Closing Bell- कारोबारी हफ्ते के पहले दिन बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिली। 6 दिन की गिरावट के बाद बाजार हरे निशान में बंद हुआ। मिडकैप, स्मॉलकैप शेयरों में बिकवाली देखने को मिली। FMCG, IT शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। फार्मा शेयरों में हल्की बढ़त देखने को मिली। मेटल, PSE, रियल्टी शेयरों में गिरावट देखने को मिली। ऑटो, एनर्जी शेयरों पर दबाव देखने को मिली।
कारोबार के अंत में सेंस
बाजार पर जानिए क्या है एक्सपर्ट्स की राय
Choice Broking की पलक कोठारी का कहना है कि टेक्निकल नजरिए से देखें तो निफ्टी वीकली चार्ट पर लोअर हाई और लोअर लो फॉर्मेशन के साथ ट्रेड कर रहा है जो इसमें सुस्ती कायमरहने का संकेत है। निफ्टी ने होरिजनटल लाइन से ब्रेकडाउन दिया है और यह अपने 200 DMA के नीचे फिसल गया है जो इसमें और कमजोरी के संकेत दे रहा है। दूसरे टेक्निकल इंडिकेटर भी निफ्टी में कमजोरी के संकेत दे रहे है। अब निफ्टी के लिए 15000 पर सपोर्ट नजर आ रहा है। वहीं 15500 पर इसके लिए पहला रजिस्टेंस नजर आ रहा है। दूसरी तरफ बैंक निफ्टी के लिए 32300 पर सपोर्ट है जबकि 33800 पर रजिस्टेंस है। ओवर ऑल नजरिए से देखें तो निफ्टी का चार्ट कमजोर नजर आ रहा है। अगर यह 15000 के नीचे फिसलता है कमजोरी और बढ़ सकती है।
NAV INVESTMENT के डायरेक्टर आशीष बहेती की बाजार पर राय
आशीष बहेती ने बाजार पर राय देते हुए कहा फिलहाल निफ्टी में लॉन्ग पोजीशन लेने की सलाह नहीं होगी। इसमें 15550 के ऊपर के स्तर दिखने पर ही इसमें लॉन्ग पोजीशन ली जा सकती है। यदि ये इसके ऊपर जाकर टिकता हुआ दिखाई देता तो इसमें 15700 से से 15800 के स्तर भी देखने को मिल सकते हैं। हालांकि इसमें वर्तमान लेवल पर कोई ट्रेड लेने की सलाह नहीं होगी।बैंक निफ्टी पर राय देते हुए आशीष ने कहा कि इसमें भी इस समय ट्रेड नहीं लिया जा सकता है। जब तक कि बैंक निफ्टी 33150 के ऊपर नहीं निकलता है। तब तक इसमें लॉन्ग ट्रेड नहीं लेना चाहिए।
मानसून की धीमी शुरुआत ने दिखाया असर, खरीफ की बुआई में आई 8% की गिरावट
देश के कुछ हिस्सों में मानसून ने दस्तक दे दी है। अभी भी कई इलाके है, जो गर्मी से झुलस रहे हैं। इस बीच खरीफ की फसल की बुवाई कितनी हुई है, इसके आंकड़े आ गए हैं। नेशनल फऊड सिक्योरिटी मिशन (National Food Security Mission) के मुताबिक, 17 जून तक सिर्फ 99.63 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की गई है। वहीं इसके एक साल पहले 108.29 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की गई थी। मानसून की धीमी शुरुआत के चलते पिछले साल के मुकाबले इस साल खरीफ की बुवाई क्षेत्र में 8 लाख हेक्टेयर से अधिक की गिरावट आई है।चावल और मोटे अनाज दोनों की बुवाई में 30 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इस साल सिर्फ 8.73 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई की गई है। जबकि साल 2021 में यह 12.52 हेक्टेयर में बोया गया था। वहीं इस साल मोटे अनाज सिर्फ 6.81 लाख हेक्टेयर में बोया गया है, जो कि पिछले साल के मुकाबले 2.91 लाख हेक्टेयर कम है।
साल 2021 में 4.74 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुवाई की गई थी। जबकि इस साल 4.39 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुवाई की गई है। जो कि पिछले साल के मुकाबले 0.35 लाख हेक्टेयर कम है। इसमें पिछले साल 0.73 लाख हेक्टेयर में उड़द की बुवाई की गई थी। जबकि इस साल 0.53 लाख हेक्टेयर में बुवाई है। इस साल उड़द की बुवाई सबसे कम हुई है। इस साल दलहन और तिलहन की बुवाई काफी कम हुई है। इस साल तिलहन 4.75 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई है। जबकि पिछले साल 5.79 लाख हेक्टेयर में की गई थी।
