बाजार की चाल एक बार फिर डगमगाई हुई है। कहां नए शिखर बनने की उम्मीद थी, लेकिन अब 17 हजार के ऊपर टिके रहने की चुनौती है। ग्लोबल संकेत खराब हैं, FIIs के जाने का सिलसिला कायम है। ऐसे उतार-चढ़ाव भरे बाजार में कोई शख्स आपको सही राह दिख सकता है तो वो बाजार के सबसे अनुभवी एक्सपर्ट रामदेव अग्रवाल हैं। जी हां, मार्केट गुरु सीरीज में आज सीएनबीसी-आवाज़ में हमारे साथ मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस के को-फाउंडर रामदेव अग्रवाल जुड़े और बाजार पर विस्तार से चर्चा की।
पेश है उनसे बातचीत के संपादित प्रमुख अंश
निवेशकों को पैसे कमाने से मतलब
इस समय दुनिया भर के बाजारों और भारतीय बाजारों में जारी उतार-चढ़ाव पर अपनी राय रखते हुए उन्होंने कहा कि दुनियाभर के बाजारों में काफी उथल-पुथल है फिर भी आपको बाजार से जुड़े रहना होगा। वैसे भी निवेशकों को पैसे कमाने से मतलब होता है। लंबे समय में अच्छी कमाई के लिए IT शेयरों को पोर्टफोलियो में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके आगे भी IT सेक्टर में बड़ी ग्रोथ की संभावना दिखाई दे रही है। अमेरिकी बाजारों के उतार चढ़ाव का असर भारतीय आईटी कंपनियों के शेयरों पर पड़ेगा।
FIIs की बिकवाली से घबराएं नहीं
एक तरफ ग्लोबल संकेत खराब दिख रहे हैं और FIIs के जाने का सिलसिला भी कायम है इससे भारतीय बाजारों पर क्या असर होगा इस सवाल के जवाब में अग्रवाल ने कहा कि निवेशकों को FIIs की बिकवाली से घबराना नहीं चाहिए। बल्कि डरने की बजाय ग्रोथ सेक्टर में निवेश करते रहना चाहिए। वैसे भी यदि आप बाजार से जुड़े हैं और इसकी जानकारी रखते हैं तो आपको 20-30% करेक्शन के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
बैंकों की क्रेडिट डिमांड काफी मजबूत
बैंकिंग शेयरों पर अपना बुलिश नजरिया पेश करते हुए उन्होंने कहा कि इसके आगे बैंकों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। बैंकों की क्रेडिट डिमांड काफी मजबूत हुई है। इतना ही नहीं बैंकों के हाथों में अब पहले से ज्यादा कानूनी शक्ति आई है।
PLI स्कीम से मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ बढ़ेगी
किसी शेयर विशेष पर बात नहीं करते हुए उन्होंने कमाई वाला सेक्टर बताते हुए कहा कि भविष्य में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मौके आएंगे। सरकार द्वारा जारी PLI स्कीम से इस सेक्टर की ग्रोथ बढ़ेगी। इसमें विदेशी से ज्यादा घरेलू डिमांड वाले सेक्टर में मौके नजर आयेंगे। PLI स्कीम से मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ बढ़ेगी।
इस बातचीत में रामदेव अग्रवाल ने कहा "इन दिनों Mastering the Market Cycle किताब पढ़ रहा हूं।"
रामदेव अग्रवाल ने अपनी बातचीत की शुरुआत में कहा कि हिंदी में देश की बड़ी आवाज़ CNBC-आवाज़ है। इस चैनल से लोगों को बड़ी जानकारी मिलती है। आज से शुरू होने वाले कंपनियों के तिमाही नतीजों के बारे में उन्होंने कहा कि अबकी बार बैंकिंग, ऑटो कंपनियों से अच्छे नतीजे आने की संभावना है। जबकि उनका मानना है कि कमोडिटी से जुड़े कंपनियों के नतीजों पर दबाव नजर आ सकता है।
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