रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL)और उसके व्हीकल पार्टनर अशोक लेलैंड ने 6 फरवरी को बेंगलुरू में भारत ऊर्जा सप्ताह (India Energy Week) में भारत के पहले हाइड्रोजन आंतरिक दहन इंजन (Internal Combustion Engine) एच2-आईसीई की तकनीक विकसित करने का खुलासा किया। यह एक हेवी ड्यूटी ट्रक है। इंडिया एनर्जी वीक में पीएम नरेंद्र मोदी ने इस ट्रक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज और अशोक लीलैंड दूसरे तकनीकी साझेदारों के साथ मिलकर पिछले साल से ही इस तकनीक को विकसित करने में लगे हुए थे। इस तकनीक पर विकसित पहला इंजन 2022 की शुरुआत से ही चलना शुरू हो गया है।
रिलायंस ने इस बारे में जारी अपने एक बयान में कहा है कि हाइड्रोजन टेक सोल्यूशन शून्य उत्सर्जन के करीब उत्सर्जन करेगा। यह पारंपरिक डीजल ट्रकों के बराबर प्रदर्शन करेगा और इससे शोर भी कम होगा। इस तकनीक से ट्रकों की परिचालन लागत में भी कमी आएगी। यह तकनीक प्रदूषण मुक्त परिवहन का धारणा की नई परिभाषा तय करेगी।
कमर्शियल लॉन्चिंग के पहले रिलायंस के कैप्टिव फ्लीट में होंगे शामिल
रिलायंस इस तकनीक की पहली कमर्शियल लॉन्चिंग के पहले अपने कैप्टिव फ्लीट में बड़े पैमाने पर इस तननीक (H2ICE तकनीक) पर चलने वाले ट्रकों को शामिल करेगी। इस दौरान इस तकनीक का व्यावहारिक परीक्षण होगा।
ग्रीन हाइड्रोजन (Green hydrogen) रिन्यूएबल एनर्जी या लो-कॉर्बन पावर से उत्पन्न हाइड्रोजन है। यह ईंधन का सबसे स्वच्छ रूप है। हाल ही में नीति आयोग की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ग्रीन हाइड्रोजन भारत के आर्थिक विकास और नेट -जीरो योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण है। यह टेक्नोलॉजी 2050 तक कुल CO2 उत्सर्जन में 3.6 गीगाटन की कटौती करने में मदद कर सकती है।
इस लॉन्च के मौके पर बोलते हुए अशोक लेलैंड के प्रेसीडेंट और चीफ टेक्नोलॉजी ऑफीसर, एन सरवनन (N Saravanan)ने कहा, “आरआईएल के साथ काम करते हुए हमने एक बार फिर से अपने टेक्निकल लीडरशिप और क्लीन मोबिलिटी मिशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। देश में सर्वश्रेष्ठ आरएंडडी टीमों में से एक होने के नाते, हम टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन साधन विकसित करने के लिए नई तकनीकों को विकसित करने का अपना अभियान जारी रखना चाहते हैं।"
(डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)