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Abhishek Gupta OCTOBER 01, 2025 / 11:19 AM IST

RBI Policy Highlights: रेपो रेट 5.5% पर बरकरार, GST में रिफॉर्म्स से उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत

RBI Policy Highlights: RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि जीएसटी की दरों में बदलाव से उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिल सकती है, जिससे केंद्रीय बैंक को अपनी भविष्य की मौद्रिक नीति तय करने में मदद मिलेगी

RBI Policy Highlights: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) आज, 1 अक्टूबर को अपनी तीन दिवसीय बैठक के निष्कर्षों की घोषणा की। MPC ने रेपो दर को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। यानी लगातार दूसरी बार RBI ने प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। MPC ने अपनी नीतिगत रुख को भी 'न्यूट्रल' बनाए रखा है। यह निर्णय संकेत देता है कि RBI वर्तमान में महंगाई और आ

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है
OCTOBER 01, 2025 / 11:15 AM IST

RBI Policy Live: विदेशी मुद्रा प्रबंधन (FEMA) नियमों में सरलीकरण का प्रस्ताव

RBI Policy Live: आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत आने वाले नियमों को सरल बनाने का प्रस्ताव किया है। गवर्नर ने कहा कि बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) से संबंधित प्रमुख प्रावधानों, जैसे कि एलिजिबल उधारकर्ता, मान्यता प्राप्त ऋणदाता, उधारी की सीमा, उधारी की लागत और अंतिम उपयोग (end-use) आदि को रेशनल बनाया जाएगा। इसके अलावा, अनिवासियों द्वारा भारत में अपना व्यावसायिक उपस्थिति स्थापित करने से संबंधित FEMA नियमों को भी सरल बनाने का प्रस्ताव है। इन कदमों का उद्देश्य भारत में व्यापार करना आसान बनाना और सीमा पार लेनदेन को सुव्यवस्थित करना है।

    OCTOBER 01, 2025 / 11:09 AM IST

    RBI Policy Live: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भारतीय रुपये का उपयोग बढ़ाने के लिए प्रस्ताव

    RBI Policy Live: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भारतीय रुपये (INR) के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए RBI ने तीन प्रमुख उपाय प्रस्तावित किए हैं। पहला, अधिकृत डीलर बैंकों को भूटान, नेपाल और श्रीलंका के अनिवासी लोगों को सीमा-पार व्यापार लेनदेन के लिए भारतीय रुपये में ऋण देने की अनुमति दी जाएगी। दूसरा, INR-आधारित लेनदेन को आसान बनाने के लिए भारत के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों की मुद्राओं के लिए पारदर्शी संदर्भ दरें स्थापित की जाएंगी। तीसरा, विशेष रुपया वोस्ट्रो खाते (SRVA) शेष राशि के उपयोग के दायरे को बढ़ाया जाएगा, जिससे वे अब कॉर्पोरेट बॉन्ड और वाणिज्यिक पत्रों में निवेश के योग्य हो जाएंगे। ये सभी कदम रुपये को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा के रूप में बढ़ावा देने और द्विपक्षीय व्यापार को सुगम बनाने में मदद करेंगे।

      OCTOBER 01, 2025 / 10:59 AM IST

      RBI Policy Live: रेपो रेट के फैसले और बड़े कदमों के बाद शेयर बाजार में उछाल

      RBI Policy Live: आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा द्वारा अक्टूबर की मौद्रिक नीति और भारतीय बैंकों के लिए बड़े नीतिगत उपायों की घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स में 250 अंकों से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। निफ्टी 50 24,650 के स्तर से ऊपर कारोबार कर रहा है, वहीं बैंक निफ्टी सूचकांक में आधे प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज की गई।

        OCTOBER 01, 2025 / 10:57 AM IST
        RBI Policy Live:इंश्योरेंस प्रीमियम और लेंडिंग लिमिट में सुधार का प्रस्तावRBI Policy Live: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकिंग सेक्टर में सुधार के लिए कई अहम प्रस्ताव रखे हैं। RBI ने प्रस्ताव दिया है कि अब से डिपॉजिट इंश्योरेंस प्रीमियम को 'जोखिम-आधारित' बनाया जाएगा। इसका मतलब यह है कि जो बैंक बेहतर क्रेडिट रेटिंग रखते हैं, उन्हें अब कम इंश्योरेंस प्रीमियम देना होगा, जिससे उनकी लागत घटेगी।शेयर के बदले लोन में बड़ा बदलाव:
        • लिस्टेड डेट सिक्योरिटीज के खिलाफ कर्ज पर अब कोई अधिकतम सीमा नहीं रहेगी।
        •  शेयरों के बदले कर्ज की व्यक्तिगत सीमा को ₹20 लाख से बढ़ाकर ₹1 करोड़ कर दिया गया है।
        •  IPO फाइनेंसिंग की सीमा भी अब ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹25 लाख प्रति व्यक्ति की जाएगी।
          OCTOBER 01, 2025 / 10:52 AM IST

