Semiconductor Stocks: तेजी से बढ़ रहा सेमीकंडक्टर का बाजार, इन 5 स्टॉक्स पर रखें नजर
Semiconductor Stocks: भारत तेजी से सेमीकंडक्टर हब बनने की ओर बढ़ रहा है। कई सेमीकंडक्टर कंपनियां बड़े निवेश और मजबूत ग्रोथ दिखा रही हैं। तेजी से बढ़ते इस बाजार में निवेशकों की नजर इन 5 स्टॉक्स पर है।
हैदराबाद स्थित MosChip सेमीकंडक्टर और प्रोडक्ट इंजीनियरिंग कंपनी है।
Semiconductor Stocks: भारत पूरी ताकत से सेमीकंडक्टर हब बनाने की कोशिश कर रहा है। 2 से 4 सितंबर 2025 के बीच आयोजित Semicon India 2025 में यह चर्चा का मुख्य विषय रहा। तीन दिन के इस इवेंट में चिपमेकिंग, एडवांस पैकेजिंग, AI, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों पर फोकस रहा। इसका मकसद टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता बढ़ाना और वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन में भारत की बड़ी भूमिका सुनिश्चित करना है।
Semicon India 2025 में कई घरेलू सेमीकंडक्टर कंपनियां सुर्खियों में रहीं। CG Power ने इसी दौरान गुजरात के साणंद में अपना पहला OSAT (Outsourced Semiconductor Assembly and Test) प्लांट लॉन्च किया। वहीं, Kaynes Technology ने कहा कि उसकी सब्सिडियरी Kaynes Semicon अक्टूबर के पहले हफ्ते तक भारत में बनी पहली सेमीकंडक्टर चिप लॉन्च कर देगी।
निवेशकों की दिलचस्पी भी इन कंपनियों में साफ दिखी। सितंबर के शुरुआती पांच दिनों में CG Power, Kaynes Technology, MosChip Technologies और अन्य कंपनियों के शेयर 43% तक बढ़े।
सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री से जुड़ी 5 प्रमुख कंपनियां
CG Power
1937 में स्थापित CG Power and Industrial Solutionsभारत की प्रमुख कंपनियों में से एक है, जो पावर जनरेशन, ट्रांसमिशन और इलेक्ट्रिकल उपकरण बनाती है। हाल ही में कंपनी ने साणंद में देश का पहला OSAT प्लांट लॉन्च किया है। ₹7,600 करोड़ के निवेश से दो प्लांट (G1 और G2) बन रहे हैं। G1, एक पायलट प्लांट, 0.5 मिलियन यूनिट प्रतिदिन बना सकता है। वहीं, G2 का निर्माण जारी है जिसकी क्षमता 1.45 करोड़ यूनिट प्रतिदिन होगी। G1 का संचालन शुरू हो चुका है और 2025 के अंत तक पूरी तरह कमर्शियल प्रोडक्शन की उम्मीद है।
वित्तीय मोर्चे पर भी CG Power मजबूत रहा। Q1 FY26 में कंपनी का रेवेन्यू 25% बढ़कर ₹2,643 करोड़ और मुनाफा 23% बढ़कर ₹286 करोड़ रहा। नए ऑर्डर 56% बढ़कर रिकॉर्ड ₹11,971 करोड़ तक पहुंचे।
Kaynes Technology
Kaynes Technology कई इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रों में काम करती है, जैसे PCB, केबल और प्रिसिजन इंजीनियरिंग। इसकी सब्सिडियरी Kaynes Semicon साणंद में ₹3,300 करोड़ का OSAT प्लांट बना रही है, जो रोजाना 60 लाख चिप्स तैयार कर सकेगा। इनका इस्तेमाल ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और IT इंडस्ट्री में होगा। कंपनी का कहना है कि अक्टूबर के पहले हफ्ते तक भारत में बनी पहली चिप लॉन्च होगी।
वित्तीय तौर पर भी कंपनी का प्रदर्शन अच्छा रहा। Q1 FY26 में रेवेन्यू ₹673.5 करोड़ (34% बढ़ोतरी), EBITDA ₹113 करोड़ (69% बढ़ोतरी) और मुनाफा ₹74.6 करोड़ (47% बढ़ोतरी) रहा। कंपनी के पास ₹7,401 करोड़ का मजबूत ऑर्डर बुक भी है।
Bharat Electronics (BEL)
सरकारी कंपनी BEL डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स काफी आगे है। हाल ही में Tata Electronics और BEL ने मिलकर सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स में सहयोग के लिए समझौता किया है। Q1 FY26 में BEL का रेवेन्यू 5% बढ़कर ₹4,417 करोड़ और मुनाफा 25% बढ़कर ₹969 करोड़ रहा। EBITDA मार्जिन भी ~30% तक बढ़ा।
Dixon Technologies
Dixon भारत की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जो मोबाइल, टीवी और नोटबुक सेगमेंट में काम करती है। कंपनी ने हाल ही में ₹2,49,000 करोड़ के निवेश से डिस्प्ले फैब्रिकेशन यूनिट लगाने की घोषणा की है। इसका मकसद लोकल कंपोनेंट प्रोडक्शन बढ़ाना और सप्लाई चेन मजबूत करना है। Q1 FY26 में Dixon का रेवेन्यू 95% बढ़कर ₹12,838 करोड़ और मुनाफा दोगुना होकर ₹280 करोड़ रहा।
MosChip Technologies
हैदराबाद स्थित MosChip सेमीकंडक्टर और प्रोडक्ट इंजीनियरिंग कंपनी है। यह SoC डिजाइन, ASIC डेवलपमेंट, एम्बेडेड सिस्टम और IoT/AI सॉल्यूशंस पर काम करती है। मार्च 2025 में इसने MosChip DigitalSky GenAIoT प्लेटफॉर्म लॉन्च किया, जो IoT, AI, जनरेटिव AI और Edge AI को जोड़ता है। जून तिमाही (Q1 FY26) में कंपनी का रेवेन्यू 69% बढ़कर ₹135.6 करोड़ और मुनाफा दोगुना होकर ₹10.9 करोड़ रहा।
तेजी से बढ़ रहा सेमीकंडक्टर बाजार
भारत का सेमीकंडक्टर बाजार तेजी से बढ़ रहा है। FY25 में इसका आकार 45–50 अरब डॉलर आंका गया है, जो 2030 तक 100–110 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। सरकार भी इस क्षेत्र को बढ़ावा दे रही है। ₹76,000 करोड़ का PLI स्कीम पहले से लागू है, जिसमें ₹65,000 करोड़ की मंजूरी मिल चुकी है।
इसके अलावा, 28 मार्च 2025 को घोषित $2.7 अरब का नया PLI इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स के लिए है। इससे $7 अरब का निवेश आने, 91,600 डायरेक्ट नौकरियां बनने और लोकल चिप प्रोडक्शन बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही, Indian Semiconductor Mission ने अब तक ₹1.60 लाख करोड़ निवेश वाले 10 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है।
इसी बीच, ISRO ने हाल ही में भारत का पहला घरेलू चिप Vikram 32-bit प्रोसेसर पेश किया, जो Semicon India में दिखाया गया। आने वाले समय में और पायलट प्रोजेक्ट्स व प्रोडक्शन लाइन्स तैयार की जाएंगी, जिससे घरेलू चिप मैन्युफैक्चरिंग को और बढ़ावा मिलेगा।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।