Share Markets: शेयर बाजार में वापसी के संकेत, सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से 400 अंक उछला, जानिए 5 बड़े कारण
Share Markets: भारतीय शेयर बाजारों में आज 28 अक्टूबर को दोपहर बाद तेज रिकवरी देखने को मिली। इससे सेंसेक्स और निफ्टी को शुरुआती गिरावट से उबरने में कुछ हद तक मदद मिली। अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता आगे बढ़ने की उम्मीदों से निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत हुआ
Share Markets: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक आज 28 अक्टूबर से शुरू हो रही है
Share Market Rise: भारतीय शेयर बाजारों में आज 28 अक्टूबर को दोपहर बाद तेज रिकवरी देखने को मिली। इससे सेंसेक्स और निफ्टी को शुरुआती गिरावट से उबरने में कुछ हद तक मदद मिली। अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता आगे बढ़ने की उम्मीदों से निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत हुआ।
सेंसेक्स सुबह के कारोबार में एक समय 551.18 अंकों (0.65%) की गिरावट के साथ 84,227.66 के निचले स्तर पर पहुंचा था। लेकिन फिर वहां से उछलकर दोपहर 1:30 बजे के करीब यह 84,670.93 पर कारोबार कर रहा था। यानी दिन के निचले स्तर से 400 अंकों से अधिक की रिकवरी।
इसी रह निफ्टी शुरुआती कारोबार में एक समय 25,826.15 तक फिसला गया था, लेकिन दोपहर 1.30 बजे के करीब यह बढ़कर 25,944.65 पर ट्रेड कर रहा था।
शेयर बाजार में आज की इस रिकवरी के पीछे 5 बड़ी वजहें रहीं-
1. फेड रेट कट की उम्मीदें
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक आज 28 अक्टूबर से शुरू हो रही है। शेयर बाजार उम्मीद कर रहा है कि फेडरल रिजर्व इस बैठक के दौरान ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती का फैसला कर सकता है। अमेरिका में ब्याज दर घटने से इमर्जिंग बाजारों में विदेशी निवेश का फ्लो बढ़ जाता है। इससे भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट को फायदा मिल सकता है।
2. अमेरिका-चीन वार्ता में सकारात्मक संकेत
अमेरिका और चीन के हालिया बयानों से संकेत मिले हैं कि दोनों देशों के बीच "प्रारंभिक सहमति" बन चुकी है। अगले सप्ताह होने वाली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक से पहले दोनों पक्षों ने समझौते को लेकर भरोसा जताया है।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च), प्रशांत ताप्से ने बताया, "शेयर बाजार के सेंटीमेंट में मुख्य रुप से 5 वजहों से मजबूती दिख रही है। अमेरिका के महंगाई दर के आंकड़ों में नरमी, फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, विदेशी निवेशकों की खरीदारी, वॉल स्ट्रीट के रिकॉर्ड स्तर और दूसरी तिमाही के नतीजों की मजबूत शुरुआत।"
3. मंथली एक्सपायरी का असर
मंगलवार को निफ्टी के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) कॉन्ट्रैक्ट्स की मंथली एक्सपायरी होने के चलते शेयर बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिली। कई ट्रेडर्स ने अगले सीरीज के लिए अपनी पोजिशन रोल ओवर कीं।
4. वोलैटिलिटी इंडेक्स में कमी
शेयर बाजार के निवेशकों में मौजूद घबराहट का संकेत देने वाला इंडिया VIX मंगलवार को कारोबार के दौरान 5.5 फीसदी तक गिर गया था। लेकिन इसके बाद इसमें थोड़ी रिकवरी दिखी और फिलहाल यह 2% गिरकर 12.12 पर आ गया। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा और बाजार की दिशा स्थिर हुई।
5. मजबूत ग्लोबल संकेत
एशियाई बाजारों में शंघाई SSE कंपोजिट और हांगकांग हैंग सेंग में मंगलवार को तेजी देखने को मिली। हालांकि साउथ कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई 225 थोड़ी कमजोरी के साथ कारोबार करते हुए दिखाई दिए। इससे पहले अमेरिकी शेयर बाजार भी सोमवार को मजबूत उछाल के साथ बंद हुए, जिससे एशियाई बाजारों में खरीदारी को सपोर्ट मिला।
टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने बताया, “निफ्टी सोमवार को 25,940–26,000 के दायरे को पार नहीं कर सका। अगर यह स्तर टूटता है तो तेजी की रफ्तार जारी रह सकती है। लेकिन अगर 25,900 के नीचे फिसलता है तो फिर गिरावट लौट सकती है। फिलहाल 25,590–25,400 की गहराई की संभावना कम दिख रही है।”
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