          RBI Policy Live: ट्रंप टैरिफ से लग सकता है झटका

          RBI Policy Live: गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि GST दरों में कटौती से देश में महंगाई का दबाव कम हो रहा है। हालांकि उन्होंने आगाह किया कि अमेरिका की ओर से भारतीय एक्सपोर्ट पर 50% टैरिफ लगाने से बाहरी मांग में गिरावट आ सकती है। उन्होंने कहा, 'घरेलू गतिविधियां फिलहाल मजबूत हैं और सरकार की नीतियों से सपोर्ट मिल रहा है, लेकिन ग्लोबल अनिश्चितता और टैरिफ से जुड़ी चिंताएं हमें सतर्क रहने को मजबूर करती हैं।'

            OCTOBER 01, 2025 / 10:49 AM IST

            RBI Policy Live: 'विकास के लिए दर कटौती की आवश्यकता नहीं'

            RBI Policy Live: NMIMS मुंबई के स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में फाइनेंस प्रोफेसर और वाइस डीन डॉ. मयंक जोशीपुरा ने कहा, 'MPC की ओर से रेपो रेट में बदलाव नहीं होने का पहले से अनुमान था। RBI ने इस साल की शुरुआत में ही ब्याज दरों में काफी कटौती कर दी थी। अब यहां से अधिकतम 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की ही गुंजाइश बचती है। आरबीआई ने FY26 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान को बढ़ाकर 6.8% कर दिया है, जिससे यह लगभग असंभव हो जाता है कि आर्थिक ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए रेट कट की आवश्यकता हो।'

            उन्होंने आगे कहा, 'हाल ही में सरकार ने जीएसटी दरों में कटौती के रूप में बड़ा प्रोत्साहन दिया है, जो सिर्फ एक हफ्ता पहले लागू हुआ है। ऐसे में अतिरिक्त लिक्विडिटी सपोर्ट की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर अभी रेट कट किया जाता, तो यह एक तरह से ‘सिल्वर बुलेट’ को बेकार करने जैसा होता और भविष्य में जरूरत पड़ने पर रेट कट के लिए कोई गुंजाइश नहीं बचती।'

              OCTOBER 01, 2025 / 10:43 AM IST

              RBI Policy Live: होम लोन लेने वालों के लिए इसका क्या है मतलब?

              RBI Policy Live: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 1 अक्टूबर को रेपो दर को 5.5% पर स्थिर रखने के फैसले का सीधा मतलब यह है कि आपके मौजूदा होम लोन की मासिक किस्तें (EMIs) और ब्याज का बोझ अपरिवर्तित रहेगा। बाजार विशेषज्ञों द्वारा लगाए गए अनुमान के अनुरूप, इस 'यथास्थिति' के फैसले से लोन की दरों में तत्काल कोई बदलाव नहीं आएगा। हालांकि, यह उन कर्जदारों के लिए राहत की बात है जो पहले से ही कम दरों का लाभ ले रहे हैं। RBI ने इस साल फरवरी से जून के बीच रेपो दर में कुल 100 आधार अंकों (1.0%) की कटौती की थी, जिसके कारण पात्र उधारकर्ताओं के लिए होम लोन की दरें 7.30% के करीब या 7.50% से शुरू हो रही थीं। यह फैसला सुनिश्चित करता है कि लोन की ये कम दरें बाजार में बनी रहेंगी, लेकिन नए कर्जदारों को तत्काल और कोई अतिरिक्त राहत नहीं मिलेगी।

                OCTOBER 01, 2025 / 10:34 AM IST

                RBI MPC Meeting Live: रुपये के उतार-चढ़ाव पर आरबीआई की पैनी नजर

                RBI MPC Meeting Live: आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि केंद्रीय बैंक रुपये के उतार-चढ़ाव पर लगातार और करीबी निगरानी रख रहा है और जरूरत पड़ने पर उचित कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने वित्तीय प्रणाली की स्थिति को मजबूत बताते हुए कहा कि शेड्यूल कमर्शियल बैंकों और एनबीएफसी के सिस्टम-लेवल इंडिकेटर्स स्वस्थ बने हुए हैं। बैंकिंग प्रणाली में लिक्विडिटी की स्थिति अनुकूल बनी हुई है, जो इस बात से स्पष्ट है कि पिछली अगस्त की बैठक के बाद से औसत दैनिक लिक्विडिटी 2.1 लाख करोड़ रुपये के सरप्लस में रही है और मनी मार्केट की दरें स्थिर हैं। गवर्नर ने यह भी बताया कि मौद्रिक नीति का प्रभाव सभी क्षेत्रों में व्यापक है, और बची हुई सीआरआर (CRR) कटौती से यह प्रभाव और मजबूत होगा। कुल मिलाकर, बैंक ऋण वृद्धि भी मजबूत बनी हुई है, जो समग्र आर्थिक गतिविधि को समर्थन दे रही है।

