शॉर्ट कॉल: क्या मार्केट में इस गिरावट का अंत नहीं है? जानिए क्या है एनालिस्ट्स का जवाब

बीते 5 महीनों से जारी गिरावट ने इनवेस्टर्स को मायूस किया है। जिन इनवेस्टर्स ने पिछले डेढ़-दो साल में हाई लेवल पर शेयरों में पैसे लगाए हैं, वे काफी नुकसान में हैं। ज्यादा चढ़ने वाले स्टॉक तो अपने पीक से 30 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं। यह पिछले 10 सालों में सबसे लंबे मार्केट करेक्शन में से एक है

अपडेटेड Feb 24, 2025 पर 10:26 AM
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24 फरवरी को मार्केट ओपन होते ही सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट देखने को मिली।

इस गिरावट का अंत नहीं है। क्या आपको भी ऐसा लग रहा है? दरअसल, मार्केट में रिकवरी की उम्मीद लगाए निवेशकों की निराशा बढ़ रही है। 24 फरवरी को मार्केट ओपन होते ही सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 0.74 फीसदी यानी 540 प्वाइंट्स गिरकर 74,786 पर आ गया। निफ्टी भी 0.72 फीसदी यानी 162 प्वाइंट्स लुढ़कर 22,634 पर चल रहा था। इस गिरावट से निवेशक हताश हैं। खासकर जिन इनवेस्टर्स ने पिछले डेढ़-दो साल में हाई लेवल पर शेयरों में पैसे लगाए हैं, वे काफी नुकसान में हैं। ज्यादा चढ़ने वाले स्टॉक तो अपने पीक से 30 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं। यह पिछले 10 सालों में सबसे लंबे मार्केट करेक्शन में से एक है।

और कितना गिरेगा मार्केट?

सवाल है कि मार्केट आखिर और कितना गिरेगा? इस गिरावट का सूर्यास्त कम होगा? मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि मार्केट में जल्द रिकवरी आनी चाहिए। विदेशी ब्रोकरेज फर्म Citi Research का तो कहना है कि Nifty इस साल दिसंबर तक 26,000 तक जा सकता है। यह मौजूदा लेवल से 13 फीसदी तेजी है। सिटी का यह भी मानना है कि हालिया गिरावट से शेयरों की कीमतें अट्रैक्टिव लेवल पर आ गई हैं। कई लार्जकैप स्टॉक्स में निवेश के मौके दिख रहे हैं।


दिसंबर तक निफ्टी का लेवल क्या होगा?

विदेशी ब्रोकरेज फर्म Nomura का कहना है कि इस साल दिसंबर के अंत तक निफ्टी 23,784 प्वाइंट्स तक पहुंच सकता है। यह ध्यान में रखना होगा कि सितंबर 2024 के अपने पीक से डॉलर में निफ्टी 16 फीसदी क्रैश कर चुका है। Nomura ने निफ्टी के 21,800-25,700 की रेंज में रहने का अनुमान जताया है। इसका मतलब है कि यहां से Nifty में और 5 फीसदी की गिरावट आ सकती है। तेजी की स्थिति में निफ्टी 12 फीसदी चढ़ सकता है। सिटी और नोमुरा की कमेंट्री पर एक साथ गौर करने पर यह साफ हो जाता है कि मार्केट के बारे में अभी पक्के तौर पर कुछ भी कहना मुश्किल है। इस गिरावट के बीच कुछ चुनिंदा स्टॉक्स पर फोकस किया जा सकता है।

JSW Infra

जेएसडब्ल्यू इंफ्रा के स्टॉक में 24 फरवरी को गिरावट देखने को मिली। लेकिन, 21 फरवरी को लगातार इस स्टॉक में तेजी दिखी थी। यह 6.9 फीसदी उछाल के साथ 254 रुपये पर पहुंच गया था। इसकी वजह यह है कि ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने इस स्टॉक को पोर्ट सेक्टर में अपनी पहली पसंद बताया है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि कार्गो ट्रैफिक की सालाना ग्रोथ 3-6 फीसदी रह सकती है। इससे यूटिलाइजेशन लेवल मीडियम टर्म में करीब 55 फीसदी रह सकता है। कंटनेटर ट्रैफिक की ग्रोथ अगले पांच सालों में सालाना 4-7 फीसदी रहने की उम्मीद है। इसका फायदा JSW Infra को मिलेगा।

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JSW Energy

यह स्टॉक 24 फरवरी को सुबह में करीब 70 फीसदी की कमजोरी दिखा रहा था। 21 फरवरी को यह स्टॉक 6 फीसदी चढ़कर 496 रुपये पर क्लोज हुआ था। इसकी वजह मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट है। उसने इस स्टॉक में तेजी की उम्मीद जताई है। इसका टारगेट प्राइस 545 रुपये दिया है। दरअसल यह कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी, स्टोरेज एसेट्स और थर्मल एनर्जी में अपने कारोबार का विस्तार कर रही है। FY24-28 के दौरान इसका EBITDA सीएजीआर 24 फीसदी रहने का अनुमान है। ऐसे में लंबी अवधि के निवेश के लिहाज से यह स्टॉक अट्रैक्टिव लगता है।

Rakesh Ranjan

Rakesh Ranjan

First Published: Feb 24, 2025 10:04 AM

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