Get App

सेबी गोल्ड प्राइस डिस्कवरी के लिए ईजीआर से जुड़ी चुनौतियों को दूर करेगा

SEBI के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि रेगुलेटर उन स्ट्रक्चरल, ऑपरेशनल और रेगुलेटरी चैलेंजेज का एनालिसिसि कर रहा है, जो ईजीआर की स्वीकार्यता में बाधा हैं। इस बारे में जिन मामलों पर विचार चल रहा है, उनमें से एक जीएसटी से जुड़े मसलों का असर है

Edited By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Dec 20, 2025 पर 2:52 PM
सेबी गोल्ड प्राइस डिस्कवरी के लिए ईजीआर से जुड़ी चुनौतियों को दूर करेगा
सेबी कमोडिटीज मार्केट ईकोसिस्टम को मजबूत बनाना चाहता है।

सेबी उन मसलों की जांच करेगा जिनकी वजह से इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट्स (ईजीआर) इंडिया में गोल्ड प्राइस डिस्कवरी के लिए प्रभावी और स्वीकार्य बेंचमार्क नहीं बन पा रहे है। यह पहल सेबी की उस व्यापक स्ट्रटेजी का हिस्सा है, जिसके तहत वह कमोडिटीज मार्केट ईकोसिस्टम को मजबूत बनाना चाहता है और अलग-अलग कमोडिटीज सेगमेंट्स में पार्टिसिपेशन बढ़ाना चाहता है।

Electronic Gold Receipt का मतलब क्या है

Electronic Gold Receipt यानी ईजीआर एक डिजिटल इंस्ट्रूमेंट है, जो फिजिकल गोल्ड को रिप्रजेंट करता है। इसकी ट्रेडिंग स्टॉक एक्सचेंजों में होती है। इसे एक पारदर्शी और एफिशिएंट नेशनल स्पॉट मार्केट बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके जरिए इनवेस्टर्स डीमैट फॉर्म में गोल्ड में ट्रेडिंग कर सकते हैं। इसे सेबी रेगुलेट करता है।

ईजीआर की स्वीकार्यता के रास्ते की बाधाएं दूर होंगी

सब समाचार

+ और भी पढ़ें