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Vodafone Idea के FPO में पैसा लगाएं या नहीं? पहले जान लें एक्सपर्ट्स की राय

VI का 18000 करोड़ का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर 18 अप्रैल को 10 रुपये प्रति शेयर की न्यूनतम कीमत पर खुलेगा, जिसकी अधिकतम सीमा 11 रुपये होगी कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि ऑफर 22 अप्रैल को बंद हो जाएगा

अपडेटेड Apr 16, 2024 पर 7:44 PM
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Vodafone Idea FPO: इश्यू के लिए 10-11 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है

Vodafone Idea FPO: इन दिनों शेयर बाजार में सबसे ज्यादा चर्चा Vodafone Idea की हो रही है। दरअसल, Vodafone Idea जल्द ही अपना FPO लेकर आ रहा है। इस FPO के जरिए कंपनी की ओर से 18 हजार करोड़ रुपये का फंड जुटाया जाएगा। इतना बड़ा FPO होने के कारण लोगों की नजरें इस पर बनी हुई है। इसके साथ ही निवेशक अभी भी असमंजस में बने हुए हैं कि उन्हें इस FPO में इंवेस्टमेंट करनी चाहिए या नहीं? ऐसे में एक्सपर्ट्स ने इस पर अपनी राय दी है। आइए जानते हैं इसके बारे में...

FPO

वोडाफोन आइडिया का 18000 करोड़ का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर 18 अप्रैल को 10 रुपये प्रति शेयर की न्यूनतम कीमत पर खुलेगा, जिसकी अधिकतम सीमा 11 रुपये होगी। कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि ऑफर 22 अप्रैल को बंद हो जाएगा। कंपनी ने एफपीओ के लिए जेफ़रीज़, एसबीआई कैप्स और एक्सिस कैपिटल को लीड मैनेजर्स के रूप में लिस्ट किया है। वहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि फंडिंग से वोडाफोन आइडिया का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो सकता है, लेकिन कंपनी को वित्तीय मोर्चे पर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। साथ ही एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोन देने वालों के लिए ये FPO फायदेमंद साबित हो सकता है लेकिन शेयरहोल्डर्स के लिए ये फायदेमंद नहीं होगा।


कोटक

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज कंपनी के इस FPO पर पॉजिटिव बना हुआ है। इसका कहना है कि इस FPO से कंपनी अपने प्रतिस्पर्धियों को कड़ी टक्कर देने की स्थिति में आ सकती है। साथ ही बैंक लोन कम होगा, जिससे कंपनी फ्रेश लोन लेने जाए तो उसको दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि कोटक इस बात से थोड़ा चिंतित है कि इससे टेलीकॉम सेक्टर में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी या नहीं। कोटक को उम्मीद है कि वोडाफोन आइडिया समय के साथ भारत सरकार के बकाया के एक बड़े हिस्से को इक्विटी में बदल देगी, जिससे संभावित रूप से VI के गैर-भारत सरकार के निवेशकों के लिए बड़ी इक्विटी कमजोर पड़ सकती है।

स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट

वहीं स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट की वेल्थ हेड शिवानी न्याति का कहना है कि 15-17% की छूट के बावजूद VI के निकट अवधि के पुनरुद्धार का रास्ता साफ नहीं है और ये काफी अनसर्टेन लगता है। फंडिंग हासिल करने से कंपनी का इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक हो सकता है लेकिन फाइनेंशियली कंपनी को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। 2026 में संभावित वित्तीय संकट मंडराने लगेगा जब 4 बिलियन डॉलर तक का महत्वपूर्ण स्पेक्ट्रम और AGR बकाया देय हो जाएगा।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दी गई राय एक्सपर्ट की निजी राय होती है। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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