बाजार की आगे की चाल पर बात करते हुए Alchemy Capital के क्वांट & फंड मैनेजर के हेड आलोक अग्रवाल का कहना है कि जब मार्केट ऑलटाइम हाई पर हो तो निवेशकों को ग्रोथ वाले सेक्टर पर ध्यान देने की जरुरत है। इस समय बाजार में ग्रोथ पर सबसे ज्यादा फोकस करने की जरुरत है। भारतीय बाजार में एफआईआई की होल्डिंग ज्यादा है। बाजार में लिक्विडिटी बढ़ने पर एफआईआई बाजार में और ध्यान देंगे। भारतीय बाजार में ग्रोथ की संभावनाएं काफी ज्यादा है। लिहाजा लंबी अवधि में ग्रोथ वाले सेक्टर पर निवेश करने की सलाह होगी।
बैंकों के मार्जिन को लेकर भी चिंता बनी
बैंकिंग सेक्टर पर बात करते हुए आलोक अग्रवाल ने कहा कि बैंकिंग शेयरों में डिपॉजिट ग्रोथ को लेकर थोड़ी चुनौती बनी हुई है। साथ ही इनके मार्जिन को लेकर भी चिंता बनी हुई है। ज्यादातर प्राइवेट बैंक या प्राइवेट एनबीएफसी कंज्यूमर फाइनेंस का हिस्सा है। प्री-कोविड के समय जिस तरह से इनकी क्रेडिट साइकिल थी वह ज्यादा कंज्मशन ड्रिगन ग्रोथ की तरफ थी। मौजूदा साइकिल कैपेक्स पर निर्भर कर रही है। ऐसे में कैपेक्स फाइनेंसिंग कंपनियों के मार्जिन बेहतर नजर आ रहे है। लिहाजा इनमें निवेश किया जा सकता है।
आरबीआई जल्द करेगा ब्याज दरों में कटौती
आलोक ने आगे कहा कि उम्मीद है कि आरबीआई की ओर से जल्द ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है। उनका कहना है कि हम दरों में नरमी के चक्र की ओर बढ़ रहे है। वैल्यूएशन के लिए ब्याज दरों में कटौती होना इक्विटी के लिए पॉजिटीव है। जिस सेक्टर में हायर ग्रोथ सस्टेन रहती है वहां तेजी देखने को मिलेगी।
मेटल सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेटल सेक्टर के लिए चाइना फैक्टर काफी अहम है। मेटल का उत्पाद और खपत दोनों ही चाइना में बाकी देशों की तुलना में कहीं ज्यादा है। फिलहाल चाइना में स्लोडाउन के साइन दिख रहे है। जिसके कारण मेटल में दबाव देखने को मिला है। जिसके चलते मेटल सेक्टर के बजाय मैं दूसरे सेक्टर में निवेश करना पसंद करूंगा।
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