Stock Market: सेंसेक्स 1150 प्वाइंट्स गिरने के बाद संभला, क्या पहलगाम पर आंतकी हमला मार्केट को भी ले डूबेगा?

25 अप्रैल को हरे निशान में ओपन होने के बाद सूचकांक लाल निशान में आ गए। इससे साफ हो गया है कि इनवेस्टर्स मार्केट में सावधानी बरत रहे हैं। इंडिया सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बड़े कदम उठा सकता है। अगर पाकिस्तान के साथ टकराव बढ़ता है तो इसका मार्केट के सेंटिमेंट पर बड़ा असर पड़ सकता है

अपडेटेड Apr 25, 2025 पर 2:13 PM
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पहलगाम हमले के बाद सरकार के स्तर पर जिस तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली है, उससे लगता है कि इस बार भारत पहले के मुकाबले कोई बड़ा कदम उठा सकता है।

पहलगाम हमले का असर 25 अप्रैल को मार्केट पर दिखा। लेकिन, सुबह में 1150 तक गिरने वाला सेंसेक्स दोपहर तक काफी हद तक संभलने में कामयाब रहा। 2:11 बजे सेंसेक्स सिर्फ 479 प्वाइंट्स नीचे रह गया था। हालाकि, इनवेस्टर्स मार्केट में सावधानी बरतते दिख रहे हैं। यह माना जा रहा है कि इंडिया सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बड़े कदम उठा सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना कि अगर पाकिस्तान के साथ टकराव बढ़ता है तो इसका मार्केट के सेंटिमेंट पर बड़ा असर पड़ सकता है। खबर है कि सीमा पर बीती रात पाक सैनिकों ने गोलीबारी की।

सरकार कोई बड़ा कदम उठा सकती है

इस बीच कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ (Earnings Growth) सुस्त दिख रही है। हालांकि, विदेशी निवेशकों की खरीदारी बढ़ने से बाजार में तेजी देखने को मिली थी। अगर पाकिस्तान से टकराव नहीं बढ़ता है तो बाजार में कंसॉलिडेशन दिख सकता है। व्हाइट ओक के फाउंडर प्रशांत अरोड़ा ने कहा, "फिलहाल मार्केट को जवाबी सैन्य कार्रवाई की ज्यादा चिंता नहीं है। पहले की तरह प्रतिक्रिया सीमा के अंदर रहेगी।" हालांकि, पहलगाम हमले (Pahalgam attack) के बाद सरकार के स्तर पर जिस तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली है, उससे लगता है कि इस बार भारत पहले के मुकाबले कोई बड़ा कदम उठा सकता है।


तनाव बढ़ने से मार्केट में बड़ी गिरावट आ सकती है

हेलियस कैपिटल के समीर अरोड़ा ने कहा, "अगर तनाव ज्यादा बढ़ता है तो पूरा कैलकुलेशन धरा रह जाएगा। आप ऐसी घटनाओं के लिए खुद को तैयार नहीं रख सकते।" पिछले दो सत्रों में Nifty फ्लैट से लेकर निगेटिव रहा है। एबैकस एसेट मैनेजर के सुनील सिंघानिया ने कहा कि इससे पता चलता है कि मार्केट 'इंतजार करो और देखो' की पॉलिसी पर चलना चाहता है। हालांकि, अगर दोनों देशों के बीच तनाव सीमित दायरे में रहता है तो इसका स्टॉक मार्केट्स पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। वैल्यूएशंस अब भी ज्यादा है। इसलिए मार्केट में कंसॉलिडेशन देखने को मिल सकता है।

टैरिफ 90 दिन टलने से मार्केट में आई थी तेजी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 9 अप्रैल को टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दी थी। तब से Nifty 8.1 फीसदी चढ़ा है। इस दौरान BSE मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 10 से 11 फीसदी तक का उछाल आया है। इस तेजी से बैंकिंग स्टॉक्स का बड़ा हाथ रहा है। बैंकों की हिस्सेदारी (वेट) निफ्टी में 22 फीसदी है। RBI ने लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए जो कदम उठाए हैं, उनका बैंकों पर पॉजिटिव असर पड़ा है। कुछ एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि चूंकि पिछले साल बैंकिंग स्टॉक्स का प्रदर्शन कमजोर रहा, जिससे इस साल उनकी चमक बढ़ सकती है।

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निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्टॉक मार्केट्स की तस्वीर इस बात पर निर्भर करेगी कि भारत पहलगा हमले का जवाब किस तरह से देता है। अगर पाकिस्तान को बड़ी सबक सिखाने के लिए इंडिया कोई बड़ा कदम उठाता है तो इसका तुरंत असर मार्केट पर दिखेगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टर्स को फिलहाल बड़ा निवेश करने से बचना चाहिए। उन्हें पैसा अपने पास रखने पर फोकस करना होगा। अगले कुछ दिनों में तस्वीर साफ होने के बाद आगे की रणनीति बनाई जा सकती है।

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