स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) अगले 5 साल में दुनिया के टॉप 10 बैंकों की लिस्ट में शामिल होगा। बैंक के चेयरमैन सीएस शेट्टी ने यह कहा है। उन्होंने कहा कि मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से एसबीआई दुनिया के टॉप 10 बैंकों का हिस्सा बनेगा। उन्होंने कहा कि यह हमारा लॉन्ग टर्म ऑब्जेक्टिव है। उन्होंने बैंक के क्वालिफायड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) की लिस्टिंग के मौके पर ये बातें कहीं।
एसबीआई चेयरमैन ने क्यूआईपी की सफलता पर जताई खुशी
शेट्टी ने कहा कि हमें NSE से पता चला है कि यह न सिर्फ सबसे बड़ा QIP है बल्कि यह इंडियन मार्केट का अब तक का सबसे बड़ा इक्विटी इश्यू है। बैंक ने 25,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए यह क्यूआईपी पेश किया था। लेकिन, इसकी डिमांड चार गुनी रही। कुल डिमांड में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 64.3 फीसदी रही। इससे पता चलता है कि इंडियन इकोनॉमी और इंडिया की ग्रोथ स्टोरी में विदेशी इनवेस्टर्स की दिलचस्पी बनी हुई है।
एसबीआई के क्यूआईपी में निवेशकों का रिस्पॉन्स उम्मीद से ज्यादा
शेयरों के फाइनल ऐलोकेशन में लंबी अवधि के इनवेस्टर्स को करीब 88 फीसदी एलॉटमेंट हुआ। शेट्टी ने कहा कि 4 गुनी डिमांड हमारी उम्मीद से ज्यादा है। हमें यह उम्मीद थी कि यह इश्यू ओवरसब्सक्राइब्ड होगा। इसमें इनवेस्टर्स अच्छी दिलचस्पी दिखाएंगे। लेकिन, जिस तरह का रिस्पॉन्स देखने को मिला है, उससे हम काफी खुश हैं। इस पैसे से एसबीआई की कॉमन इक्विटी टियर-1 (CET-1) को मजबूत मिलेगी। यह 31 मार्च, 2025 को 10.81 फीसदी से बढ़कर 11.50 फीसदी हो जाएगी।
नई पूंजी मिलने से बैंक को लोन की बढ़ती मांग पूरी करने में मदद मिलेगी
पूंजी की उपलब्धता बढ़ने से एसबीआई लोन की बढ़ती डिमांड खासकर रिटेल, एमएसएमई और कॉर्पोरेट सेगमेंट की डिमांड पूरी कर सकेगा। शेट्टी ने कहा कि एसबीआई के क्यूआईपी में इनवेस्टर्स की दिलचस्पी की एक वजह यह है कि बैंक ने हमेशा देशी और विदेशी इनवेस्टर्स को अपने साथ जोड़ कर रखा है। उन्होंने कहा, "हम पैसे जुटाने के लिए बाजार में गए या नहीं गए, हमारा जुड़ाव इनवेस्टर्स के साथ हमेशा बना रहा है। हर तिमाही नतीजों के बाद हम इनवेस्टर्स से बात करते हैं। इसलिए इनवेस्टर्स यह समझते हैं कि एसबीआई काफी अच्छा है।"
एसबीआई का फोकस 3 चीजों पर बना रहेगा
वैल्यूएशन के बारे में पूछने पर शेट्टी ने कहा कि SBI 1.7 गुना के प्राइस-टू-बुक रेशियो पर पहुंच गया है, जो पहले के लेवल से इम्प्रूवमेंट है। हालांकि, उन्होंने कहा कि बैंक वैल्यूएशन को अलग नजरिए से नहीं देखता है। यह मार्केट डायनेमिक्स है। उन्होंने कहा कि एसबीआई का फोकस तीन चीजों-लगातार बेहतर प्रदर्शन, प्रोडक्टिविटी गेंस और ऑपरेशन में सुधार पर रहा है। हम ग्राहकों को लगातार अच्छी सर्विस देने पर फोकस करते हैं।
बीते एक साल में एसबीआई के शेयरों का निगेटिव रिटर्न
SBI के शेयरों में 23 जुलाई को मामूली तेजी दिखी। 2 बजे शेयर का भाव 0.19 फीसदी चढ़कर 816 रुपये चल रहा था। बीते एक साल में एसबीआई के शेयरों का रिटर्न निगेटिव रहा है। इस दौरान यह स्टॉक 5 फीसदी गिरा है। एसबीआई इंडिया का सबसे बड़ा बैंक है। यह सरकारी बैंक है।