Stock market : 5 जनवरी की सुबह के कारोबारी सत्र में तेजड़ियों ने अपनी बढ़त बनाए रखी है। फिलहाल 11 बजे के आसपास निफ्टी 29.40 अंक यानी 0.14 फीसदी की बढ़त के साथ 21,686.35 के स्तर पर और सेंसेक्स 86.81 अंक यानी 0.12 फीसदी की तेजी लेकर 71,931.42 के आसपास कारोबार कर रहा था। एनएसई पर ट्रेड कर रहे 2,409 शेयरों में से 1,281 में बढ़त दिख रही थी। जबकि, 1,044 शेयर कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे। वहीं, 84 शयरों में कोई बदलाव नहीं दिख रहा था। बाजार जानकारों का मानना है कि बाजार की वर्तमान तेजी में नकदी की पर्याप्त उपलब्धता और खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी का सबसे ज्यादा योगदान है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी के विजयकुमार का कहना है कि बाजार में चल रही तेजी की एक खास बात यह है कि इस समय संस्थागत नहीं बल्कि खुदरा निवेशक बाजार की दिशा तय कर रहे हैं।
दूसरी ओर, वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के इक्विटी स्ट्रेटजिस्ट क्रांति बथिनी का मानना है कि बाजार का ओवरऑल ट्रेंड तेजी वाला है। उन्होंने इस रैली को 'तरलता' से प्रेरित बताया। उन्होंने आगे कहा कि हमें इंतजार करने और यह देखने की जरूरत है कि तीसरी तिमाही के नतीजे कैसे आते हैं क्योंकि बाजार ने एक मजबूत सेट-अप बना लिया है।
गौरतलब है कि इंडिया इंक के दिसंबर तिमाही (Q3FY24) के नतीजे अगले सप्ताह से आएंगे। आईटी दिग्गज इंफोसिस 11 जनवरी, 2024 को अपने तिमाही आंकड़े जारी करेगी, इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के नतीजे आएंगे। तीसरी तिमाही के नतीजों से पहले, आज शुक्रवार की सुबह के कारोबार में आईटी शेयरों ने सुर्खियां बटोरीं हैं। इंफोसिस, टीसीएस, एलटीआईमाइंडट्री और एचसीएल टेक में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। जिसके चलते निफ्टी आईटी इंडेक्स में 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
बाजार जानकारों की आमधारणा है कि ऊंची महंगाई दर, गैर-जरूरी प्रोजेक्टस में देरी और आगे कंपनियों के कमाई में सुस्ती के अनुमान जैसी शॉर्ट टर्म चुनौतियों के चलते आईटी सेक्टर के तीसरी तिमाही के नतीजों में कमजोरी की उम्मीद दिख रही है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद टीपी का कहना है कि आईटी इंडस्ट्री के लिए इन चुनौतियों के बावजूद इस सेक्टर को लेकर उम्मीदें भी बढ़ रही हैं। बाजार ये मानकर चल रहा है कि ब्याज दरों में बढ़त का दौर अंतिम चरण में है। अब दरों में जल्द ही कटौती शुरू हो सकती है जिससे विलंबित परियोजनाओं के फिर से शुरू होने और इनमें तेजी आने की उम्मीद है।
आईटी के आलावा शुरुआती कारोबारी सत्र में निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में भी जोरदार तेजी देखने को मिली है। ये 2 फीसदी से ज्यादा उछलकर अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर, एफएमसीजी और फार्मा जैसे डिफेंसिव सेक्टर शुक्रवार को कमजोरी दिखा रहे हैं।
इस बीच ब्रॉडर इंडेक्स निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 0.6 फीसदी की बढ़त के साथ निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन करते नजर आए हैं। हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि यह खुदरा निवेशकों के उत्साह का नतीजा है। अब मिड और स्मॉलकैप में करेक्शन देखने को मिल सकता है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विजयकुमार ने चेतावनी के लहजे में कहा है कि मिड और स्मॉलकैप का महंगा वैल्यूएशन लंबे समय तक जारी नहीं रह सकता । ब्रॉडर मार्केट में बड़े करेक्शन की संभावना है, बस एकमात्र सवाल यह है कि कब?
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