Share Market Falls: भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार 11 नवंबर को गिरावट लौट आई। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और फाइनेंशियल शेयरों में मुनाफावसूली से शेयर मार्केट के सेंटीमेंट पर दबाव दिखा। सुबह करीब 10:45 बजे, सेंसेक्स 398.61 अंक या 0.48% गिरकर 83,136.74 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 119.65 अंक या 0.47% फिसलकर 25,454.70 के स्तर पर आ गया। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। निफ्टी में बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स जैसे दिग्गज शेयरों में 7% तक गिरावट देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 6 प्रमुख वजहें रहीं-
1. विदेशी निवेशकों की बिकवाली (FII Selling)
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि हाल ही में एक के बाद एक लगातार कई बड़े आईपीओ आए हैं। इन आईपीओ ने शेयर मार्केट से लिक्विडिटी खींची है। इस समय भी बाजार में कई बड़े IPO खुले हैं। इसमें Pine Labs का ₹3,899.91 करोड़ का आईपीओ, Emmvee Photovoltaic का 2,900 करोड़ रुपये का आईपीओ, PhysicsWallah का ₹3,480 करोड़ का आईपीओ शामिल है। इसके अलावा हाल ही में Groww और Lenskart जैसी कंपनियों के बड़े आईपीओ भी बंद हुए हैं।
3. एक्सपायरी डे की अस्थिरता
मंगलवार का दिन निफ्टी के वीकली फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी का दिन होता है। इसकी वजह से डेरिवेटिव पोजिशन की स्क्वायर-ऑफ के चलते बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला। यह आमतौर पर वोलैटिलिटी बढ़ाने का कारण बनता है।
4. वोलैटिलिटी इंडेक्स में उछाल
शेयर बाजार में अस्थिरता का संकेत देने वाला India VIX, आज 5% बढ़कर 12.90 अंक पर पहुंच गया। यह बताता है कि ट्रेडर्स में घबराहट और अनिश्चितता बढ़ रही है। जब VIX बढ़ता है, तो निकट भविष्य में बाजार में तेज उतार-चढ़ाव की संभावना रहती है।
ग्लोबल बाजारों में भी मंगलवार को कमजोरी देखने को मिली। चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.43% टूटकर कारोबार कर रहा था। हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 0.33% नीचे था। वहीं, नैस्डैक और एसएंडपी फ्यूचर्स भी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे, जिससे अमेरिकी बाजारों के कमजोर खुलने के संकेत मिल रहे हैं।
6. फाइनेंशियल शेयरों में मुनाफावसूली
फाइनेंशियल सेक्टर में गिरावट ने आज बाजार के सेंटीमेंट पर सबसे अधिक असर डाला। बजाज फाइनेंस के शेयर शुरुआती कारोबार में 7% तक गिर गए। यह गिरावट इस खबर के बाद आई कि कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष 2026 के लिए AUM ग्रोथ गाइडेंस को घटाकर 22%-23% कर दिया है। इसकी सहयोगी कंपनी बजाज फिनसर्व में भी 6.5% की गिरावट आई। हालांकि कंपनी ने सितंबर तिमाही में मजबूत नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) और प्रॉफिट ग्रोथ दिखाई, लेकिन एसेट क्वालिटी में गिरावट ने निवेशकों को निराश किया।
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