IT कंपनियों के बारे में खराब खबरें आ रही हैं। Infosys के चौथी तिमाही के नतीजों ने निराश किया है। आने वाले समय में आईटी शेयरों के लिए समय अच्छा नहीं दिख रहा है। लेकिन, ऐसा नहीं है कि बाजार को इसका अंदाजा नहीं था। FY23 में मैनेजमेंट की कमेंट्री ज्यादातर पॉजिटिव होने के बावजूद इनवेस्टर्स पहले से सावधानी बरत रहे थे। गुरुवार को TCS के शेयरों में 2 फीसदी से कम गिरावट देखने को मिली। हालांकि, ज्यादातर ब्रोकरेज फर्मों ने इस शेयर को लेकर बेयरिश व्यू दिए थे। लेकिन, इंफोसिस के नतीजे आ जाने के बाद मार्केट को बड़ी आईटी कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन में भी तेज गिरावट के लिए तैयार रहना चाहिए।
इंफोसिस के शेयरों पर दबाव दिख रहा है। कई बड़ी ब्रोकरेज फर्मों ने इसे डाउनग्रेड किया है। कई ने इसके शेयरों का टारगेट प्राइस घटाया है। इसे डाउनग्रेड करने वाली बड़ी ब्रोकरेज फर्मों में Nomura, JP Morgan, CLSA और Citi शामिल हैं। इन्होंने शेयरों के टारगेट प्राइस घटाए हैं। साथ ही प्रति शेयर अर्निंग्स के अनुमान में भी कमी की है। UBS ने अपनी न्यूट्रल रेटिंग बनाए रखी है। इसके बाद उम्मीद है कि आने वाले समय में फंड मैनेजर्स इंफोसिस के मुकाबले TCS में ज्यादा दिलचस्पी दिखा सकते हैं। चौथी तिमाही के नतीजों के बाद दोनों कंपनियों की ग्रोथ के बीच का अंतर कम होता दिख रहा है।
टाटा मोटर्स की तेज रफ्तार
Tata Motors ने 1 मई से अपनी गाड़ियों की कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया है। वेटेड एवरेज वृद्धि करीब 0.6 फीसदी रहने का अनुमान है। मार्च के आखिर से इस शेयर में तेजी दिखने को मिल रही है। यह तब से करीब 17 फीसदी चढ़ चुका है। मार्च तिमाही में JLR का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है। इसका असर कंपनी के शेयरों पर पड़ा है। दिसंबर की कंसॉलिडेटेड अर्निंग्स में भी इम्प्रूवमेंट है। लगातार सात तिमाही तक लॉस दिखाने के बाद कंपनी ने नेट प्रॉफिट दिखाया। तेजी का रुख जारी रहने पर यह शेयर जनवरी 2022 में 510 रुपये की अपनी रिकॉर्ड ऊंचाई से आगे निकल सकता है। टाटा मोटर्स के शेयरों में ब्रोकरेज फर्मों की राय पॉजिटिव रही है। सिर्फ जेपी मॉर्गन अपवाद है। जेपी मॉर्गन ने टाटा मोटर्स के शेयरों को लेकर सावधानी भरा रुख दिखाया है। उसका मानना है कि कमर्शियल और पैसेंजर्स व्हीकल्स सेगमेंट में ग्रोथ कम हो सकती है।
Zee Entertainment के बारे में सीएनबीसीटीवी18 ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि Oppenheimer ओपन मार्केट के जरिए अपनी 5.65 फीसदी हिस्सेदारी बेचने जा रहा है। यह डील 200-208 रुपये प्रति शेयर के बीच हो सकती है। Oppenheimer लगातार जी के मैनेजमेंट की आलोचना करता रहा है। इसलिए इस डील से दोनों पक्षों को राहत मिलेगी। जी एंटरटेमेंट का शेयर पिछले छह महीनों से संघर्ष करता दिख रहा है। हालांकि, Zee बार-बार यह कहता रहा है कि Sony के साथ डील आगे बढ़ रही है।
SBI ने कहा है कि वह इंटरेस्ट रेट में किसी तरह का बदलाव करने नहीं जा रहा है। पिछले कई महीनों से बैंक इंटरेस्ट रेट्स में लगातार बढ़ोतरी करते आ रहे हैं। माना जा रहा है कि SBI का यह फैसला RBI की 6 अप्रैल की मॉनेटरी पॉलिसी से हिसाब से है। केंद्रीय बैंक ने अपनी पिछली मॉनेटरी पॉलिसी में इंटरेस्ट रेट्स नहीं बढ़ाने का ऐलान किया था। लेकिन, केंद्रीय बैंक ने यह साफ कर दिया था कि इंटरेस्ट रेट नहीं बढ़ाने का फैसला सिर्फ अप्रैल की पॉलिसी के लिए है। जरूरत पड़ने पर वह आगे इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी कर सकता है। इसलिए होम लोन लेने वाले लोगों के लिए यह बहुत ज्यादा खुश होने का मौका नहीं है।