Prostarm Info Share Price: पावर सॉल्यूशन प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी प्रोस्टार्म इंफो सिस्टम्स के शेयरों की करीब छह महीने पहले एंट्री हुई थी। अब आज इसके करीब ₹560 करोड़ के शेयरों का लॉक-इन खत्म हुआ तो शेयरों में काफी तेज हलचल दिखी। शुरुआती कारोबार में यह 2% से अधिक टूट गया। हालांकि निचले स्तर पर खरीदारी के रुझान पर इसमें शानदार रिकवरी हुई और इंट्रा-डे के निचले स्तर से करीब 9% रिकवर हो गया। फिलहाल बीएसई पर यह 2.89% की बढ़त के साथ ₹186.70 पर है। इंट्रा-डे में यह 2.42% गिरकर ₹177.05 तक आ गया था जिससे यह 8.90% रिकवर होकर ₹192.80 तक पहुंच गया।
Prostarm Info के कितने शेयरों का लॉक-इन हुआ खत्म?
नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के मुताबिक प्रोस्टार्म इंफो सिस्टम्स के छह महीने का लॉक-इन पीरियड गुरुवार को खत्म हो गया और अब ये ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो गए। नुवामा की रिपोर्ट के मुताबिक करीब 3.11 करोड़ शेयर यानी कंपनी की 53% आउटस्टैंडिंग इक्विटी अब ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो गई है। गुरुवार के क्लोजिंग प्राइस के हिसाब से इन शेयरों की वैल्यू करीब ₹560 करोड़ है। यहां ध्यान दें कि शेयरहोल्डर्स के शेयरों का लॉक-इन खत्म होने का मतलब ये नहीं है कि इनकी बिक्री ही होगी बल्कि इसका मतलब ये है कि अब ये ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो गए हैं यानी कि शेयरहोल्डर चाहें तो मुनाफा बुक कर सकते हैं।
अब तक कैसा रहा है शेयरों का सफर?
प्रोस्टार्म इंफो सिस्टम्स के शेयरों की घरेलू स्टॉक मार्केट में 3 जून 2025 को एंट्री हुई थी। इसके ₹169 करोड़ के आईपीओ को निवेशकों जबरदस्त रुझान मिला था और ओवरऑल इसे 96.68 गुना बोली मिली थी। इसके आईपीओ के तहत निवेशकों को ₹105 के भाव पर शेयर मिले थे जिसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में करीब 19% प्रीमियम पर एंट्री हुई थी। 10 दिन बाद यानी 13 जून 2025 को यह टूटकर ₹107.10 तक आ गया था जोकि लिस्टिंग के बाद इसका रिकॉर्ड निचला स्तर था। इस निचले स्तर से रॉकेट की स्पीड से यह 136.23% उछलकर अगले ही महीने 30 जुलाई 2025 को यह ₹253 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था। इस प्रकार महज एक ही महीने में इसने निवेशकों का पैसा डबल से अधिक कर दिया।
कंपनी की बात करें तो वर्ष 2008 में बनी प्रोस्टार्म इंफो सिस्टम्स पावर सॉल्यूशन प्रोडक्ट्स बनाती है। यह यूपीएस सिस्टम्स, इंवर्टर सिस्टम्स, सोलर हाइब्रिड इंवर्टर सिस्टम्स, लीथियम-आयन बैट्री पैक्स और वोल्टेज स्टेबलाइजर्स बनाती है। साथ ही यह थर्ड पार्टी बैट्री भी बेचती है और रिवर्स लॉजिस्टिक्स सर्विसेज भी देती है। यह पुराने हो चुके यूपीएस सिस्टम्स और बैट्रीज को वापस खरीदती है। साथ ही यह ईपीसी बेसिस पर रूफटॉप सोलर पावर प्लांट प्रोजेक्ट्स पर भी काम करती है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।