Reliance Industries Q4 FY25 results preview : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 25 अप्रैल को अपने चौथी तिमाही के नतीजे पेश करने वाली है। विश्लेषकों ने मिलेजुल प्रदर्शन का अनुमान लगाया है। कंपनी के ऑयल टू केमिकल और तेल एवं गैस सेगमेंट में नरमी की उम्मीद है। वहीं, टेलीकॉम टैरिफ में बढ़त और रिटेल कारोबार में सुधार से होने की उम्मीद है। आठ एनालिस्टों को बीच कराए गए मनीकंट्रोल के एक सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि रिलायंस की चौथी तिमाही की आय 2.38 लाख करोड़ रुपये रह सकती है। जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 2.37 लाख करोड़ रुपये रही थी। चौथी तिमाही में कंपनी की EBITDA 43,491.6 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है, जो पिछले साल की समान अवधि में 42,516 करोड़ रुपये थी।
चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 18,820 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है,जो पिछले साल के 18,951 करोड़ रुपये से थोड़ा ही कम है। दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 18,540 करोड़ रुपये रहा था।
दिसंबर तिमाही से इथेन की कीमतों में 28 फीसदी की बढ़त हुई और नेफ्था की दरें स्थिर रही हैं। इसके साथ ही पेट्रोकेमिकल प्रोडक्ट्स की कीमतों में गिरावट हुई है। इस वजह से फीडस्टॉक लागत में बढ़त हुई है। लागत में बढ़त के चलते मार्जिन में कमी आने और O2C सेगमेंट के EBITDA पर दबाव पड़ने की उम्मीद है। कमजोर ऑयल प्रोडक्ट क्रैक के चलते रिफाइनिंग मार्जिन पर भी दबाव पड़ने की संभावना है। इसके बावजूद, रूस (34 फीसदी), इराक (18 फीसदी) और वेनेजुएला (6 फीसदी) से आने वाले सस्ते कच्चे तेल की रिफाइंनिंग से ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है।
अर्निंग ग्रोथ को कहां से मिल सकता है सपोर्ट?
O2C बिजनेस : इसकी EBITDA में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 14 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है। लेकिन तिमाही आधार पर इसमें स्थिरता रहने की उम्मीद। इस पर कमजोर प्रोडक्ट क्रैक और पेट्रोकेमिकल स्प्रेड का असर दिखेगा। बेंचमार्क सिंगापुर GRM में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 58 फीसदी गिरावट आई जो प्रोडक्ट क्रैक में ग्लोबल नरमी का संकेत है।
तेल और गैस: केजी-डी6 ब्लॉक से कम उत्पादन के कारण EBITDA में सालना आधार पर 9 फीसदी और तिमाही आधार पर 8 फीदी की गिरावट आने की संभावना है। हालांकि गहरे पानी की गैस की कीमतों में सालाना आधार पर 2 फीसदी की बढ़त हुई है।
डिजिटल सर्विसेज: जियो के EBITDA में सालाना आधार पर 16 फीसदी और तिमाही आधार पर 2 फीसदी की बढ़त होने की उम्मीद है, जिसे टैरिफ बढ़ोतरी के बाद हाई ARPU (साल-दर-साल 13 फीसदी और तिमाही-दर-तिमाही 1 फीसदी की बढ़त) के साथ-साथ ग्राहक आधार में हल्की बढ़त से सपोर्ट मिलेगा।
रिटेल बिजनेस: रिटेल सेक्टर में स्टोर एरिया में बढ़त,बेहतर मार्जिन और बेहतर रियलाइजेशन के कारण सालाना आधार पर 11 फीसदी की मजबूत EBITDA ग्रोथ का अनुमान है। हालांकि,त्यौहारी बिक्री में कमी के कारण तिमाही आधार पर EBITDA में 9 फीसदी की गिरावट आ सकती है।
आज शाम आने वाले नतीजों में निवेशकों का ध्यान रिलायंस के आईपीओ रोडमैप पर रहेगा। जियो की लिस्टिंग 2025 में हो सकती है। उसके बाद रिटेल की भी लिस्टिंग होगी। निवेशक कमज़ोर प्रोडक्ट क्रैक, 5G रोलआउट, रिटेल कारोबार के विस्तार और न्यू एनर्जी प्रोजेक्ट्स के साथ ही रियायती कच्चे तेल की रिफाइनिंग से होने वाले फायदे के अपडेट पर भी नजर रखेंगे। इसके साथ-साथ बाजार की नजर KG-D6 से होने वाले प्रोडक्शन के रुझानों और नई खोज योजनाओं पर की जाने वाली टिप्पणियों पर भी रहेगी।
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