स्टॉक मार्केट्स पर महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत का बड़ा असर देखने को मिला। इसकी उम्मीद पहले से की जा रही थी। उधर, क्लाउड, डेटा और एआई की बदौलत आईटी सेक्टर का प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद है। इसकी बड़ी वजह यह है कि अमेरिका में बैंकिंग और फाइनेंशियल कंपनियां खर्च बढ़ा रही हैं। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने नवंबर की अपनी रिपोर्ट में इस बारे में बताया है। अमेरिका में बैंक अपने कामकाज के आधुनिकीकरण पर फोकस बढ़ा रहा हैं। मॉर्गन स्टेनली को टेक्निकल पर खर्च की ग्रोथ डबल डिजिट में रहने की उम्मीद है। गोल्डमैन सैक्स का भी कहना है कि फाइनेंशियल कंपनियां इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म पर निवेश बढ़ाने जा रही हैं।
Zomato में 5 फीसदी से ज्यादा तेजी
इधर, 25 नवंबर लगातार दूसरा दिन है, जब मार्केट जबर्दस्त तेजी के साथ खुला है। हालांकि, 23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद इसकी उम्मीद थी। सोमवार को कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ हुई। BSE Sensex 1.46 फीसदी यानी 1125 प्वाइंट्स चढ़कर 80,255 पर पहुंच गया। NSE का Nifty 1.46 फीसदी यानी 350 प्वाइंट्स के उछाल के साथ 24,251 पर चल रहा था।
क्या यह तेजी जारी रहने वाली है?
मार्केट की तेजी में HDFC Bank, Reliance Industries, Zomato, SBI जैसे दिग्गज शेयरों का बड़ा योगदान दिखा। इन शेयरों में 5 फीसदी तक की तेजी देखी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लगातार दूसरे सत्र में शानदार तेजी के बावजूद अभी इसे किसी तरह का ट्रेंड समझना जल्दबाजी होगी। अगर अगले कुछ सत्रों में यह तेजी जारी रहती है तभी बाजार के सेंटिमेंट में बदलाव की उम्मीद की जा सकता है।
इस स्टॉक में 23 नवंबर को 6.5 फीसदी का उछाल आया था। इसकी वजह विदेशी ब्रोकरेज फर्म Investec की रिपोर्ट है। इस ब्रोकरेज फर्म ने Sobha के शेयरों को कवर करना शुरू किया है। इसने इस स्टॉक को खरीदने की सलाह दी है। उसका मानना है कि इस शेयर में 42 फीसदी तेजी दिख सकती है। उसने FY24-FY27 के दौरान प्री-सेल्स की CAGR 18 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इनवेस्टेक का कहना है कि अगर Sobha अपने लैंड बैंक को मॉनेटाइज करती और इंक्रीमेंटल कैश फ्लो का इस्तेमाल अपने कारोबार के विस्तार के लिए करती है तो उसका मुनाफा बढ़ सकता है। हालांकि, कंपनी का लैंड बैंक काफी कंसंट्रेटेड है। इसका असर रिटर्न रेशियो पर पड़ सकता है। प्रोजेक्ट एप्रूवल में देरी का असर भी उसके रेवेन्यू पर पड़ सकता है।
प्राज इंडस्ट्रीज के शेयर 23 नवंबर को 15 फीसदी के उछाल के साथ 781 रुपये पर क्लोज हुए। कंपनी ने 2030 तक अपना रेवेन्यू तिगुना करने का टारगेट रखा है। बुल्स का कहना है कि दुनियाभर में सस्टेनेबल एनर्जी और मैटेरियल्स पर फोकस बढ़ा है। कंपनी के पास बायो-बेस्ड टेक्नोलॉजी में एक्सपर्टाइज है। कंपनी एविएशन फ्यूल, बायोपॉलिमर्स और एनर्जी ट्रांजिशन पर फोकस कर रही है। Praj Industries को इंडिया और विदेश में रिन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती डिमांड का भी फायदा मिलेगा।
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सरकार की पॉलिसी भी नेट-जीरो एनर्जी एक्सपैंसन को सपोर्ट करने की रही है। हालांकि, नए मार्केट्स में एग्जिक्यूशन कंपनी के लिए एक बड़ा रिस्क है। इसके अलावा ग्लोबल मार्केट में कंपनी को काफी प्रतिस्पर्धा का भी सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने रेवेन्यू को लेकर काफी महत्वाकांक्षी टारगेट तय किया है। अगर यह पूरा नहीं हुआ तो निवेशकों को निराशा हो सकती है।
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