अडानी ग्रुप (Adani Group) की शेयरों में तेज गिरावट के मामले में मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने शनिवार 4 फरवरी को बयान जारी किया। सेबी ने बिना नाम लिए कहा कि उसने पिछले हफ्ते एक कारोबारी समूह के शेयरों में असमान्य गिरावट देखी है। नियामक ने कहा कि बाजार के सुचारू, पारदर्शी और कुशल तरीके से काम करने के लिए किसी खास शेयरों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव से निपटने को लेकर सभी निगरानी व्यवस्था मौजूद हैं। अगर किसी खास मामले में कोई जानकारी SEBI के संज्ञान में आती है, तो उसकी जांच की जाएगी और उचित जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
सेबी से पहले नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 2 फरवीर को अडानी ग्रुप की 3 कंपनियों को अतिरिक्त निगरानी वाले शेयरों की सूची 'ASM' में डाल दिया था। इन कंपनियों में अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट्स शामिल है।
SEBI से एक दिन पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी अडानी ग्रुप के संकट पर बयान जारी किया था। आरबीआई ने कहा था कि बैंकिंग सेक्टर मजबूत और स्थिर बना हुआ है। आरबीआई के इस आश्वासन के बाद अडानी ग्रुप में बैंकों के एक्सपोजर को लेकर हाल के दिनों में बनी चिंता कम हुई।
बता दें कि अडानी ग्रुप के शेयरों में पिछले हफ्ते तेज गिरावट देखी गई थी। यह गिरावट एक अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद आई थी, जिसमें ग्रुप के अकाउंटिंग में हेरफेर का आरोप लगाया गया था। अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट इतनी तेज थी कि उसे अपना 20,000 करोड़ रुपये का प्रस्तावित ऑफर वापस लेना पड़ा।