Rachit Prints IPO Listing: मैट्रेस इंडस्ट्री के लिए खास प्रकार के फैब्रिक बनाने वाली रचित प्रिंट्स के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर भारी डिस्काउंट के साथ एंट्री हुई। स्लीपवेल (Sleepwell) और कुरलॉन (Kurlon) जैसे दिग्गज ब्रांड्स को माल सप्लाई करने वाली रचित प्रिंट्स के आईपीओ को करीब दो गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹149.00 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹119.20 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर 20% पूंजी घट गई। लिस्टिंग के बाद आईपीओ निवेशकों को और झटका लगा। शेयर टूटकर ₹113.25 (Rachit Prints Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गए और इसी पर बंद भी हुए यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 24% घाटे में हैं।
Rachit Prints IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
रचित प्रिंट्स का ₹19.50 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 1-3 सितंबर तक खुला था। यह आईपीओ ओवरऑल 1.97 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.00 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1.25 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.74 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 13.09 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹4.40 प्लांट और मशीनरी की खरीदारी, ₹1.32 करोड़ लोन हल्का करने, ₹9.50 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Rachit Prints के बारे में
वर्ष 2003 में बनी रचित प्रिंट्स मैट्रेस इंडस्ट्री के लिए खास प्रकार के फैब्रिक बनाती है। इसका बिजनेस बी2बी है यानी कि यह प्रिंटेड और निटेड फैब्रिक्स ऐसा ग्राहकों बेचती है जो इसे फिर से बेचते हैं या इससे अपना प्रोडक्ट्स तैयार करते हैं। यह स्लीपवेल, कुरलॉन और प्राइम कंफर्ट प्रोडक्ट्स जैसे ब्रांड्स के लिए प्रोडक्ट्स बनाती है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में निटेड फैब्रिक, रैप निट, प्रिंटेड फैब्रिक और फ्लेम रेजिस्टेंस फैब्रिक है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹32 लाख का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹2.03 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹4.56 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 12% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹41.78 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी पर कर्ज की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹14.79 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹6.38 करोड़ की तुलना में वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में यह ₹9.23 करोड़ पर रहा।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।