इंडियन स्टॉक मार्केट्स में 7 अप्रैल को आई गिरावट का काफी ज्यादा असर मेटल शेयरों पर पड़ा। निफ्टी मेटल इंडेक्स 6.75 फीसदी क्रैश कर गया। बीते 5 दिनों में मेटल इंडेक्स 13.62 फीसदी गिर चुका है। इसकी वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी है। पहले ऐसा लगा था कि ट्रंप दूसरे देशों पर दबाव बनाने के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ की धमकी दे रहे हैं। लेकिन, अब साफ हो गया है कि ट्रंप के इरादे कुछ और हैं। वह ज्यादा टैरिफ लगाकर अमेरिका में आयातित गुड्स से सरकार की कमाई बढ़ाना चाहते हैं। साथ ही उनका मकसद अमेरिका को फिर से मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना है।
4 अप्रैल को भी मेटल इंडेक्स में भी गिरावट आई थी
ट्रंप को रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff) से अमेरिका बाजार में चीजें महंगी होने और इनफ्लेशन बढ़ने की परवाह नहीं है। उन्हें इसकी भी चिंता नहीं है कि उनकी पॉलिसी के चलते अमेरिकी बाजारों में बड़ी गिरावट जारी है। उधर, चीन ने ट्रंप के टैरिफ के जवाब में जवाबी टैरिफ लगाकर मुश्किल और बढ़ा दी है। चीन ने अमेरिकी गुड्स पर 34 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। 4 अप्रैल को मेटल की कीमतों में बड़ी गिरावट आई थी। कॉपर 6 फीसदी और एल्युमीनियम और जिंक 3-3 फीसदी गिरे थे। 7 अप्रैल को कॉपर में और 4 फीसदी की गिरावट आई।
रेसिप्रोकल टैरिफ से ग्लोबल इकोनॉमी की ग्रोथ घटेगी
यह समझना जरूरी है कि 10 फीसदी टैरिफ 5 अप्रैल से लागू हो चुका है। रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल से लागू होगा। अगर 9 अप्रैल से पहले रेसिप्रोकल टैरिफ का कोई समाधान निकलता है तो इससे दुनिया राहत की सांस लेगी। अगर 9 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू हो जाता है तो इसका ग्लोबल ट्रेड पर बड़ा असर पड़ना तय है। जो देश अमेरिका को ज्यादा एक्सपोर्ट करते हैं उन पर ज्यादा असर पड़ेगा। इससे उन देशों में मेटल की मांग भी घटेगी। यह राहत की बात है कि अभी आयरन ओर की कीमतों में ज्यादा गिरावट नहीं है। अगर टैरिफ की वजह से ग्लोबल इकोनॉमी की ग्रोथ घटती है तो इसका असर मेटल की डिमांड पर पड़ेगा।
यह भी पढ़ें: Stock Market Fall: क्या मार्केट में आई इन 5 सबसे बड़ी गिरावट को आप भूल गए? मार्केट को चढ़ने से कोई रोक नहीं पाया
अमेरिकी इकोनॉमी के मंदी में जाने पर मेटल की डिमांड घटेगी
मेटल की डिमांड ग्लोबल इकोनॉमी की ग्रोथ से जुड़ी हुई है। ग्लोबल जीडीपी की ग्रोथ तेज होने पर मेटल की मांग बढ़ जाती है। ग्रोथ सुस्त पड़ने पर मेटल की मांग घट जाती है। माना जाता है कि ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से अमेरिकी इकोनॉमी मंदी में जा सकती है। अमेरिकी इकोनॉमी का मंदी में जाना कई देशों की इकोनॉमी पर असर डालेगा। इससे इंफ्रास्ट्रक्चर सहित कई सेक्टर पर खराब असर पड़ सकता है। इसके मेटल की मांग घटेगी।