Ferro Scrap Nigam का जल्द हो सकता है विनिवेश, सरकार को मिलीं कई बोलियां
केंद्र सरकार को फेरो स्क्रैप निगम लि. की स्ट्रैटजिक सेल के लिए कई शुरुआती बिड्स हासिल हुई हैं। डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) में सेक्रेटरी तुहीन कांत पांडे ने सोमवार, 20 जून 2022 को यह जानकारी दी है।
पांडे ने ट्विटर पर कहा, एमएसटीसी (MSTC Ltd) के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Ferro Scrap Nigam के स्ट्रैटजिक डिसइनवेस्टमेंट (Strategic Disinvestment) के लिए कई एक्सप्रेशंस ऑफ इंटरेस्ट (EOIs) हासिल हुए हैं। हालांकि, DIPAM सेक्रेटरी ने और ज्यादा बोरा नहीं दिया है।
केंद्र ने Ferro Scrap Nigam के निजीकरण के लिए शुरुआती बिड्स जमा करने के लिए अंतिम तारीख बढ़ाकर 17 जून कर दी थी। इससे पहले यह डेडलाइन 5 मई से बढ़ाकर 6 जून कर दी थी, जिसका प्रस्ताव आरंभिक सूचना ज्ञापन में किया गया था।सरकार Ferro Scrap Nigam की पूरी हिस्सेदारी बेचने की योजना पर काम कर रही है, जो एमएसटीसी लिमिटेड की 100 फीसदी हिस्सेदारी वाली सब्सिडियरी है। यह डील मैनेजमेंट कंट्रोल के ट्रांसफर के साथ स्ट्रैटजिक सेल के जरिये होगा।
2 साल की सुस्ती के बाद बीयर बनाने वाली कंपनियों की बल्ले-बल्ले, दर्ज की रिकॉर्ड बिक्री
कोविड -19 महामारी के चलते पिछले 2 साल के दौरान बीयर की बिक्री में सुस्ती देखने को मिली थी। कोविड के मामलों में कमी और लॉकडाउन के हटने के साथ ही बीयर बनाने वाली कंपनियों United Breweries, B9 Beverages और DeVANS Modern Breweries की बल्ले-बल्ले हो गई है। इन कंपनियों ने जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की है। Godfather, Kotsberg Pils और Six Fields जैसे ब्रांड की बिक्री करने वाली DeVANS Modern Breweries ने बताया है कि साल 2022 के पहले 5 महीनों में कंपनी की बिक्री कोविड पूर्व के अवधि की तुलना में 15 फीसदी ज्यादा रही है। DeVANS Modern के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रेम दीवान का कहना है कि वित्त वर्ष 2023 के अंत तक वित्त वर्ष 2020 की तुलना में 80 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की बिक्री 80 लाख केस रह सकती है और वित्त वर्ष 2024 में यह 12 लाख केस का आंकड़ा पार कर सकती है। इसी तरह Kingfisher और Heineken ब्रांड की बीयर बेचने वाली United Breweries का भी कहना है कि इस साल तेज गर्मी पड़ने के साथ ही हमारी बिक्री में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है। मार्च महीने का महीना हमारे लिए अच्छा रहा है जिससे आगे के लिए अच्छे संकेत नजर आ रहे है।
अभी और लहूलुहान हो सकता है बाजार, 13750 तक गिर सकता है निफ्टी, जानिये ऐसा क्यों कह रहे हैं विश्लेषक
Geojit Financial Services के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, "मौजूदा आकलन के आधार पर हम प्रमुख इंडेक्सेस में 5 से 10 प्रतिशत के और करेक्शन की उम्मीद कर सकते हैं। निफ्टी में 13,750 से 14,500 के स्तर देखने को मिल सकते हैं।" उन्होंने आगे कहा "गिरावट को देखते हुए यह ललचा कर खरीदारी करने का सबसे अच्छा समय नहीं है। बल्कि इस समय स्मार्ट और तर्कसंगत होना चाहिए।
