Share Markets: शेयर बाजार में दोपहर बाद गिरावट, सेंसेक्स दिन के हाई से 400 अंक टूटा, जानिए 5 कारण
Share Market Today: भारतीय शेयर बाजारों ने आज 29 सितंबर को तेजी के साथ कारोबार की शुरुआत की। हालांकि दोपहर आते-आते बाजार का रुख अचानक बदल गया। बाजार अपनी शुरुआती बढ़त गंवाकर लाल निशान में फिसल गया। सेंसेक्स दिन के उच्चतम स्तर से करीब 400 अंक टूटकर 80,339.23 के स्तर पर आ गया। वहीं निफ्टी 24,650 के स्तर के नीचे फिसल गया
Share Market Today: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली थमने का नाम नहीं ले रही है
Share Market Today: भारतीय शेयर बाजारों ने आज 29 सितंबर को तेजी के साथ कारोबार की शुरुआत की। हालांकि दोपहर आते-आते बाजार का रुख अचानक बदल गया। बाजार अपनी शुरुआती बढ़त गंवाकर लाल निशान में फिसल गया। सेंसेक्स दिन के उच्चतम स्तर से करीब 400 अंक टूटकर 80,339.23 के स्तर पर आ गया। वहीं निफ्टी 24,650 के स्तर के नीचे फिसल गया। खासतौर से आईटी शेयरों में बिकवाली देखने को मिली।
इससे पहले सुबह के कारोबार में सेंसेक्स हरे निशान में खुला था। शुरुआती कारोबार में इंडेक्स 408 अंकों की बढ़त के साथ 80,834.58 तक पहुंच गया था। इसी तरह, निफ्टी भी 131 अंकों की तेजी के साथ 24,785.70 पर पहुंच गया था, लेकिन दोपहर तक यह फिसलकर 24,643.50 पर आ गया।
शेयर बाजार में आज के इस उतार-चढ़ाव के पीछे 5 बड़ी वजहें रहीं-
1) विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली थमने का नाम नहीं ले रही है। भारतीय शेयर बाजार से वे लगातार पैसे निकाल रहे हैं। शुक्रवार 26 सितंबर को उन्होंने शेयर बाजार से 5,687.58 करोड़ रुपये की बिकवाली की। सितंबर महीने में अब तक वे भारतीय शेयर बजार से करीब 30,000 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट, वी के विजयकुमार ने कहा, "पिछले एक साल में FPIs ने भारत से 21 अरब डॉलर निकाले हैं, जो इस अवधि में इमर्जिंग मार्केट्स में सबसे बड़ी निकासी है। इससे डॉलर के मुकाबले रुपये में 3.5 प्रतिशत की गिरावट भी आई है। भारत में ऊंचे वैल्यूएशन और धीमी अर्निंग ग्रोथ मुख्य कारण बने हुए हैं।"
2) आरबीआई पॉलिसी को लेकर अनिश्चितता
भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक आज 29 सितंबर से शुरू हो गई है। इसके नतीजे 1 अक्टूबर को आएंगे। RBI के नतीजों से पहले निवेशक शेयर बाजार में सतर्क बने हुए हैं। हालांकि अधिकतर अर्थशास्त्रियों को इस बार ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद नहीं है। हालांकि सिटी, बार्कलेज, कैपिटल इकॉनॉमिक्स और SBI सिक्योरिटीज ब्याज दरों के मोर्च पर सरप्राइज की संभावना भी जताई है।
3) भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर असमंजस
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता को लेकर चिंताओं ने भी शेयर बाजार के सेंटीमेंट को खराब किया है। टैरिफ दरों में कटौती एक प्रमुख अड़चन बनी हुई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब तक इस पर ठोस प्रगति नहीं होती, शेयर बाजार में स्थायी तेजी की संभावना कमजोर बनी रह सकती है।
विजयकुमार ने कहा, "शेयर बाजार लगातार छह दिनों से नीचे की ओर जा रहा है। इससे निफ्टी 24,800 के सपोर्ट लेवल से नीचे आ गया है। हालांकि शेयर बाजार तकनीकी रूप से कमजोर है, लेकिन अब यह ओवरसोल्ड जोन में है। इसमें अल्पकालिक उछाल देखने को मिल सकता है। हालांकि, किसी भी तेजी को बनाए रखने के लिए, अमेरिकी व्यापार समझौते पर प्रगति जैसे कदम जरूरी हैं।"
4) आईटी शेयरों में कमजोरी
आईटी शेयरों में शुरुआती कारोबार के दौरान कुछ तेजी देखने को मिली थी। लेकिन दोपहर तक इनमें भी बिकवाली तेज हो गई। अमेरिकी की ओर से H-1B वीजा प्रोसेस में बदलाव की खबर ने पूरे सेक्टर के सेंटीमेंट को खराब किया है। चूंकि भारतीय आईटी कंपनियां इसी वीजा के इस्तेमाल से अमेरिका में अपने कर्मचारी भेजती थीं, इसलिए इस तरह की नीतियां सेक्टर पर दबाव डालती हैं।
5) इंडिया VIX में बढ़ोतरी
शेयर बाजार की अस्थिरता का संकेत देने वाला इंडेक्स, India VIX 1.3% बढ़कर 11.58 तक पहुंच गया। VIX का चढ़ना दिखाता है कि निवेशक निकट भविष्य में ज्यादा उतार-चढ़ाव की आशंका जता रहे हैं।
टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, “निफ्टी लगातार सातवें दिन लाल निशान में आ गया है। यह सितंबर से मार्च तक मंदी जैसे दौर की याद दिला रहा है। हालांकि चार्ट पर स्टोकेस्टिक्स ओवरसोल्ड जोन के करीब हैं। इससे इस सप्ताह की शुरुआत में साइडवेज मूवमेंट या एक पुलबैक देखने को मिल सकता है। ऊपर की ओर 24,720–24,830 या 24,970 तक का टारगेट है। वहीं नीचे की ओर निफ्टी 24,500 तक भी जा सकता है।”
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