RBI Policy Highlights: RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि जीएसटी की दरों में बदलाव से उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिल सकती है, जिससे केंद्रीय बैंक को अपनी भविष्य की मौद्रिक नीति तय करने में मदद मिलेगी
RBI Policy Highlights: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) आज, 1 अक्टूबर को अपनी तीन दिवसीय बैठक के निष्कर्षों की घोषणा की। MPC ने रेपो दर को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। यानी लगातार दूसरी बार RBI ने प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। MPC ने अपनी नीतिगत रुख को भी 'न्यूट्रल' बनाए रखा है। यह निर्णय संकेत देता है कि RBI वर्तमान में महंगाई और आ
RBI Policy Highlights: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) आज, 1 अक्टूबर को अपनी तीन दिवसीय बैठक के निष्कर्षों की घोषणा की। MPC ने रेपो दर को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। यानी लगातार दूसरी बार RBI ने प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। MPC ने अपनी नीतिगत रुख को भी 'न्यूट्रल' बनाए रखा है। यह निर्णय संकेत देता है कि RBI वर्तमान में महंगाई और आर्थिक वृद्धि के संतुलन पर करीबी नजर रख रहा है और भविष्य में आर्थिक आंकड़ों के आधार पर ही कोई कड़ा कदम उठाएगा।
जीएसटी में बदलाव से महंगाई पर लगाम लगने की उम्मीद: गवर्नर संजय मल्होत्रा
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि पिछली अगस्त मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद से आर्थिक विकास और महंगाई के समीकरणों में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल ही में जीएसटी में किए गए बदलाव से महंगाई पर नकारात्मक असर पड़ने यानी कीमतें कम होने की उम्मीद है। इसका सीधा मतलब यह है कि जीएसटी की दरों में बदलाव से उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिल सकती है, जिससे केंद्रीय बैंक को अपनी भविष्य की मौद्रिक नीति तय करने में मदद मिलेगी।
रुपये के उतार-चढ़ाव पर आरबीआई की पैनी नजर: आरबीआई गवर्नर
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि केंद्रीय बैंक रुपये के उतार-चढ़ाव पर लगातार और करीबी निगरानी रख रहा है और जरूरत पड़ने पर उचित कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने वित्तीय प्रणाली की स्थिति को मजबूत बताते हुए कहा कि शेड्यूल कमर्शियल बैंकों और एनबीएफसी के सिस्टम-लेवल इंडिकेटर्स स्वस्थ बने हुए हैं। बैंकिंग प्रणाली में लिक्विडिटी की स्थिति अनुकूल बनी हुई है, जो इस बात से स्पष्ट है कि पिछली अगस्त की बैठक के बाद से औसत दैनिक लिक्विडिटी 2.1 लाख करोड़ रुपये के सरप्लस में रही है और मनी मार्केट की दरें स्थिर हैं।