इसलिए एक बार में बड़ा पैसा लगाने की बजाय अगले 3 से 9 महीनों में एक निश्चित राशि के रूप में नियमित निवेश करना चाहिए। निवेश करते समय ये नजरिया अपनाना चाहिए कि सबसे खराब स्थिति को पचा लिया गया है।"दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा बढ़ती महंगाई को देखते हुए रेट बढ़ाये जाने के कारण बाजार को भारी नुकसान हुआ है। इससे बाजार की लिक्विडिटी कम हो सकती है। जबकि कुछ सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में मंदी का असर दिखने की संभावना है।
Ventura Securities के विनीत बोलिंजकर ने कहा "फेड के रेट बढ़ाने से भारत से एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) के पैसे निकालने की गति में और तेजी आयेगी। इससे रुपया कमजोर होगा और आयात महंगा होगा।"उन्होंने समझाया कि उच्च मुद्रास्फीति के कारण दरों में अधिक बढ़ोतरी होगी। इसका कॉर्पोरेट के नतीजों पर असर पड़ेगा। दरों में वृद्धि से ऑटोमोटिव और रियल एस्टेट सेक्टर की मांग में भी कमी आने की संभावना है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि इस सेक्टर में 80 प्रतिशत से अधिक खरीदारी क्रेडिट पर होती है।
Sun Pharma share price: ब्रोकरेज फर्म जेफरीज इंडिया (Jefferies India ) ने देश की दिग्गज फार्मा कंपनी सन फार्मा ( Sun Pharmaceuticals Industries) पर जोरदार भरोसा जताया है। ब्रोकरेज हाउस ने इस स्टॉक की रेटिंग "underperform" से बढ़ाकर "buy" कर दिया है और इसका टारगेट प्राइस भी 775 रुपये से बढ़ाकर 910 रुपये कर दिया है।
जेफरीज का मानना है कि सन फार्मा को उसके स्पेशियलिटी पोर्टफोलियो और भारतीय कारोबार में होने वाली ग्रोथ से फायदा मिलेगा। इसके पहले सन फार्मा ने अपने गाइडेंस में उम्मीद जताई थी कि वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की बिक्री में लो सिंगल से डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिल सकती है। कंपनी की आगे की ग्रोथ इंडस्ट्रीज की ग्रोथ की तुलना में ज्यादा रह सकती है। जेफरीज का मानना है कि सन फार्मा इस समय हाई रिस्क वाले जेनरिक पोर्टफोलियो पर बहुत ज्यादा निर्भर नहीं है। ऐसे में कंपनी अपना गाइडेंस आसानी से हासिल कर सकती है।
जेफरीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगले 2 साल में कंपनी के कारोबार की ग्रोथ Ilumya, Cequa और Winlevi जैसे प्रोडक्टों के ग्रोथ पर निर्भर करेगी। भारत में सन फार्मा की सेल्स फोर्स में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की योजना है जिससे आगे कंपनी के सेल्स ग्रोथ इंडस्ट्री लेवल से ऊपर रह सकती है।
एक्सिस सिक्योरिटीज के राजेश पालविया की राय
Delta Corp- इस स्टॉक में ओवरसोल्ड जोन से बाउंसबैक रैली की उम्मीद बनी हुई है। जिन निवेशकों के पास यह स्टॉक है उनको इसमें बने रहने चाहिए जो नई खरीद करना चाहते है वो भी इसमें धीरे-धीरे खरीदारी शुरु कर सकते है। नीचे की इस खरीद के लिए 160 रुपये पर स्टॉपलॉस लगाए जबकि लक्ष्य 200-225 रुपये का रखा।
Elecon Engineering- इस स्टॉक में भी टेक्निकल इंडिकेटर मजबूती के संकेत दे रहे है। जिनके पास यह स्टॉक है वह इसमें बने रहें। जिनको नई खरीद करनी है वह भी इस स्टॉक में 230-220 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ धीरे -धीरे खरीदारी कर सकते है। आगे यह स्टॉक 280-300 रुपये के स्तर पर जाता नजर आ सकता है।
Sun TV Network- जिनके पास यह स्टॉक है वह इसमें बने रहें। इसमें नई खरीदारी भी की जा सकती है। 400 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ 460-485 रुपये का लक्ष्य रखें।
