Pinterest Share Price: डिजिटल पिनबोर्ड के रूप में जानकारियों की डिस्कवरी और पब्लिशिंग के अमेरिकी सोशल मीडिया सर्विस पिनटेरेस्ट के निवेशक धड़ाधड़ शेयरों की बिकवाली की। जैसे ही कंपनी ने तीसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर 2025 के कारोबारी नतीजे जारी किए जिसमें EPS उम्मीद से कमजोर रही और गाइडेंस भी कमजोर निकला तो निवेशक धड़ाधड़ शेयर बेचने लगे। इसके चलते पिनटेरेस्ट के शेयर धड़ाम हो गए और 20% टूट गए। कंपनी के ओवरऑल नतीजे की बात करें तो कुछ मोर्चे पर यह उम्मीद के मुताबिक ही रहा और कुछ में कंपनी ने बेहतर किया लेकिन कमाई के मोर्चे पर झटके ने शेयरों को तोड़ दिया।
Pinterest के लिए ऐसी रही सितंबर तिमाही?
सितंबर तिमाही में पिनटेरेस्ट की प्रति शेयर कमाई (EPS) 38 सेंट रही जोकि एलएसईजी (लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप) के 42 सेंट के अनुमान से काफी कम है। हालांकि रेवेन्यू उम्मीद के मुताबिक ही $105 करोड़ ही रही। पिनटेरेस्ट की सेल्स तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 17% बढ़ी जबकि नेट इनकम 201% उछलकर $9.21 करोड़ पर पहुंच गया। अब आगे को लेकर कंपनी का कहना है कि चौथी तिमाही में इसका रेवेन्यू $131-$134 करोड़ का हो सकता है और अगर इसके बीच के प्वाइंट यानी $132.5 करोड़ का रेवेन्यू इसे हासिल होता है तो यह वाल स्ट्रीट के $134 करोड़ के अनुमान से कम रह सकता है।
तीसरी तिमाही में पिनटेरेस्ट के 60 करोड़ वैश्विक मंथली एक्टिव यूजर रहे जोकि मार्केट के 59 करोड़ के अनुमान से अधिक रहा। दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 57.8 करोड़ का था। तीसरी तिमाही में कंपनी को $30.6 करोड़ का एडजस्टेड ऑपरेटिंग प्रॉफिट हुआ जोकि बाजार के $29.5 करोड़ के अनुमान से अधिक रहा। हालांकि अमेरिका और कनाडा में इसकी सेल्स $78.6 करोड़ रही जोकि स्ट्रीटअकाउंट के अनुमान $79.9 करोड़ से कम रही। तीसरी तिमाही में प्रति यूजर पिनटेरेस्ट का औसतन रेवेन्यू $1.78 रहा जोकि मार्केट के $1.79 के अनुमान से कम रहा।
पिनटेरेस्ट के सीईओ बिल रेडी (Bill Ready0 का कहना है कि एआई और प्रोडक्ट इनोवेशन में कंपनी का निवेश अब रिटर्न दे रहा है। उन्होंने कहा कि विजुअल सर्च में कंपनी लीडर बन चुकी है और इसने अपने 60 करोड़ कंज्यूमर्स क लिए अपने प्लेटफॉर्म को एआई से लैस शॉपिंग असिस्टेंट बना दिया है। पिनटेरेस्ट की फाइनेंस हेड जूलिया डॉनेली (Julia Donnelly) ने एक अर्निंग कॉल के दौरान कहा कि कंपनी को तीसरी तिमाही में अमेरिका और कनाडा में विज्ञापनों पर खर्च में कुछ कमी के संकेत देखने को मिले और इसकी वजह टैरिफ से जूझ रह कुछ बड़े अमेरिकी रिटेलर्स हैं। उनका कहना है कि इस टैरिफ से कंपनी के मार्जिन पर दबाव पड़ा है। चौथी तिमाही को लेकर उन्होंने कहा कि मार्केट में अनिश्चितता बनी हुई है और चौथी तिमाही में एक नए टैरिफ से होम फर्निशिंग कैटेगरी पर असर पड़ सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सितंबर में टिंबर के आयात पर 10% टैरिफ के साथ-साथ किचन कैबिनेट, बाथरूम वैनिटीज और इससे जुड़े फर्नीचर पर 25% ड्यूटी लगाने का ऐलान किया था।