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PSU की वैल्यूएशन को लगेंगे पंख, बड़े प्लान पर काम कर रही है सरकार

सरकारी कंपनियों की वैल्यूएशन बढ़ने का सीधा फायदा सरकार को होगा। सरकार ने मीडियम टर्म में कई पीएसयू में अपनी हिस्सेदारी कम करने का प्लान बनाया है। इन पीएसयू की वैल्यूएशन ज्यादा होगी तो सरकार को अपनी हिस्सेदारी बेचने से ज्यादा पैसे मिलेंगे

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 16, 2025 पर 5:23 PM
PSU की वैल्यूएशन को लगेंगे पंख, बड़े प्लान पर काम कर रही है सरकार
सरकारी कंपनियां डिविडेंड देने के मामले में प्राइवेट कंपनियों से आगे हैं। लेकिन, लंबी अवधि के लिहाज से इनवेस्टर्स प्राइवेट कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहते हैं।

सरकार सरकार कंपनियों (पीएसयू) की वैल्यूएशन में इजाफा चाहती है। सरकार का मानना है कि अगर सरकारी कंपनियों के शेयरों में रिटेल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ती है तो उनकी वैल्यूएशन पर पॉजिटिव असर पड़ेगा। सरकार फिलहाल म्यूचुअल फंड मैनेजर्स को सरकारी कंपनियों में अपने फंड का कुछ हिस्सा निवेश करने के लिए कह रही है। इसका पॉजिटिव असर सरकारी कंपनियों की वैल्यूएशन पर पड़ेगा। इससे लंबी अवधि के निवेश के लिए इन शेयरों का आकर्षण बढ़ेगा। हालांकि, म्यूचुअल फंड मैनेजर्स सरकारी कंपनियों के शेयरों में निवेश करने में सावधानी बरतना चाहते हैं।

कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में PSU की हिस्सेदारी सिर्फ 10%

डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) सेक्रेटरी अरुणीश चावला ने 9 अप्रैल को सरकारी कंपनियों के शेयरों में म्यूचुअल फंडों के जरिए निवेश बढ़ाने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था, "कुल सूचीबद्ध कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में पीएसयू की हिस्सेदारी सिर्फ 10 फीसदी है, लेकिन कुल डिविडेंड पेआउट में उनकी हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी है।" दरअसल, सरकार पीएसयू की वैल्यूएशन बढ़ाने के प्लान पर काम कर रही है। इसके लिए सरकार सरकारी कंपनियों की इमेज बदलना चाहती है।

वैल्यूएशन बढ़ने का सबसे ज्यादा फायदा सरकार को होगा

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