Welspun Corp- जिनके पास यह स्टॉक है वह इसमें बने रहें। इसमें नई खरीदारी भी की जा सकती है। 185-180 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ 240-260 रुपये का लक्ष्य रखें।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी का आना ‘निश्चित’ नहीं, ट्रेजरी सेक्रेटरी Janet Yellen ने कही यह बड़ी बात
यूएस ट्रेजरी सेक्रेटरी जैनेट येलेन (Janet Yellen) ने कहा कि अमेरिका में मंदी का आना “निश्चित” नहीं है। उन्होंने कहा कि इकोनॉमी में सुस्ती आएगी, लेकिन वह अनिवार्य रूप से मंदी को आता नहीं देख रही हैं। न्यूज एजेंसी एएफपी ने रविवार को यह खबर दी है। यूएस फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) के ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कुछ दिन बाद ही येलेन का यह बयान सामने आया है। यूएस फेड के ऐलान के बाद आर्थिक मंदी की चिंताएं गहरा गई थीं।
ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद, फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल (Jerome Powell) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि संभवतः जुलाई में होने वाली अगली पॉलिसी मीटिंग में ब्याज दरों में 50 या 75 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की जा सकती है और अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए नीति में इतनी सख्ती पर्याप्त है। पॉवेल ने 2023 तक ब्याज दरों को 4 फीसदी के नजदीक ले जाने की रूपरेखा तैयार की है, जिससे आगे जोखिम वाली एसेट्स में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।
Greenlam Industries ने लगाई 9% की जोरदार छलांग, जानिए क्या है वजह?
Greenlam Industries के शेयर आज इंट्राडे में 9 फीसदी से ज्यादा की छलांग लगाते नजर आए। कंपनी के बोर्ड ने Smiti Holding and Trading Company को 195 करोड़ रुपये के शेयर जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस खबर के चलते आज यह शेयर जोश में नजर आ रहा है।
कंपनी ने इस बारे में जारी एक प्रेस रिलीज में सूचित किया है कि 20 जून को हुई उसकी बोर्ड मीटिंग में Smiti Holding and Trading Company को 309 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 63,10,680 शेयर जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह प्रस्ताव शेयर होल्डरों की मंजूरी के साथ ही दूसरे वैधानिक मंजूरी के अधीन है।
बता दें कि कंपनी की EGM 16 जुलाई को होगी। जिसमें इस मुद्दे पर सदस्यों से मंजूरी ली जाएगी।
LIC के शेयरों में गिरावट से निराश हैं? JPMorgan की यह रिपोर्ट आपकी चिंता दूर कर देगी
LIC के शेयरों का प्रदर्शन लिस्टिंग के बाद से बहुत खराब रहा है। एलआईसी के आईपीओ में पैसे लगाने वाले लाखों निवेशकों का काफी पैसा डूब गया है। इनमें बड़ी संख्या में LIC के पॉलिसीहोल्डर्स शामिल हैं। लिस्टिंग के बाद से यह शेयर 30 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। इस बीच JP Morgan की रिपोर्ट अंधरे में उजाल की किरण जैसी दिखती है।
जेपी मॉर्गन ने कहा है कि वित्त वर्ष 2023 में अनुमानित 0.75 गुना एंटरप्राइज वैल्यू (EV) के साथ यह इंश्योरेंस का सबसे सस्ता शेयर है। प्राइवेट सेक्टर की इंश्योरेंस कंपनियों के शेयरों में 2-3 गुना पर कारोबार हो रहा है। हालांकि, उनकी ग्रोथ तेज रही है।
जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट के मुताबिक एलआईसी के शेयरों में करीब 200 रुपये की तेजी आ सकती है। सोमवार को एलआईसी के शेयर कमजोर खुले। लेकिन, थोड़ी देर बाद ही हरे निशान में आ गए। 11:06 बजे यह शेयर 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 655.45 रुपये पर चल रहा था।
