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टैरिफ से जुड़ी चिंताओं के बीच सेंसेक्स-निफ्टी ने की सुस्त शुरुआत, 21 जुलाई को इन अहम लेवल्स पर रहे नजर

शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। व्यापक आधार पर आई कमजोरी और निवेशकों की बढ़ती घबराहट के बीच बेंचमार्क इंडेक्सों में लगभग एक फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। लगातार कम होती वोलैटिलिटी से पता चलता है कि हालांकि इंट्राडे रैली के दौरान मंदड़िए लगातार सक्रिय रहे हैं,फिर भी अभी तक घबराहट में बिक्री के कोई भी संकेत नहीं हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 21, 2025 पर 9:47 AM
टैरिफ से जुड़ी चिंताओं के बीच सेंसेक्स-निफ्टी ने की सुस्त शुरुआत, 21 जुलाई को इन अहम लेवल्स पर रहे नजर
निफ्टी अपने 10-डे और 20-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज से नीचे बना हुआ है, दोनों 25,200 के आसपास मंडरा रहे हैं, जिससे ऊपरी स्तरों पर सप्लाई का प्रेसर जारी है

बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स 21 जुलाई को सतर्क के साथ कारोबार कर रहे हैं। 1 अगस्त की टैरिफ समय सीमा के नजदीक आने के साथ निवेशकों का सेंटिमेंट नाजुक बना हुआ है। गिफ्ट निफ्टी भी 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,943 के आसपास कारोबार कर रहा है। ये बाजार में सुस्त कारोबार का संकेत है।

बैंकिंग और FMCG शेयरों में बिकवाली के दबाव के चलते शुक्रवार को भारतीय शेयर बाज़ार लाल निशान में बंद हुए और हफ़्ते का अंत लगभग 1 प्रतिशत की गिरावट के साथ हुआ। ब्रॉडर मार्केट भी दबाव में रहा, जबकि इंडिया VIX में बढ़ोतरी निवेशकों की बढ़ती घबराहट को दिखाती है। एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, 18 जुलाई को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने भारतीय इक्विटी में 374 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की नेट खरीदारी की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 2,103 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 18 जुलाई को गिरकर 0.78 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 0.94 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।

डर का पैमाना माने जाने वाले इंडिया VIX ने शुक्रवार को एक बड़े दायरे में उतार-चढ़ाव के बाद बढ़त के साथ क्लोजिंग की और 1.33 फीसदी बढ़कर 11.39 के स्तर पर पहुंच गया, हालांकि यह निचले स्तर पर ही रहा। यह जहां बाज़ार की स्थिरता का संकेत देता है, वहीं यह किसी संभावित ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन के प्रति सतर्क रहने का संकेत भी देता है।

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