                  OCTOBER 01, 2025 / 10:31 AM IST
                  RBI MPC Meeting Live: रेपो रेट नहीं घटने की 3 मुख्य वजहें
                  1. तेजी से बढ़ती इकोनॉमी: इस साल अप्रैल से जून (Q1) के बीच भारत की GDP 7.8% की दर बढ़ी है। यह सभी की उम्मीद से भी अधिक था। जब देश की अर्थव्यवस्था पहले से ही तेजी से बढ़ रही हो, तो ऐसे में RBI को ब्याज दरें घटाने की तत्काल जरूरत नहीं दिख रही है।
                  2. दुनिया भर में अनिश्चित माहौल: अमेरिका ने भारतीय सामानों पर टैरिफ बढ़ाए हैं और H-1B वीज़ा फीस भी ज्यादा कर दी है। ऐसे ग्लोबल हालात में RBI कोई बड़ा कदम उठाने से पहले स्थिति को थोड़ा और देखना चाहता है।
                  3.  महंगाई में हल्का उछाल: अगस्त 2025 में महंगाई दर 2.07% हो गई। जो भले ही RBI के 4% के टार्गेट से कम है, लेकिन पिछले 10 महीनों में पहली बार इसमें बढ़ोतरी देखी गई। इसलिए RBI फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है और दरें घटाने से बच रहा है।
                    OCTOBER 01, 2025 / 10:27 AM IST

                    RBI MPC Meeting Live: FY26 CPI पूर्वानुमान में कटौती

                    RBI MPC Meeting Live: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित महंगाई दर के अपने अनुमानों में बड़ी कटौती की है। गवर्नर संजय मल्होत्रा की घोषणा के अनुसार, वित्त वर्ष 2025-26 के लिए CPI महंगाई का अनुमान 3.1% से घटाकर 2.6% कर दिया गया है।

                      OCTOBER 01, 2025 / 10:25 AM IST
                      RBI MPC Meeting Live: जीडीपी वृद्धि के अनुमानों में बदलावRBI MPC Meeting Live: आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की मौद्रिक नीति घोषणा के अनुसार, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर के अनुमानों को संशोधित किया गया है। केंद्रीय बैंक ने अब वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपने वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 6.8% कर दिया है, जो पहले 6.5% था।
                      अवधिवर्तमान अनुमानपिछला अनुमान
                      FY26 (पूरा वर्ष)6.8%6.5%
                      Q2 FY267.0%6.7%
                      Q3 FY266.4%6.6%
                      Q4 FY266.2%6.3%
                      Q1 FY276.4%6.6%
                        OCTOBER 01, 2025 / 10:12 AM IST

                        RBI MPC Meeting Live: जीएसटी में बदलाव से महंगाई पर लगाम लगने की उम्मीद: गवर्नर संजय मल्होत्रा

                        आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि पिछली अगस्त मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद से आर्थिक विकास और महंगाई के समीकरणों में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल ही में जीएसटी में किए गए बदलाव से महंगाई पर नकारात्मक असर पड़ने यानी कीमतें कम होने की उम्मीद है। इसका सीधा मतलब यह है कि जीएसटी की दरों में बदलाव से उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिल सकती है, जिससे केंद्रीय बैंक को अपनी भविष्य की मौद्रिक नीति तय करने में मदद मिलेगी।

                          OCTOBER 01, 2025 / 10:11 AM IST

                          RBI MPC Meeting Live: आरबीआई ने रेपो रेट को 5.5% पर बरकरार रखा, रुख 'न्यूट्रल' बना रहा

                          RBI MPC Meeting Live: भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि लगातार दूसरी बार RBI ने प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। MPC ने अपनी नीतिगत रुख को भी 'न्यूट्रल' बनाए रखा है। यह निर्णय संकेत देता है कि RBI वर्तमान में महंगाई और आर्थिक वृद्धि के संतुलन पर करीबी नजर रख रहा है और भविष्य में आर्थिक आंकड़ों के आधार पर ही कोई कड़ा कदम उठाएगा।

                            OCTOBER 01, 2025 / 10:07 AM IST

                            RBI MPC Meeting Live: रेपो रेट में नहीं हुआ कोई बदलाव, 5.5% पर रहेगा बरकरार

                            RBI MPC Meeting Live: RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने MPC की मीटिंग के बाद ये घोषणा की कि रेपो रेट में बिना किसी बदलाव के 5.5% पर बरकरार रखा गया है।

                              OCTOBER 01, 2025 / 9:58 AM IST

                              RBI MPC Meeting Live: आरबीआई गवर्नर का लाइव भाषण कब और कहां देखें?

