाया है। हालिया सितंबर तिमाही में कंपनी ने बतौर लोन 16,211 करोड़ रुपये बांटे, जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा महज 1,257 करोड़ रुपये का था। शेयरों की लिस्टिंग के बाद से पेटीएम की मार्केट वैल्यू करीब 1 लाख करोड़ रुपये घट चुकी है।