Persistent Systems Share Price: दिसंबर तिमाही के शानदार नतीजे के बाद ब्रोकरेज फर्म जेपीमॉर्गन के पॉजिटिव रुझान पर पर्सिस्टेंट सिस्टम्स के शेयर रॉकेट बन गए। बिकवाली के माहौल में भी इसके शेयर इंट्रा-डे में 4 फीसदी से अधिक उछल गए। मुनाफावसूली के बावजूद शेयरों ने अपना दम बनाए रखा है और आज बीएसई पर यह 4.71% की बढ़त के साथ ₹5796.55 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 4.92% उछलकर ₹5808.20 पर पहुंच गया था। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 4 जून 2024 को यह एक साल के निचले स्तर ₹3232.60 से छह महीने में यह 110% से अधिक उछलकर 20 दिसंबर 2024 को ₹6788.80 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। फिलहाल इस हाई से यह करीब 15 फीसदी डाउनसाइड है।
Persistent Systems के लिए कैसी रही दिसंबर तिमाही?
पर्सिस्टेंट सिस्टम्स के लिए दिसंबर तिमाही लगभग सभी मोर्चे पर मार्केट की उम्मीद के मुताबिक ही रही। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 14% उछलकर ₹373 करोड़ पर पहुंच गया जोकि मार्केट के ₹350 करोड़ के अनुमान से थोड़ा अधिक रहा। अमेरिकी डॉलर के टर्म में कंपनी का रेवेन्यू भी तिमाही आधार पर 5% उछलकर $36.02 करोड़ पर पहुंच गया और सीएनबीसी-टीवी18 के पोल में इसके $36.27 करोड़ होने का अनुमान लगाया गया था। रुपये के टर्म में मार्केट का अनुमान ₹3,060 करोड़ के रेवेन्यू का था लेकिन कंपनी का रेवेन्यू 5.7% उछलकर ₹3,062 करोड़ रहा। ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 0.90 पर्सेंटेज प्वाइंट उछलकर 14.9% पर पहुंच गया जबकि अनुमान 14.6% का था। कंपनी ने प्रति शेयर ₹20 के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान भी किया है।
ब्रोकरेज का क्या है रुझान?
जेपीमॉर्गन ने पर्सिस्टेंट सिस्टम्स को आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस ₹7,200 फिक्स किया है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि यह जितने स्टॉक को कवर कर रहा है, उसमें सबसे तेज यही कंपनी आगे बढ़ रही है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-27 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना 21% और अर्निंग्स 29% की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़ सकता है। ब्रोकरेज का कहना है कि मैनेजमेंट ने कठिन माहौल में भी अच्छा काम किया है और पिछले कुछ समय से इसके शेयरों में जो गिरावट आई है, उसने खरीदारी के लिए और अच्छा माहौल बना दिया है।
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