                              भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा आज सुबह 10:00 बजे अपनी अक्टूबर मौद्रिक नीति की घोषणा करेंगे। आप उनके इस महत्वपूर्ण भाषण को ऑनलाइन लाइव देख सकते हैं। भाषण देखने के लिए मुख्य रूप से RBI के आधिकारिक YouTube चैनल, X अकाउंट और उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर लाइव स्ट्रीमिंग उपलब्ध होगी। इसके अलावा, आप इसे Mint के YouTube चैनल पर भी लाइव देख सकते हैं।

                                OCTOBER 01, 2025 / 9:53 AM IST

                                RBI MPC Meeting Live: आरबीआई की ब्याज दर पर घोषणा से पहले कई सेक्टरों में तेजी

                                भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति और रेपो दर पर होने वाले फैसले से ठीक पहले, बाजार में ब्याज दर से जुड़े हुए सेक्टरों के शेयरों में तेजी देखने को मिली। इन सेक्टरों में ऑटोमोबाइल, बैंक और रियल एस्टेट शामिल हैं। निवेशकों की यह उम्मीद थी कि अगर RBI ब्याज दरों में कटौती करता है या नरम रुख बनाए रखता है, तो इन सेक्टरों को सीधा फायदा मिलेगा। इसी उत्साह के कारण, निफ्टी ऑटो इंडेक्स 0.4%, निफ्टी रियल्टी 0.8% और निफ्टी बैंक इंडेक्स भी बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। दर में कटौती से इन क्षेत्रों में लोन सस्ते होते हैं, जिससे मांग बढ़ती है।

                                  OCTOBER 01, 2025 / 9:51 AM IST

                                  RBI MPC Meeting Live: आरबीआई दरें घटाता है, तो बॉन्ड बाजार में आती है तेजी

                                  विशेषज्ञों के अनुसार, जब भी भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कटौती करता है, तो आमतौर पर बॉन्ड बाजार में तेजी आती है। इसका कारण यह है कि दरें कम होने से भविष्य में सरकारी और कॉर्पोरेट ऋणों पर उधार लेने की लागत घट जाती है और यह आसान मौद्रिक नीति का संकेत देता है। इस उम्मीद से बॉन्ड यील्ड गिरने लगती है। यह स्थिति निवेशकों के लिए भी फायदेमंद होती है, क्योंकि बॉन्ड की कीमतें और उनकी यील्ड एक-दूसरे के विपरीत दिशा में चलती हैं। यानी, जब यील्ड गिरती है, तो बॉन्ड की कीमतें बढ़ती हैं, जिससे निवेशकों को अपने निवेश पर अधिक रिटर्न कमाने का मौका मिलता है।

                                    OCTOBER 01, 2025 / 9:44 AM IST

                                    RBI MPC Meeting Live: जीएसटी और टैरिफ के प्रभावों के आकलन के लिए दरों को स्थिर रख सकता है आरबीआई

                                    आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की मुख्य अर्थशास्त्री गौरा सेनगुप्ता का मानना है कि RBI अक्टूबर में रेपो दर को अपरिवर्तित रख सकता है। RBI, जीएसटी सुधारों और टैरिफ में वृद्धि के वास्तविक प्रभावों पर स्पष्टता आने का इंतजार करेगा। उनके अनुसार, RBI का विकास दृष्टिकोण अभी भी पॉजिटिव है, जिसका मुख्य आधार मजबूत ग्रामीण मांग और सरकार द्वारा किए जा रहे पूंजीगत व्यय में निरंतर वृद्धि है। हालांकि, उनका कहना है कि शहरी खपत और निजी निवेश अभी भी कमजोर बने हुए हैं।

                                      OCTOBER 01, 2025 / 9:37 AM IST

                                      RBI MPC Meeting Live: टैरिफ से बढ़ी चिंता, आरबीआई से तुरंत कार्रवाई की उम्मीद

                                      अमेरिका में भारतीय निर्यात पर 50% टैरिफ और वीजा शुल्क में वृद्धि को लेकर बढ़ती चिंताएं सामने आई हैं। इन बाहरी दबावों के कारण आर्थिक विकास पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका है। इसी वजह से यह उम्मीद की जा रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक स्थिति बिगड़ने से पहले ही विकास को समर्थन देने के लिए कार्रवाई कर सकता है, जिसमें ब्याज दरों में कटौती शामिल हो सकती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि RBI 'बीमा कटौती' करके विकास को बचाने की कोशिश कर सकता है, क्योंकि टैरिफ से प्रभावित होने वाले कई सेक्टर रोजगार-प्रधान हैं।

