Sagility India Share Price: एक कारोबारी दिन पहले सैगिलिटी इंडिया (पूर्व नाम बर्कमीर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) ने सितंबर तिमाही के कारोबारी नतीजे जारी किए। सितंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा दोगुने से अधिक बढ़ा और रेवेन्यू भी 25% से अधिक बढ़ गए तो निवेशकों ने जश्न मनाया। शेयरों की धड़ाधड़ खरीदारी पर इसके भाव उछलकर रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा उठाया जिससे भाव थोड़े नरम पड़े लेकिन शेयर अब भी काफी मजबूत स्थिति में है। फिलहाल बीएसई पर यह 10.78% की बढ़त के साथ ₹56.40 पर है। इंट्रा-डे में यह 12.16% उछलकर ₹57.10 पर पहुंच गए जोकि इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई लेवल है।
Sagility India के लिए कैसी रही सितंबर तिमाही?
चालू वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2025 में सैगिलिटी इंडिया का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर ₹117 करोड़ से 114.53% उछलकर ₹251 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 25.2% उछलकर ₹1,658 पर पहुंच गया। ऑपरेटिंग लेवल पर बात करें तो कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 37.7% बढ़कर ₹415 करोड़ और ऑपरेटिंग मार्जिन 22.7% से सुधरकर 25% पर पहुंच गया। कारोबारी नतीजे के साथ-साथ कंपनी के बोर्ड ने ₹10 की फेस वैल्यू वाले हर शेयर पर ₹0.05 के अंतिरम डिविडेंड को मंजूरी दी। इस डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट 20 नवंबर 2025 फिक्स की गई है। सितंबर तिमाही के आखिरी में कंपनी के 44,185 एंप्लॉयीज थे और 34 डिलीवरी सेंटर्स के साथ इसकी पांच देशों में मौजूदगी है।
सैगिलिटी के एमडी और ग्रुप सीईओ रमेश गोपालन का कहना है कि उनके क्लाइंट्स मुनाफे से जुड़े दबावों से जूझ रहे हैं और सैगिलिटी अपनी क्षमता का इस्तेमाल कर उन्हें अपनी लागत कम करने में मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि एआई से लैस ऑटोमेशन और प्रोसेस ट्रांसफॉर्मेशन से क्लाइंट्स को काफी मदद मिल रही है। उन्होंने इस वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही में कंपनी की मजबूत ग्रोथ की उम्मीद जताई है।
11 महीने पहले लिस्ट हुआ था शेयर
सैगिलिटी इंडिया के शेयर पिछले साल 12 नवंबर 2024 को घरेलू स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुए थे। इसके ₹2106 करोड़ के आईपीओ के तहत आईपीओ निवेशकों को ₹30 के भाव पर शेयर जारी हुए थे। ओवरऑल यह आईपीओ 3.2 गुना भरा था। लिस्टिंग के दिन यह ₹31.06 के भाव पर लिस्ट होने के बाद बीएसई पर ₹32.90 के भाव तक पहुंच गया था और दिन के आखिरी में ₹29.36 के भाव पर बंद हुआ था। अगले ही दिन 13 नवंबर 2024 को टूटकर यह ₹27.02 के भाव पर आ गया जोकि इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड निचला स्तर है। इस निचले स्तर से 11 महीने से थोड़े अधिक समय में यह 111.32% उछलकर आज 30 अक्टूबर 2025 को रिकॉर्ड हाई पर चला गया यानी कि एक साल से भी कम समय में इसने आईपीओ निवेशकों की पूंजी दोगुने से अधिक कर दी।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।