JEFFERIES की SUN PHARMA पर राय
JEFFERIES ने SUN PHARMA पर राय देते हुए इस स्टॉक पर डबल अपग्रेड दिया है। इन्होंने इसकी रेटिंग को अंडरपरफॉर्म से बढ़ाकर खरीदारी की रेटिंग दी है। इसके साथ ही इन्होंने इसके स्टॉक का टारगेट 775 रुपये से बढ़ाकर 910 रुपये तय किया है। उनका कहना है कि स्पेशियालिटी पोर्टफोलियो, भारतीय बिजनेस से ग्रोथ बढ़ सकती है। अगले 2 साल Ilumya, Cequa और Winlevi से ग्रोथ को सपोर्ट संभव है। इसके साथ ही इन्होंने इसका FY23/24 के लिए EPS अनुमान 3%/9% बढ़ाया है।
Crude Oil slumps : क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट को देखते हुए सोमवार को भारतीय बाजार में एनर्जी कंपनियों के शेयरों को तगड़ा झटका लगा। शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई पर एनर्जी कंपनियों के शेयर लगभग 17 फीसदी तक गिर गए। तेल की कीमतों में शुक्रवार को लगभग 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। दरअसल, माना जा रहा है कि दुनिया के बड़े सेंट्रल बैंक्स के ब्याज दरों में बढ़ोतरी के फैसलों को देखते हुए इनवेस्टर्स को ग्लोबल इकोनॉमी में मंदी आने और एनर्जी की डिमांड घटने का डर है। इससे तेल की डिमांड घट सकती है, जिसका असर कीमतों पर दिख रहा है।वहीं ओएनजीसी (ONGC), गोवा कार्बन, अडानी टोटल गैस और हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन के शेयर 5 से 7 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे हैं। वहीं सुबह 9.49 बजे एसएंडपी बीएसई एनर्जी इंडेक्स में 2.4 फीसदी की गिरावट बनी हुई है। आज के कारोबार के दौरान इंट्रा डे में बीएसई पर एनर्जी इंडेक्स 7,439.97 के कई साल के निचले स्तर पर आ गया है।
Vedanta के शेयर में सोमवार को बाजार खुलते ही बिकवाली दबाव देखने को मिला। इससे शेयर 7 फीसदी से ज्यादा टूट गया। 10:14 बजे इस शेयर का प्राइस 9 फीसदी गिरकर 240 रुपये चल रहा था। गिरावट की वजह यह है कि कंपनी तमिनाडु में अपने एक कॉपर प्लांट (Sterlite Copper) को बेचने जा रही है। उसने इसके लिए Expression of Interest (EOI) मंगाया है।वेदांता का यह कॉपर प्लांट तमिलनाडु के तुतिकोरिन में है। राज्य सरकार के एक आदेश के बाद यह प्लांट 2018 के मध्य से बंद पड़ा है। इस प्लांट को खरीदने की इच्छुक कंपनियां 4 जुलाई तक EoI सब्मिट कर सकती हैं।वेदांता के इस प्लांट की बिक्री में ऑक्सीजन जेनरेशन फैसिलिटी और रेजिडेंशियल होम शामिल हैं। इस प्लांट पर पर्यावरण के नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा था। उसके बाद राज्य सरकार ने इसे बंद करने का आदेश दिया था।
शुरुआती ट्रेड में डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे मजबूत आ रहा नजर, जानिए क्या है करेंट भाव
सोमवार यानी आज के कारोबार में शुरुआती ट्रेड में डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे की बढ़त के साथ 77.93 के आसपास नजर आया। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 77.98 के स्तर पर खुला था। फिर उसके बाद इसमें और मजबूती आई। फिलहाल यह शुक्रवार की क्लोजिंग की तुलना में 19 पैसे की बढ़त के साथ 77.88 के स्तर पर नजर आ रहा है। बता दें कि शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे की बढ़त के साथ 78.05 के स्तर पर बंद हुआ था। कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से रुपये को सपोर्ट मिल रही है। हालांकि एफआईआई की तरफ से लगातार हो रही बिकवाली घरेलू इक्विटी मार्केट की कमजोरी और डॉलर की मजबूती के चलते रुपये की बढ़त सीमित रही है। इस बीच डॉलर इंडेक्स में 0.30 फीसदी की कमजोरी आई है और यह 104.38 पर नजर आ रहा है । दूसरी तरफ ब्रेंट क्रूड फ्यूचर 0.26 फीसदी की गिरावट के साथ 112.83 डॉलर प्रति बैरल पर नजर आ रहा है।
