स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के शेयर बुधवार, 4 अक्टूबर को दबाव में रहे और एनएसई पर करीब 2.67 फीसदी टूटकर 89.25 रुपये के भाव पर बंद हुए। दरअसल घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Kotak Institutional Equities) ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में SAIL की रेटिंग को घटाकर 'सेल (बेचें)' कर दिया है। इसी के बाद कंपनी के शेयरों में यह गिरावट आई। कोटक ने कहा कि SAIL कच्चे माल की कीमतों में उछाल के कारण चुनौती का सामना कर रही है। इसे देखते हुए इसने स्टॉक को 50 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। यह इसकी कीमतों में मौजूदा स्तर से करीब 45 फीसदी की गिरावट का संकेत है।
पिछले एक महीने में SAIL के स्टॉक में 12 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। हालांकि पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों कोकरीब 8.5 फीसदी का रिटर्न दिया है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि SAIL का मुख्य बिजनेस स्टील का है, जो एक तरह से उच्च लागत और कम मार्जिन वाला बिजनेस है। इस कोकिंग कोल की कीमतें बढ़ रही है, जो स्टील बिजनेस के लिए काफी अहम है। ब्रोकरेज ने कहा कि खासतौर से स्पॉट कोकिंग कोयले की कीमतों में इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही के औसतन 36 प्रतिशत की तेजी आई है। इससे SAIL की कमाई में आगे चलकर बड़ी गिरावट का जोखिम बनता है।
इस सप्ताह की शुरुआत में, SAIL के चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश ने भी इंडस्ट्री के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए था कि कोकिंग कोयले की मौजूदा ऊंची कीमतें कंपनी के मार्जिन पर सीधा असर डाल रही हैं। उन्होंने कहा कि यूरोप का कार्बन टैक्स सिस्टम, यूरोप में कंपनी की लागत को बढ़ा देगा, जिससे मार्जिन और कम हो जाएगा।
इस सप्ताह की शुरुआत में आए कुछ रिपोर्टों में कहा गया था SAIL मौजूदा वित्त वर्ष में क्षमता विस्तार के लिए 5,500 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। यह उस 11,000 करोड़ रुपये का हिस्सा है जिसे SAIL ने मौजूदा सुविधाओं को बढ़ाने पर खर्च करने की योजना बनाई थी।
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