                                        OCTOBER 01, 2025 / 9:23 AM IST

                                        RBI MPC Meeting Live: अगस्त में आरबीआई ने रेपो रेट में नहीं किया था कोई बदलाव

                                        भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने अपनी अगस्त की बैठक में रेपो दर को 5.50% पर स्थिर रखा था। इससे पहले, MPC ने ब्याज दरों में कटौती और नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में 100 आधार अंकों की कमी के माध्यम से पहले ही मौद्रिक नीति को आसान बना दिया था। इस बैठक में नीतिगत रुख को भी 'तटस्थ' बनाए रखा गया था। इसका मतलब है कि RBI ने उस समय 'वेस्ट एंड वॉच' का रुख अपनाया, ताकि पिछले फैसलों का अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाला पूरा प्रभाव देखा जा सके।

                                          OCTOBER 01, 2025 / 9:09 AM IST

                                          RBI MPC Meet Live Update: अमेरिकी टैरिफ के बाद रेट कट पर विचार कर सकता है RBI

                                          भारतीय रिजर्व बैंक का बुधवार यानी आज ब्याज दरों पर लिया जाने वाला फैसला काफी महत्वपूर्ण है। नीति-निर्माताओं के सामने उधार लेने की लागत को कम करने यानी रेपो रेट में कटौती करने के कई वजहें हैं, क्योंकि एक तरफ महंगाई कम बनी हुई है, वहीं दूसरी तरफ उच्च अमेरिकी टैरिफ के कारण आर्थिक विकास को झटका लगा है। कुछ अर्थशास्त्रियों का मानना है कि निर्यात पर टैरिफ के नकारात्मक असर को संतुलित करने और घरेलू मांग को बढ़ावा देने के लिए RBI को आगे बढ़कर दर कटौती करनी चाहिए। हालांकि, एक बड़ा वर्ग दरों को स्थिर रखने की उम्मीद कर रहा है ताकि वैश्विक अनिश्चितताओं और टैरिफ के पूर्ण प्रभाव का आकलन किया जा सके।

                                            OCTOBER 01, 2025 / 9:01 AM IST

                                            RBI MPC Meet Live Update: तेजी से ग्राहकों तक पहुंचे घटी हुई ब्याज दर का लाभ: रमानी शास्त्री

                                            स्टर्लिंग डेवलपर्स के चेयरमैन और एमडी, रमानी शास्त्री का कहना है कि वे आरबीआई की दर कटौती की उम्मीद कर रहे हैं, क्योंकि यह होमबायर्स और डेवलपर्स दोनों के लिए बहुत उत्साहजनक होगा। उनके अनुसार, दरें कम होने से घर खरीदना सस्ता हो जाएगा, जिससे इस क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा और बाजार का भरोसा मजबूत होगा। हालांकि, उनका मुख्य जोर इस बात पर है कि इन लाभों को जमीन पर उतारने के लिए यह जरूरी है कि जब आरबीआई दरें घटाए, तो बैंक भी घटी हुई ब्याज दर का लाभ तेजी से ग्राहकों तक पहुंचाए। ऐसा होने पर ही रियल एस्टेट सेक्टर को फायदा होगा और कुल मिलाकर अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।

                                              OCTOBER 01, 2025 / 8:57 AM IST

                                              RBI MPC Meet Live Update: फरवरी से अब तक आरबीआई ने रेपो रेट में की है 100 bps की कटौती

                                              आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने फरवरी से अब तक रेपो दर में कुल 100 आधार अंकों की कटौती की है। यह कटौती कई चरणों में की गई है। फरवरी और अप्रैल में 25-25 आधार अंकों की कटौती की गई, और उसके बाद जून में 50 आधार अंकों की बड़ी कटौती की गई। इस तरह, ब्याज दरें कम करके RBI ने अर्थव्यवस्था में कर्ज लेना सस्ता करने और मांग को बढ़ाने की कोशिश की है।

                                                OCTOBER 01, 2025 / 8:52 AM IST

                                                RBI MPC Meet Live Update: आरबीआई की दरों में बदलाव की उम्मीद कम

                                                Moneycontrol द्वारा किए गए एक सर्वे में बैंकरों, अर्थशास्त्रियों और फंड मैनेजर्स का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक इस बार भी अपनी नीतिगत दरों को स्थिर रखेगा। ज्यादातर प्रतिभागियों को उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक अपने 'तटस्थ' रुख को बनाए रखेगा। इसका मतलब है कि RBI न तो तुरंत दरें बढ़ाएगा और न ही घटाएगा, बल्कि बाजार की स्थितियों पर नजर रखेगा। यह राय इसलिए है क्योंकि RBI आर्थिक विकास और महंगाई के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है, और दरें स्थिर रखने का फैसला बाजार की अपेक्षाओं के अनुरूप है।

                                                  OCTOBER 01, 2025 / 8:49 AM IST

                                                  RBI MPC Meet Live Update: क्या RBI की दर कटौती अर्थव्यवस्था के लिए पॉजिटिव होगी?

