Rupee Vs Dollar:डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे कमजोर होकर बंद हुआ। अमेरिकी फेड की सख्ती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच डॉलर के मुकाबले रुपया आज कमजोर खुला। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 2 पैसे कमजोर होकर 83.09 के स्तर पर खुला। वहीं बुधवार के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 83.07 पर बंद हुआ। फिलहाल डॉलर के मुकाबले रुपया 83.07 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। रुपये का डे हाई 83.13 पर कारोबार कर रहा था। जबकि डे लो 83.01 पर है।
फेड के फैसले के बाद अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बड़ी तेजी देखने को मिली। इसके साथ ही 2-साल का अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 5.19% के साथ 17 सालों की ऊंचाई पर पहुंच गया। जबकि, 4.61% के साथ 10-साल का अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 4.44% के साथ पिछले 16 साल के शिखर पर नजर आया। 5-साल का अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 4.61% और 30-साल का अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 4.47% पर पहुंच चुका ।
इधर डॉलर इंडेक्स में 0.05 फीसदी की बढ़त के साथ 105.56 के स्तर पर कारोबार कर रहा। डॉलर का डे हाई 105.69 पर है जबकि डॉलर का डे लो 105.43 पर है। वहीं डॉलर इंडेक्स 105.16 पर बंद हुआ था।
फेड ने नहीं किया ब्याज दरों में बदलाव
फेडरल रिजर्व ने इस बार के बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. अमेरिका में दरें 5.25%-5.5% पर अब भी बरकरार है। इस फैसले के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि मंहगाई काबू लाना हमारी पहली प्राथमिकता है।इसलिए ऊंची ब्याज दरें लंबे समय तक रह सकती है। उन्होंने इस साल एक बार और दरों में बढ़ोतरी किए जाने के संकेत दिए हैं।जेरोम पॉवेल ने कहा कि दरें बढ़ाने का ये फैसला आंकड़ों पर निर्भर करेगा। मजबूत कंज्यूमर स्पेडिंग से अमेरिकी जीडीपी में बढ़ोतरी देखने को मिली है। ऐसे में जीडीपी बढ़ता का खतरा 2% महंगाई लक्ष्य पर देखना है। साल 2026 तक अमेरिका में महंगाई दर 2% तक संभव है।
डॉलर के मुकाबले दूसरे एशियाई करेंसी पर नजर डालें तो साउथ कोरिया की करेंसी में 0.76 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं ताइवान डॉलर में 0.39 फीसदी , फ़िलीपीनी पेसो और थाई बात में 0.24 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। वही चाइना रिग्गिंत और सिंगापुर डॉलर में 0.2 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है।