चीन के केंद्रीय बैंक के पास भारत में ₹40000 करोड़ का पोर्टफोलियो; ICICI Bank, HDFC Bank के साथ-साथ सरकारी कंपनी पावर ग्रिड में भी ले रखे हैं शेयर

चीन के केंद्रीय बैंक के पास अपनी किसी भी इंडिया पोर्टफोलियो कंपनी में 1% से अधिक हिस्सेदारी नहीं है। PBOC के पास आईटी कंपनी TCS के 3,619 करोड़ रुपये के शेयर हैं। कोटक महिंद्रा बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और बजाज फाइनेंस PBOC के अन्य टॉप बेट हैं, जहां निवेश की मार्केट वैल्यू 1,500 करोड़ रुपये से अधिक है

अपडेटेड Dec 30, 2024 पर 4:01 PM
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मार्केट वैल्यू के मामले में ICICI बैंक, PBOC का टॉप इंडियन बेट है।

चीन का केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBOC) भारत में चुपचाप अपना पोर्टफोलियो बना रहा है, जबकि भारत और चीन के बीच भू-राजनीतिक संबंध अशांत बने हुए हैं। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) की विभिन्न फाइलिंग से मनीकंट्रोल द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, PBOC के पास वित्त वर्ष 2024 के अंत में कम से कम 35 भारतीय कंपनियों के शेयर थे। इनकी पोर्टफोलियो वैल्यू लगभग 40,000 करोड़ रुपये थी।

मार्केट वैल्यू के मामले में ICICI बैंक, PBOC का टॉप इंडियन बेट है। PBOC के पास ICICI बैंक में 6,139 करोड़ रुपये के शेयर हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि PBOC के पास HDFC बैंक में 5,344 करोड़ रुपये के शेयर हैं, जबकि इसके पास इंफोसिस में 5,303 करोड़ रुपये के शेयर हैं। PBOC के पास भारत सरकार के मालिकाना हक वाली पावर ग्रिड कॉरपोरेशन में 1,414 करोड़ रुपये के शेयर भी हैं।

एक बार पहले चीनी निवेश को लेकर रह चुकी है चिंता


PBOC का नाम पहली बार 2020 में महामारी के पीक पर होने के दौरान पहले मौजूद HDFC के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में था, जिससे भारत में चीनी निवेश को लेकर चिंताएं पैदा हुई थीं। इसके कारण आखिरकार केंद्र सरकार ने 'प्रेस नोट 3' जारी किया था। इस नोट में उन सभी चीनी निवेशकों के लिए भारत सरकार की मंजूरी अनिवार्य कर दी गई, जो भारत की नॉन-लिस्टेड कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं। HDFC का अब HDFC बैंक में विलय हो चुका है।

हालांकि, लिस्टेड कंपनियों में चीनी निवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है। हालांकि कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अतीत में प्रेस नोट 3 प्रतिबंधों को दरकिनार करने के लिए चीनी निवेशकों द्वारा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) रूट के संभावित गलत इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई थी।

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भारत में PBOC का और किन कंपनियों में निवेश

डेटा से पता चलता है कि PBOC के पास आईटी कंपनी TCS के 3,619 करोड़ रुपये के शेयर हैं। कोटक महिंद्रा बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और बजाज फाइनेंस PBOC के अन्य टॉप बेट हैं, जहां निवेश की मार्केट वैल्यू 1,500 करोड़ रुपये से अधिक है। इसके अलावा PBOC के पास मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और अल्ट्राटेक सीमेंट में 1,100 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर हैं। बजाज फिनसर्व, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, और पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस भारत में PBOC के अन्य टॉप बेट्स में से हैं।

विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ICICI Bank में PBOC का पहला निवेश 2020 में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के दौरान आया था। उस वक्त PBOC ने ICICI बैंक में 15 करोड़ रुपये की खरीद थी। तब से PBOC ने बैंक में अपना एक्सपोजर बढ़ाया है और वर्तमान में ICICI बैंक में 0.67% का मालिक है। डेटा के अनुसार, चीन के केंद्रीय बैंक के पास अपनी किसी भी इंडिया पोर्टफोलियो कंपनी में 1% से अधिक हिस्सेदारी नहीं है।

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NSDL के आंकड़ों से पता चला है कि वर्तमान में चीन से नाता रखने वाले 17 FPI रजिस्टर्ड हैं। इनमें चीन की सरकार के मालिकाना हक वाली बेस्ट इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन और एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक शामिल हैं। बेस्ट इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन का मालिकाना हक चीन के सॉवरेन वेल्थ फंड 'चाइना इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन' (CIC) के पास है। डेटा से पता चला है कि बेस्ट इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन के पास भारत में इंफोसिस और पावर ग्रिड जैसी कंपनियों में केवल 800 करोड़ रुपये के शेयर हैं।

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