                                                  हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक की MPC से उम्मीद है कि वह अक्टूबर की नीति में प्रमुख रेपो रेट को स्थिर रखेगी, फिर भी कुछ विशेषज्ञों का एक वर्ग मानता है कि 25 आधार अंकों (bps) की दर कटौती संभव है। यह उम्मीद इसलिए जगी है क्योंकि महंगाई नियंत्रण में है और केंद्र सरकार द्वारा GST में कटौती के माध्यम से खपत को बढ़ावा देने के हालिया प्रयासों के बावजूद आर्थिक विकास को और समर्थन देने की आवश्यकता है। इन विशेषज्ञों का मानना है कि दरें घटाने से कमजोर मांग को बढ़ावा मिलेगा और ब्याज दरें कम होने से क्रेडिट ग्रोथ बढ़ेगी। यह कदम GST कटौती के साथ मिलकर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए एक समन्वित प्रोत्साहन प्रदान कर सकता है।

                                                    OCTOBER 01, 2025 / 8:40 AM IST

                                                    RBI MPC Meet Live Update: MPC की घोषणा से पहले मार्केट में तेजी के संकेत!

                                                    आज भारतीय शेयर बाजार तेजी के साथ खुल सकते है, क्योंकि गिफ्ट निफ्टी 0.64% या 150 अंक बढ़कर 24,766 पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, निवेशकों की नजरें RBI की द्विमासिक नीति घोषणा पर टिकी हुई हैं, इसलिए बाजार में सतर्कता बनी रहेगी। आरबीआई की यह नीति ऐसे समय में आ रही है जब घरेलू विकास में उछाल आया है, केंद्र सरकार ने हाल ही में जीएसटी दरों में कटौती जैसे सुधार किए हैं, और खुदरा महंगाई दर आरबीआई के 4% के मध्यम अवधि के लक्ष्य से काफी नीचे बनी हुई है। इन सकारात्मक संकेतों के चलते, बाजार को उम्मीद है कि आरबीआई विकास को समर्थन देने वाला कोई रुख अपना सकता है।

                                                      OCTOBER 01, 2025 / 8:33 AM IST

                                                      RBI MPC Meet Live Update: कैसी है भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति?

                                                      भारत की अर्थव्यवस्था ने जून तिमाही में अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन किया, जिसमें 7.8% की शानदार वृद्धि दर्ज की गई। यह आंकड़ा देश की मजबूत आर्थिक गतिविधि को दर्शाता है। हालांकि, कुछ अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि यह आंकड़ा अर्थव्यवस्था की वास्तविक ताकत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह वृद्धि दर इन्फ्लेशन के लिए समायोजन की गई है यानी महंगाई को घटाने के बाद निकाली गई है। सरल भाषा में कहें तो, बाजार में पैसे की बढ़ी हुई कीमत को समायोजित करने के बाद भी यह वृद्धि दर काफी अच्छी है, लेकिन यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि जमीनी स्तर पर वास्तविक उत्पादन और मांग में कितनी बढ़ोतरी हुई है।

                                                        OCTOBER 01, 2025 / 8:28 AM IST

                                                        RBI MPC Meet Live Update: काबू में है महंगाई दर, विकास दर बनी रहेगी

                                                        अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है। अगस्त में खुदरा महंगाई भले ही थोड़ी बढ़कर 2.07% हो गई, लेकिन यह अभी भी काबू में है। इसकी मुख्य वजह है सामान्य से ज्यादा हुई मानसून की बारिश और हाल ही में किए गए उपभोग करों में कटौती। RBI ने पूरे वित्त वर्ष के लिए महंगाई का अनुमान 3.1% रखा है, जबकि इंडसइंड बैंक के गौरव कपूर इसे और भी कम, लगभग 2.7% रहने की उम्मीद कर रहे हैं। सरकारी अधिकारियों का मानना है कि इन कर कटौतियों से आर्थिक विकास को बल मिलेगा और टैरिफ के नकारात्मक प्रभाव से बचाव होगा, जिससे GDP की वृद्धि दर सरकार के लक्ष्य (6.3%-6.8%) के ऊपरी छोर के करीब बनी रहेगी। RBI भी वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 6.5% GDP विकास दर के अपने अनुमान पर कायम है, जो एक मजबूत आर्थिक गति का संकेत है।

