अभी तक बाजार ने जिस थीम्स पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया उनमें इंफ्रा-रियल्टी का नाम भी शामिल है। लेकिन अब घरेलू इकोनॉमी के गति पकड़ने, सरकार की तरफ से इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस और इंफ्रा कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए निवेशकों का रुझान ऐसी कंपनियों की तरफ बढ़ रहा है जो प्योर इंफ्रा या प्योर रियल्टी न होकर इंफ्रास्ट्रक्चर और रियल्टी दोनों में एक्सपोजर रखती हैं। बाजार जानकारों का कहना है कि रियल्टी स्पेस में आ रही तेजी और इंफ्रास्ट्रक्चर के अपमूव का फायदा उठाने के लिए इंफ्रा-रियल्टी कंपनियों पर फोकस इस समय एक अच्छी रणनीति हो सकती है।