5PAISA.COM के Ruchit Jain आज के 2 Buy कॉल जिनमें 2-3 हफ्ते में हो सकती है जोरदार कमाई
Bajaj Finance: Buy | LTP: Rs 5419.55 | इस स्टॉक 5,220 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ 5,740 रुपये के लक्ष्य के लिए खरीदारी की सलाह होगी। 2-3 हफ्ते में इस स्टॉक में 6 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है।
Infosys: Buy | LTP: Rs 1,387.30 | इस स्टॉक 1,300 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ 1,490-1,540 रुपये के लक्ष्य के लिए खरीदारी की सलाह होगी। 2-3 हफ्ते में इस स्टॉक में 7-11 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है।
Cryptocurrency Prices Today 20 June2022: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज 0.75 फीसदी बढ़ाने के बाद से क्रिप्टोकरेंसी बाजार में बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट आई है। बिटकॉइन 20,000 डॉलर के आसपास कारोबार कर रहा है। हालांकि, पिछले 24 घंटे के दौरान दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी 5 फीसदी की बढ़त के साथ 19,885 डॉलर पर कारोबार करती नजर आई। बिटकॉइन में इस साल 57 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। नवंबर, 2021 में बिटकॉइन ने 69,900 डॉलर का उच्चतम स्तर छूआ लेकिन इसके बाद से बिटकॉइन में गिरावट जारी है। दूसरी ओर ईथर, एथेरियम ब्लॉकचैन से जुड़ी क्रिप्टोकरेंसी लगभग 11 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 1,068 डॉलर पर आ गई। ये अपने 15 महीने के न्यूनतम स्तर पर है। ये दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इस बीच dogecoin आज 11 फीसदी गिरकर 0.05 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया। जबकि, शीबा इनु में 6 फीसदी की तेजी रही और ये 0.000008 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया।
L&T ग्रुप की यह कंपनी जल्द ही करेगी 3000% फाइनल डिवीडेंड का भुगतान, किया रिकॉर्ड तिथि का ऐलान
L&T ग्रुप का स्टॉक Larson & Toubro Infotech या LTI लगातार अच्छे डिवीडेंड देने के अपने शानदार ट्रैक रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है। लगातार अच्छे डिवीडेंड का एलान करना इस बात का संकेत होता है कि कंपनी मजबूत है और इसका कारोबर मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है।
LTI ने सूचित किया है कि उसको बोर्ड ने 30 रुपए प्रति इक्विटी शेयर फाइनल डिवीडेंड का ऐलान किया है। इस फाइनल डिवीडेंड की रिकॉर्ड तिथि 1 जुलाई 2022 है। यानी ये स्टॉक फाइनल डिवीडेंड के भुगतान के लिए 30 जून 2022 को एक्स डिवीडेंड हो जाएगा। एक्स डिविडेंड उस तिथि को कहते हैं जिससे पहले शेयर खरीदने वाले को ही डिविडेंड का लाभ मिलता है। वहीं, रिकॉर्ड डेट पर कंपनी अपने सभी शेयरधारकों को संख्या देखती है।LTI का डिवीडेंड भुगतान का इतिहास काफी अच्छा है। अब तक कंपनी ने 13 डिवीडेंट का ऐलान किया है जिनमें से 6 अंतरिम डिवीडेंड, 6 फाइनल डिवीडेंड और 1 स्पेशल डिवीडेंड है। कंपनी पिछले 5 साल से लगातार डिवीडेंड दे रही है।
