Share Market Recovery: भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार को शुरुआती गिरावट के बाद आखिरी घंटे में जबरदस्त वापसी की। सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से 400 अंकों तक उछल गया। वहीं निफ्टी 24,700 के पार निकल गया। इस शानदार वापसी के पीछे ऑटो शेयरों की धमाकेदार तेजी, कच्चे तेल की नरमी और ग्लोबल बाजारों से मिले पॉजिटिव संकेत जैसे कई बड़े फैक्टर रहे।
कारोबार के अंत में, सेंसेक्स अंत में 7.25 अंक या 0.01 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 80,710.76 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 6.70 अंक या 0.03 प्रतिशत की हल्की बढ़त के साथ 24,741 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 715 अंकों के दायरे में घूमता रहा। सेंसेक्स ने दिन का निचला स्तर 80,321.19 और ऊपरी स्तर 81,036.56 छुआ।
शेयर बाजार की इस रिकवरी के पीछे 5 अहम कारण रहे-
ग्लोबल संकेतों की मजबूती ने घरेलू शेयरों बाजारों को सपोर्ट दिया। एशियाई बाजारों में साउथ कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, चीन का SSE कंपोजिट और हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स सभी हरे निशान में रहे। वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार रात को मजबूती के साथ बंद हुए और वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स ने भी सकारात्मक शुरुआत के संकेत दिए।
2. घरेलू निवेशकों की खरीदारी
शेयर बाजार को घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) से मजबूत सपोर्ट मिला। जहां विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने गुरुवार को 106.34 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, वहीं DIIs ने 2,233.09 करोड़ रुपये की जबरदस्त खरीदारी की। इससे बाजार में बिकवाली का दबाव संतुलित हुआ। FIIs की ओर से बिकवाली की रफ्तार सीमित होने से भी निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत
कमजोर क्रूड ऑयल की कीमतों ने भी आज बाजार को राहत दी। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में ब्रेंट क्रूड का भाव शुक्रवार को 0.18 प्रतिशत गिरकर 66.87 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया। कच्चे तेल की नरमी से महंगाई और देश के इंपोर्ट बिल पर दबाव कम होता है। इससे शेयर मार्केट के सेंटीमेंट को बेहतर होने में मदद मिलती है।
ऑटो सेक्टर में आज 5 सितंबर को लगातार तीसरे दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा। GST काउंसिल ने अपनी 56वीं बैठक में छोटी गाड़ियों पर जीएसटी की दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने का फैसला लिया। यह फैसला आगामी 22 सितंबर से लागू होगा। इसके चलते छोटी गाड़ियों की मांग बढ़ने की उम्मीद है। महिंद्रा एंड महिंद्रा, आयशर मोटर्स और अशोक लीलैंड जैसे दिग्गज शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिली।
5. वोलैटिलिटी इंडेक्स में गिरावट
इसके अलावा, भारत का वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX 0.16 प्रतिशत गिरकर 10.84 पर आ गया, जो निवेशकों की चिंता कम होने और बाजार में स्थिरता लौटने का संकेत देता है।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित इनवेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड, विनोद नायर ने बताया कि सेंसेक्स और निफ्टी फ्लैट बंद हुए, लेकिन दिन के लो लेवल से रिकवरी ने पॉजिटिव टोन दिया। ऑटो सेक्टर में डिमांड रिवाइवल की उम्मीदों पर लगातार खरीदारी हो रही है। मिडकैप और स्मॉलकैप ने भी शानदार परफॉर्म किया। यह बताता है कि .घरेलू निवेशकों ने लार्जकैप से हटकर वैल्यू और ग्रोथ स्टॉक्स में पैसा लगाया। निवेशकों की नजरें अब अमेरिका के जॉब्स डेटा पर है, जिससे फेडरल रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दरों में कटौती को लेकर संकेत मिलेंगे।
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