Petronet LNG के शेयरों को लगा 5% का झटका, Citi ने 'सेल' रेटिंग रखी बरकरार

Petronet LNG Share Price: पेट्रोनेट एलएनजी का मार्केट कैप 49100 करोड़ रुपये के करीब है। बीएसई के मुताबिक, शेयर एक साल में 44 प्रतिशत चढ़ा है। पेट्रोनेट एलएनजी हर साल अपने दाहेज टर्मिनल पर रिगैसिफिकेशन के लिए टैरिफ बढ़ाकर काफी मुनाफा कमा रही है

अपडेटेड Jan 02, 2025 पर 4:13 PM
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सिटी का मानना है कि PNGRB का ऑब्जर्वेशन Petronet LNG के लिए एक रेगुलेटरी जोखिम है।

Petronet LNG Stock Price: 2 जनवरी को Petronet LNG के शेयरों में इंट्राडे में 8 प्रतिशत की गिरावट आई और शेयर 317.95 रुपये के लो तक चला गया। कारोबार खत्म होने पर शेयर 5.6 प्रतिशत गिरावट के साथ 327.70 रुपये पर सेटल हुआ। ऐसा टैरिफ के संबंध में नेचुरल गैस रेगुलेटर PNGRB (Petroleum and Natural Gas Regulatory Board) की आलोचनात्मक टिप्पणियों और ब्रोकरेज सिटी के एक नोट के कारण हुआ। सिटी ने स्टॉक को 90-डे के निगेटिव वॉच में रखा है। PNGRB ने कहा है कि कंपनी ने गैस उपभोक्ताओं की कीमत पर मुनाफा कमाया है। रेगुलेटर रिगैसिफिकेशन गतिविधियों को अपने दायरे में लाने के लिए एक फ्रेमवर्क की तैयारी कर रहा है।

रेगुलेटर ने कहा कि Petronet LNG हर साल अपने दाहेज टर्मिनल पर रिगैसिफिकेशन के लिए टैरिफ बढ़ाकर काफी मुनाफा कमा रही है। कंपनी क्षमता विस्तार और बेहतर यूटिलाइजेशन का फायदा नहीं दे रही है। जैसे-जैसे देश भर में नए टर्मिनल स्थापित होते हैं, वे दाहेज के समान ही टैरिफ बेसिस का पालन करते हैं। इस पर फिर से विचार करने की जरूरत है।

रिगैसिफिकेशन गतिविधियों के लिए क्यों जरूरी है फ्रेमवर्क


PNGRB का मानना ​​है कि रिगैसिफिकेशन गतिविधियों को अपने दायरे में लाने से उचित प्राइसिंग और LNG के इंपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर का एफिशिएंट यूटिलाइजेशन सुनिश्चित होगा। रिगैसिफिकेशन की प्रक्रिया का इस्तेमाल एलएनजी को वापस नेचुरल गैस में बदलने के लिए किया जाता है। PNGRB की टिप्पणियों को अनिश्चितता या कंपनी की प्राइसिंग पावर के लिए जोखिम के रूप में देखा जा रहा है।

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सिटी की 'सेल रेटिंग बरकरार

सिटी ने 310 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस पर स्टॉक के लिए 'सेल' रटिंग को बरकरार रखा है। सिटी का मानना है कि PNGRB का ऑब्जर्वेशन Petronet LNG के लिए एक रेगुलेटरी जोखिम है। पेट्रोनेट एलएनजी का मार्केट कैप 49100 करोड़ रुपये के करीब है। बीएसई के मुताबिक, शेयर एक साल में 44 प्रतिशत चढ़ा है।

कंपनी ने दी सफाई

PNGRB की टिप्पणियों पर पेट्रोनेट एलएनजी की ओर से एक क्लैरिफिकेशन जारी हुआ है। इसमें कहा गया है कि PNGRB के पेपर में यह बात साफ तौर पर मेंशन है​ कि PNGRB एक्ट 2006 के मौजूदा प्रावधानों के अनुसार, एलएनजी टर्मिनल्स या इसके टैरिफ को रेगुलेट करना PNGRB के दायरे में नहीं आता है। ऐसे में एलएनजी टर्मिनल्स और इसके टैरिफ को रेगुलेट करने के लिए किसी भी रेगुलेशन के लिए PNGRB एक्ट 2006 में संशोधन की जरूरत है। पेट्रोनेट एलएनजी का दाहेज टर्मिनल देश के किसी भी अन्य टर्मिनल की तुलना में कॉम्पिटीटिव है और यहां सबसे कम रीगैस चार्जेस हैं। इस तरह के रीगैस चार्जेस पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड और विभिन्न यूजर्स/कैपेसिटी होल्डर्स के बीच समझौतों के आधार पर तय किए गए हैं।

इसके अलावा, एलएनजी रीगैस शुल्क उपभोक्ताओं को डिलीवर की गई गैस की कीमत का लगभग 5% से 6% ही होता है। साथ ही, देश में रीगैस टैरिफ बाजार द्वारा निर्धारित किया जाता है और रीगैस टर्मिनल बिजनेस में कोई एकाधिकार नहीं है।

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