Real Estate Stocks: रियल एस्टेट शेयरों में लौटी रौनक! 3% तक चढ़े भाव, एक्सपर्ट बोले-‘जरूरी थी यह गिरावट’
Real Estate Stocks: रियल एस्टेट सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में मंगलवार 25 नवंबर को रौनक लौटते हुए दिखाई दी। लगातार पांच दिन की गिरावट के बाद मंगलवार सुबह निवेशकों ने रियल्टी स्टॉक्स में खरीदारी की। इसके चलते निफ्टी रियल्टी इंडेक्स कारोबार के दौरान 1% से अधिक उछल गया और आज का सबसे अधिक चढ़ने वाला सेक्टोरल इंडेक्स रहा
Real Estate Stocks: रियल्ट एस्टेट शेयरों में यह तेजी RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा के एक बयान के बाद दिखी
Real Estate Stocks: रियल एस्टेट सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में मंगलवार 25 नवंबर को रौनक लौटते हुए दिखाई दी। लगातार पांच दिन की गिरावट के बाद मंगलवार सुबह निवेशकों ने रियल्टी स्टॉक्स में खरीदारी की। इसके चलते निफ्टी रियल्टी इंडेक्स कारोबार के दौरान 1% से अधिक उछल गया और आज का सबसे अधिक चढ़ने वाला सेक्टोरल इंडेक्स रहा।
रियल्ट एस्टेट कंपनियों के शेयरों में यह तेजी RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा के एक बयान के बाद देखने को मिली। RBI गवर्नर ने संकेत दिया कि ब्याज दरों में अभी आगे भी कटौती की गुंजाइश बनी हुई है। उन्होंने कहा, "अक्टूबर की MPC बैठक में यह साफ तौर पर बताया गया था कि पॉलिसी रेट्स में कटौती की गुंजाइश है। तब से, हमें जो मैक्रो-इकोनॉमिक डेटा मिला है, उससे यह नहीं पता चला है कि रेट्स कम करने की गुंजाइश कम हुई है। रेट्स कम करने की गुंजाइश जरूर है, लेकिन MPC आने वाली मीटिंग में इस पर कोई फैसला लेती है या नहीं, यह कमेटी पर निर्भर करता है।"
अगर RBI ब्याज दरें कम करता है, तो इससे होम लोन की EMI भी घटेगी। होम लोन सस्ते होने से हाउसिंग डिमांड बढ़ती है, जिसका असर रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों पर भी देखने को मिलता है।
रियल्टी इंडेक्स के टॉप गेनर्स
रियल्टी शेयरों में आज सबसे अधिक तेजी अनंत राज और फीनिक्स मिल्स के शेयरों में देखने को मिली, जो कारोबार के दौरान 3 प्रतिशत से अधिक उछल गए। वहीं ब्रिगेड एंटरप्राइजेज के शेयरों में 1 परसेंट से अधिक की तेजी देखने को मिली।
शोभा, गोदरेज प्रॉपर्टीज, ओबेरॉय रियल्टी, DLF और मैक्रोटेक डेवलपर्स (लोढ़ा) के शेयर लगभग 1 परसेंट चढ़े।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
निफ्टी रियल्टी इंडेक्स पिछले 5 दिनों में 6 प्रतिशत से अधिक गिर चुका है। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह गिरावट रियल एस्टेट सेक्टर में डिमांड कम होने से नहीं आई है, बल्कि स्टॉक प्राइस बहुत ज्यादा बढ़ चुके थे, इसलिए “वैल्युएशन करेक्शन” हुआ
फोर्टेसिया रियल्टी के डायरेक्टर शिव गर्ग ने कहा कि पिछले पांच दिनों में जो करेक्शन हुआ, वह एक "हेल्दी रीसेट" था, न कि कोई स्ट्रक्चरल बदलाव। उन्होंने आगे कहा, "डिमांड, बुकिंग और प्राइसिंग पावर मजबूत है।, लेकिन स्टॉक प्राइस को कुछ नरम होने की जरूरत है। Q4 नतीजे अच्छे आए तो लीडिंग स्टॉक्स फिर से आउटपरफॉर्म करेंगे।"
मास्टर कैपिटल सर्विसेज़ के चीफ रिसर्च ऑफिसर रवि सिंह ने भी कहा था कि सेक्टर का लॉन्ग-टर्म आउटलुक बना हुआ है। उन्होंने कहा, "शहरीकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ और बढ़ते कंज्यूमर बेस के चलते, रियल्टी सेक्टर एक जरूरी इकोनॉमिक पिलर बना हुआ है।"
INVasset PMS के रिसर्च एनालिस्ट यश चौहान ने कहा कि हालिया करेक्शन कुछ मेट्रो शहरों में अफोर्डेबिलिटी में कमी और प्रीमियम हाउसिंग में धीमी बढ़ोतरी को लेकर चिंताओं को भी दिखाता है, जिसकी वजह से सेक्टर की रीरेटिंग में काफी बदलाव आया था। उन्होंने यह भी कहा कि यह किसी स्ट्रक्चरल बदलाव का संकेत नहीं देता है क्योंकि शहरी इनकम, जॉब एडिशन और रेंटल यील्ड जैसे डिमांड इंडिकेटर मजबूत बने हुए हैं।
प्राइमस पार्टनर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर श्रवण शेट्टी को उम्मीद है कि अगर बजट और सरकारी सुधारों से इकोनॉमिक ग्रोथ और सेल्स में बढ़ोतरी होती है, तो स्टॉक्स तेजी से ऊपर जाएंगे। उन्होंने कहा, "हालांकि, अफोर्डेबल सेगमेंट में बढ़ोतरी न होने और घरों का करज़ बढ़ने का रिस्क अभी भी बना हुआ है।"
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