Share Market Rise: भारतीय शेयर बााजरों में आज 27 अक्टूबर को हफ्ते के पहले दिन जबरदस्त तेजी देखने को मिली। ग्लोबल बाजारों से मिले मजबूत संकेतों, विदेशी निवेशकों की खरीदारी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की संभावाना से शेयर बाजार में आज चौतरफा खरीदारी देखने को मिली। कारोबार के दौरान, सेंसेक्स 700 अंकों तक उछल गया। वहीं निफ्टी बढ़कर 26,000 के पार पहुंच गया। सबसे अधिक खरीदारी मेटल, ऑयल एंड गैस और बैकिंग शेयरों में देखने को मिली।
कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 566.96 अंक या 0.67% बढ़कर 84,778.84 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 170.9 अंक या 0.66% बढ़कर 25,966.05 पर बंद हुआ। SBI लाइफ इंश्योरेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, भारती एयरटेल और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स जैसे शेयरों में 4 प्रतिशत तक की उछाल देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज की इस तेजी के पीछे 3 बड़ी वजहें रहीं-
1. फेड रेट कट की उम्मीदें
अमेरिका में हाल ही में जारी मंहगाई दर के आंकड़े नरम रहे हैं। इसके चलते यह उम्मीद जगी है कि फेडरल रिजर्व बैंक इस हफ्ते अपनी 28-29 अक्टूबर को होना वाली अपनी बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। अगर फेडरल रिजर्व दरें घटाता है, तो इमर्जिंग बाजारों में विदेशी निवेश बढ़ने की संभावना रहती है। यही कारण है कि भारतीय बाजारों में भी निवेशकों का रुख सकारात्मक बना हुआ है।
2. विदेशी निवेशकों की वापसी
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 24 अक्टूबर को भारतीय शेयर मार्केट में ₹621.51 करोड़ की शुद्ध खरीदारी की। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, “अक्टूबर की शुरुआत से FII की बिकवाली में कमी आई है। 25 अक्टूबर तक कुल FII सेलिंग मात्र ₹3,363 करोड़ रही है, जो बहुत कम है।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौता, त्योहारी मांग में तेजी, और कॉरपोरेट आय में सुधार जैसे कारण विदेशी निवेशकों के लिए भारत को आकर्षक बना रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी चेताया कि ऊपरी स्तरों पर कुछ प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिल सकती है।
एशियाई बाजारों में भी सोमवार को मजबूती देखी गई। साउथ कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, शंघाई कंपोजिट इंडेक्स (SSE) और हांगकांग का हैंगसेंग सभी हरे निशान में ट्रेड कर रहे थे। अमेरिकी बाजारों में भी डॉव जोन्स और नैस्डैक ने नए रिकॉर्ड स्तर छुए हैं। यह तेजी इस बात से आई है कि अमेरिका में महंगाई घट रही है, जिससे फेडरल रिजर्व की नीतियों में नरमी की उम्मीद बढ़ी है।
विजयकुमार ने कहा, “ग्लोबल बाजारों का रुख बुलिश है। डॉव जोन्स, निक्केई और कोस्पी रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में प्रगति के संकेत भी निवेशकों के भरोसे को मजबूत कर रहे हैं।”
टेक्निकल चार्ट से क्या मिल रहा संकेत?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, “निफ्टी के चार्ट पर ‘मॉर्निंग स्टार पैटर्न’ बन रहा है, जो आगे की तेजी का संकेत देता है। अगर निफ्टी 25,940–26,000 के स्तर को पार करता है, तो अगला टारगेट 26,186 हो सकता है। लेकिन अगर यह रेंज पार नहीं होती, तो शेयर बाजार 25,590–25,400 के स्तर तक नीचे फिसल सकता है।”
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।