जानेमाने निवेशक राकेश झुनझुनवाला, उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला सहित 8 अन्य लोगों ने एक इनसाइडर ट्रेडिंग के केस में मार्केट रेगुलेटर सेबी के साथ सेटलमेंट कर लिया है। यह मामला Aptech Ltd के अनपब्लिश्ड प्राइस सेंसिटिव इनफॉरमेशन (UPSI) से जुड़ा है।
राकेश झुनझुनवाला ने इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले में गलत तरीके से कमाए मुनाफे के साथ उस पर ब्याज के तौर पर करीब 9.50 करोड़ रुपए चुकाकर केस सेटल किया है। राकेश झुनझुनवाला, उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के अलावा और 8 लोगों ने कुल 37 करोड़ रुपए चुकाकर केस सेटल किया है।
Aptech Ltd में राकेश झुनझुनवाला की 24.24 फीसदी हिस्सेदारी है। इसकी वैल्यू 160 करोड़ रुपए है। 7 सितंबर 2016 को Aptech ने मार्केट बंद होने के बाद ऐलान किया था कि वह प्रीस्कूल सेगमेंट में दाखिल होने वाली है। सेबी के आदेश के मुताबिक, 14 मार्च 2016 से लेकर 7 सितंबर 2016 के बीच UPSI यानी इनसाइडर ट्रेडिंग की गई। ये 7 सितंबर की ही तारीख थी जब कंपनी ने प्रीस्कूल सेगमेंट में दाखिल होने का ऐलान किया था।
राकेश झुनझुनवाला उनकी पत्नी और 8 अन्य लोगों पर ये आरोप था कि उन्हें कंपनी के इस प्लान की जानकारी पहले से थी। जिसे सार्वजनिक करने से पहले उन्होंने अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया।
राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के अलावा जिन 8 लोगों ने सेबी के साथ अपना केस सेटल किया उनमें राजेश कुमार झुनझुनवाला, सुशीला देवी गुप्ता, सुधा गुप्ता, उष्मा सेठ सुले, उत्पल सेठ, मधु वडेरा जयकुमार, चुग योगिंदर पाल और रमेश एस दमानी शामिल हैं।
इस सेटलमेंट ऑर्डर के तहत इन लोगों ने बिना अपनी गलती स्वीकार या अस्वीकार किए हुए पैसे देकर सेटलमेंट किया है।