स्टॉक मार्केट में बुधवार को जबर्दस्त रिकवरी आई। सेंसेक्स 1,223 अंक चढ़कर 54,647 अंक पर बंद हुआ। इसमें देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) का बड़ा हाथ रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में दोपहर बाद अच्छी तेजी देखने को मिली। इससे यह 5.49 फीसदी चढ़कर 2,358.30 रुपये पर बंद हुआ। इससे कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 83,885 करोड़ रुपये बढ़ गया।
बुधवार को शेयर में आई तेजी से रिलायंस इंडस्ट्रीज की वैल्यूएशन करीब 15,96,000 करोड़ रुयये हो गई है। मंगलवार को रिलायंस का शेयर 2236 रुपये पर बंद हुआ था। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 15,13,088 करोड़ रुपये था। रिलायंस के शेयरों में तेजी से इसके चेयरमैन मुकेश अंबानी का नेट वर्थ भी बढ़ गया। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक, बुधवार को मुकेश अंबानी का नेट वर्थ 82.2 अरब डॉलर था। अडानी ग्रुप के फाउंडर गौतम अडानी का नेट वर्थ 82.5 अरब डॉलर था।
अमेजन और फ्यूचर ग्रुप के बीच चल रही कानूनी लड़ाई का असर रिलायंस के शेयरों पर भी पड़ा है। हालांकि, अब इस मसले के समाधान की उम्मीद जगी है। अमेजन और फ्यूचर ग्रुप बातचीत के जरिए मसले का समाधान निकालने के लिए तैयार हो गए हैं। इस लड़ाई की शुरुआत तब हुई थी, जब फ्यूचर ग्रुप के प्रमुख किशोर बियानी ने अपनी हिस्सेदारी रिलायंस इंडस्ट्रीज को बेचने का फैसला किया।
रिलायंस इंडस्ट्री की रिटेल इकाई अभी देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है। फ्यूचर ग्रुप दूसरे पायदान पर है। अमेजन के साथ विवाद के निपटारे के बाद फ्यूचर का रिटेल बिजनेस रिलायंस रिटेल का हो जाएगा। इससे रिटेल मार्केट में रिलायंस रिटेल की ताकत और बढ़ जाएगी। अभी रिलायंस के देश में 1,100 सुपरमार्केट्स हैं।
बुधवार को रिलायंस के शेयर में तेजी की एक वजह यह खबर रही कि कंपनी के जामनगर प्लांट ने मेंटेनेंस वर्क को अभी स्थगित रखने का फैसला किया है। कंपनी ने डीजल की बढ़ती मांग का फायदा उठाने के लिए यह फैसला किया है। दरअसल, यूक्रेन-रूस के बीच लड़ाई से क्रूड के दाम बहुत बढ़ गए हैं। अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसका असर ऑयल की सप्लाई पर पड़ा है।