                                                          OCTOBER 01, 2025 / 8:24 AM IST

                                                          RBI MPC Meet Live Update: बाजार के लिए पॉजिटिव रहेगी RBI की वेट एंड वॉच की नीति

                                                          कोटक महिंद्रा एएमसी के सीआईओ दीपक अग्रवाल के अनुसार, भले ही आरबीआई की नीति को लेकर बाजार की उम्मीदें मिली-जुली हैं, लेकिन रेपो दर को बरकरार रखने का फैसला बाजार द्वारा पॉजिटिव रूप से देखा जाएगा। उनका यह दृष्टिकोण घरेलू और वैश्विक कारकों के कारण पैदा हुई अनिश्चितता भरी वित्तीय स्थितियों और भारत-अमेरिका के बीच लंबित व्यापार समझौते जैसी अनिश्चितताओं को ध्यान में रखता है। दरें अपरिवर्तित रखने से स्थिरता का संकेत मिलता है।

                                                            OCTOBER 01, 2025 / 8:18 AM IST

                                                            RBI MPC Meet Live Update: ट्रंप टैरिफ और रुपये में गिरावट का मौद्रिक नीति पर रहेगा प्रभाव

                                                            आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति के आगामी निर्णय पर बाहरी जोखिमों का स्पष्ट प्रभाव पड़ने की संभावना है। विशेष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय निर्यात पर लगाए गए 50% तक के टैरिफ से निर्यात और निवेश पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, जिससे भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए जोखिम पैदा हो गया है। इसके साथ ही रुपये का गिरता मूल्य आयात को महंगा बना रहा है। भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक व्यापार अनिश्चितताएं भी बाजार की अस्थिरता को बढ़ा रही हैं। इन चुनौतियों को देखते हुए, आरबीआई के लिए मुख्य उद्देश्य मूल्य स्थिरता बनाए रखना और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करना होगा, भले ही इसका मतलब ब्याज दरों में कटौती के लिए सतर्क दृष्टिकोण अपनाना हो।

                                                              OCTOBER 01, 2025 / 8:15 AM IST

                                                              RBI MPC Meet Live Update: Q1FY26 में मजबूत वृद्धि, फिर भी सतर्कता कायम

                                                              भारत की अर्थव्यवस्था ने Q1FY26 में 7.8% की जीडीपी वृद्धि दर दर्ज करके अपनी मजबूती दिखाना जारी रखा है, जिसका मुख्य कारण सरकारी खर्च और ग्रामीण मांग में आई तेजी है। इन पॉजिटिव संकेतों को देखते हुए, RBI द्वारा वित्त वर्ष 2026 के लिए अपने 6.5% जीडीपी पूर्वानुमान को बरकरार रखे जाने की संभावना है। यह पूर्वानुमान सार्वजनिक पूंजीगत व्यय की निरंतरता और बेहतर कृषि उत्पादन के समर्थन पर आधारित है। हालांकि, निजी निवेश और शहरी खपत अभी भी सुस्त बने हुए है। यही कारण है कि MPC मौद्रिक नीति में ढील देने यानी दरों में बड़ी कटौती की गुंजाइश को सीमित कर सकती है, जिससे आगामी घोषणा में ‘यथास्थिति’ का रुख बनाए रखने की उम्मीद है।

                                                                OCTOBER 01, 2025 / 8:10 AM IST

                                                                RBI MPC Meet Live Update: निफ्टी के 24,500 लेवल पर टिकी है सभी की निगाहें

                                                                बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, निफ्टी 50 इंडेक्स के लिए 24,500 का स्तर एक महत्वपूर्ण समर्थन बिंदु है। यदि इंडेक्स इस स्तर को तोड़ता है, जो कि इसकी ऊपर की ओर ढलान वाली समर्थन ट्रेंडलाइन के साथ मेल खाता है, तो गिरावट बढ़ सकती है और यह 24,400 से 24,300 के अगस्त के निचले स्तरों तक जा सकता है। आज RBI की नीतिगत घोषणा होने के कारण, निवेशक इन तकनीकी स्तरों के साथ-साथ गवर्नर के रुख पर भी बारीकी से नजर रखेंगे, क्योंकि ये निफ्टी की आगामी दिशा निर्धारित करेंगे।

                                                                  OCTOBER 01, 2025 / 8:04 AM IST

                                                                  RBI MPC Meet Live Update: गवर्नर संजय मल्होत्रा की टिप्पणियों पर टिकी है बाजार की निगाहें