Petrol Diesel Price 20th June: आज 20 जून को पेट्रोल और डीजल के रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में इंडियन ऑयल (Indian Oil) के पंप पर पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये और डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर रही। बीते एक महीने से दाम स्थिर बने हुए हैं। मोदी सरकार ने 21 मई को पेट्रोल पर 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम की थी। जिसके बाद पेट्रोल 9.50 रुपये और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया था। महाराष्ट्र, राजस्थान और केरल सरकार ने वैट भी ईंधन पर घटाया जिसके कारण इन राज्यों में रेट और कम हुए। हालांकि, इसके बाद से लगातार तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
Greenlam Industries Shares : स्माल कैप कंपनी ग्रीनलैम इंडस्ट्रीज के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही के नतीजे पेश करते हुए अपने शेयरहोल्डर्स को 1.20 रुपये प्रति शेयर फाइनल डिविडेंड देने की सिफारिश की थी। अब कंपनी ने इसके लिए 17 जुलाई, 2022 की रिकॉर्ड डेट तय कर दी है। हालांकि अभी इसके लिए 10 अगस्त को होने वाली कंपनी की एजीएम में शेयरहोल्डर्स से मंजूरी लेनी होगी।
Greenlam Industries लगभग 3,600 करोड़ रुपये की मार्केट कैप के साथ बिल्डिंग मैटेरियल कैटेगरी में भारत की स्मालकैप कंपनियों में से एक है। साथ ही यह एशिया और दुनिया की शीर्ष 3 लैमिनेट बनाने वाली कंपनियों में शुमार है। वहीं यह 18 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ घरेलू बाजार की सबसे बड़ी लैमिनेट बनाने वाली कंपनी है।
NSE पर F&O बैन में आने वाले शेयर
20 जून को NSE पर 3 स्टॉक F&O बैन में हैं। इनमें Indiabulls Housing Finance, RBL Bank और Delta Corp के नाम शामिल हैं। बताते चलें कि F&O सेगमेंट में शामिल स्टॉक्स को उस स्थिति में बैन कैटेगरी में डाल दिया जाता है, जिसमें सिक्योरिटीज की पोजीशन उनकी मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट से ज्यादा हो जाती है।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
निफ्टी के लिए पहला सपोर्ट 15184 और उसके बाद दूसरा सपोर्ट 15075 पर स्थित है। अगर इंडेक्स ऊपर की तरफ रुख करता है तो 15401 फिर 15509 पर इसको रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है।
Nifty Bank
निफ्टी बैंक के लिए पहला सपोर्ट 32392 और उसके बाद दूसरा सपोर्ट 32042 पर स्थित है। अगर इंडेक्स ऊपर की तरफ रुख करता है तो 32992 फिर 33240 पर इसको रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है।
बीते हफ्ते कैसी रही बाजार की चाल
पिछले कारोबारी दिन यानी 17 जून को बाजार में लगातार 6 वें दिन गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स-निफ्टी 17 जून को नया 52 वीक लो हिट करते नजर आए थे। ऑटो, आईटी, एफएमसीजी, फार्मा, ऑयल एंड गैस शेयरों ने बाजार पर दबाव बनाया था। सेंसेक्स 135 अंकों की गिरावट के साथ 51360 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 67 अंक गिरकर 15293 के स्तर पर बंद हुआ था। पिछले हफ्ते निफ्टी में 5.6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी और इसने वीकली स्केल पर एक बियरिश बेल्ट होल्ड पैटर्न बनाया था।
पिछले कारोबारी दिन दिग्गजों के मुकाबले छोटे और मझोले शेयरों पिछड़ते नजर आए थे। Nifty Midcap 100 index 1.16 फीसदी की कमजोरी के साथ बंद हुआ था। वहीं, Smallcap 100 index 0.80 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था। वोलैटिलिटी में हल्की गिरावट आई थी। लेकिन ये अभी भी 20 के ऊपर बनी हुई है जो आगे भी उतार-चढ़ाव कायम रहने के संकेत हैं। वोलैटिलिटी इंडेक्स India VIX 0.48 फीसदी की हल्की गिरावट के साथ 22.76 पर दिख रहा है।