                                                                  आज होने वाली घोषणा में बाजार की निगाहें अब गवर्नर संजय मल्होत्रा की टिप्पणियों और अर्थव्यवस्था के विकास के आकलन पर टिकी हैं, क्योंकि ये RBI के आगे के नीतिगत मार्ग के बारे में महत्वपूर्ण संकेत दे सकते हैं। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि वर्तमान मौद्रिक चक्र के दौरान रेपो दर गिरकर 5% तक भी जा सकती है। हालांकि केंद्रीय बैंक से विकास के दृष्टिकोण को बनाए रखने की उम्मीद है, लेकिन उम्मीद है कि वह मुद्रास्फीति के पूर्वानुमानों को नीचे की ओर संशोधित करेगा।

                                                                    OCTOBER 01, 2025 / 7:57 AM IST

                                                                    RBI MPC Meet Live Update: रेपो रेट को लेकर बटीं हुई है अर्थशास्त्रियों की राय

                                                                    ब्लूमबर्ग न्यूज द्वारा कराए गए 38 अर्थशास्त्रियों के एक सर्वेक्षण में रेपो रेट के दृष्टिकोण पर विभाजन देखने को मिला। सर्वेक्षण में शामिल 24 अर्थशास्त्रियों ने रेपो रेट को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का अनुमान लगाया, जबकि 14 अर्थशास्त्रियों ने इसमें 25 आधार अंकों की कटौती का अनुमान व्यक्त किया। 'स्थिरता' के पक्ष में रहने वाले कई विश्लेषकों ने भी यह स्वीकार किया है कि भारत की कमजोर होती विकास संभावनाओं को देखते हुए दर में कटौती करना उचित है। अमेरिकी टैरिफ से उत्पन्न होने वाले बाहरी जोखिमों के बीच निम्न मुद्रास्फीति आरबीआई को नीतिगत दर में कटौती करने की गुंजाइश प्रदान करती है, लेकिन केंद्रीय बैंक जीएसटी कटौती के मांग पर पड़ने वाले पूर्ण प्रभाव का आकलन करने के लिए 'वेट एंड वॉच' की नीति अपना सकता है।

                                                                      OCTOBER 01, 2025 / 7:56 AM IST

                                                                      RBI MPC Meet Live Update: RBI के टारगेट से काफी कम है इन्फ्लेशन

                                                                      भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब देश की रिटेल इन्फ्लेशन केंद्रीय बैंक के 4% के लक्ष्य से काफी नीचे बनी हुई है। अगस्त में CPI 2.7% रही, और वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) के लिए औसत मुद्रास्फीति 2.6%–2.8% के आसपास रहने का अनुमान है। विश्लेषकों का मानना है कि हाल ही में की गई जीएसटी दर कटौती से कीमतों पर और भी अधिक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जिससे आने वाली तिमाहियों में इन्फ्लेशन 25-75 आधार अंकों तक कम हो सकती है। मुद्रास्फीति के नियंत्रण में होने के बावजूद, वैश्विक अनिश्चितताओं और हालिया राजकोषीय उपायों के पूर्ण प्रभाव को समझने के लिए RBI 'वेट एंड वॉच' की नीति अपनाने को प्राथमिकता दे सकता है।

                                                                        OCTOBER 01, 2025 / 7:56 AM IST

                                                                        RBI MPC Meet Live Update: एक्सपर्ट्स का अनुमान रेपो रेट में नहीं होगा कोई बदलाव

                                                                        भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) से व्यापक रूप से यह उम्मीद की जा रही है कि वह आज रेपो रेट को 5.50% पर अपरिवर्तित रखेगी और साथ ही अपने नीतिगत रुख को भी 'तटस्थ' बनाए रखेगी। यह फैसला इस साल की शुरुआत में हुई 100 आधार अंकों की कटौती के बाद लगातार दूसरा 'पॉज' होगा। हालांकि कुछ विश्लेषकों ने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 25 bps कटौती की मांग की है, लेकिन अर्थशास्त्रियों के बीच व्यापक सहमति यथास्थिति बनाए रखने के पक्ष में है। उनका तर्क है कि हाल ही में लागू किए गए राजकोषीय उपायों जैसे GST कटौती के प्रभाव और विकसित हो रही वैश्विक आर्थिक स्थितियों का मूल्यांकन करना आवश्यक है, इससे पहले कि मौद्रिक नीति में कोई और बदलाव किया जाए।

                                                                          OCTOBER 01, 2025 / 7:55 AM IST

                                                                          RBI MPC Meet Live Update: 10 बजे होगी बड़ी घोषणा

                                                                          भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) आज, 1 अक्टूबर को अपनी बैठक के निष्कर्षों की घोषणा करेगी। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा आज सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में MPC के फैसले की घोषणा करेंगे। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में वित्त वर्ष 2026 के लिए MPC की यह चौथी द्वि-मासिक बैठक 29 सितंबर को शुरू हुई थी और इसका समापन आज होगा। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा आज सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में MPC के फैसले की घोषणा करेंगे।