US फेड की इसी हफ्ते होने वाली पॉलिसी मीट के पहले बाजार जानकारों का अनुमान है कि अमेरिका का केंद्रीय बैंक बढ़ती महंगाई की नकेल कसने के लिए ब्याज दरों में और बढ़त कर सकता है। Jefferies ग्लोबल हेड ऑफ इक्विटीज स्ट्रैटजी क्रिस वुड (Chris Wood) का मानना है कि ये अपने में काफी अहम होगा। उनका ये भी मानना है कि अगर उम्मीद के मुताबिक महंगाई और फेड की ब्याज दरों में बढ़त का दौर अपने पीक पर पहुंच पर थमते नजर आते हैं तो अमेरिका में ईयर एंड रैली भी आती नजर आ सकती है।
CNBC-TV18 को दिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मिड टर्म इलेक्शन के तुरंत बाद आने वाले खुदरा महंगाई के आंकड़ों को बेहतर बेस इफेक्ट का फायदा मिलने की उम्मीद है। ऐसे में अगर मिड टर्म कॉन्ग्रेसनल इलेक्शन के नतीजे बाजार की उम्मीद के अनुरूप रहते हैं तो अमेरिका में ईयर इंड रैली देखने को मिल सकती है।
तमाम चुनौतियों के बीच भारतीय बाजार मजबूत
भारतीय बाजार पर बात करते हुए क्रिस वुड ने कहा कि भारतीय स्टॉक मार्केट ने तमाम ग्लोबल चुनौतियों और ग्लोबल बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में की जा रही बढ़त के बीच जबरदस्त मजबूती दिखाई है।
उन्होंने आगे कहा कि एक शेयर बाजार के रूप में इस वर्ष भारत की सबसे बड़ी बात ये रही कि भारतीय बाजार ने अमेरिकी बाजारों में गिरावट के बावजूद मजबूती दिखाई। इस साल के पहले छह महीनों में भारतीय इक्विटी मार्केट में एफआईआई की तरफ से रिकॉर्ड बिक्री हुई। इसके साथ ही आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति में कड़ाई जारी रखी। इस सबके बावजूद भारतीय बाजार ने मजबूती दिखाई। ये बहुत ही बड़ी बात है।
भारतीय बाजर का सेटअप काफी अच्छा
क्रिस वुड का मानना है कि भारतीय बाजार का सेटअप काफी अच्छा नजर आ रहा है। पूरी दुनिया में छाई निराशा के बीच भारत हमें ये बताता है उसके घरेलू बाजार और इकोनॉमी की बुनियाद कितनी मजबूत है।
अमेरिका में सबसे अच्छा सेक्टर एनर्जी
अमेरिकी बाजार पर बात करते हुए क्रिस वुड ने कहा कि FAANG (Facebook, Amazon, Apple, Netflix, Google)जैसे शेयरों पर नजर रखने की जरूरत है। लेकिन इसके बावजूद अमेरिका में सबसे अच्छा सेक्टर एनर्जी ही लग रहा है।
इमर्जिंग के बारे में बात करते हुए, वुड ने कहा कि ग्लोबल इमर्जिंग मार्केट की बात करें तो निवेशकों को चीन में निवेश करना चाहिए क्योंकि यह बेंचमार्क का एक अहम हिस्सा है। लेकिन उन्होंने ये अनुमान भी व्यक्त किया कि आगे निवेशक चीन के अलावा दूसरे उभरते बाजारों में भी दिलचस्पी दिखाएंगे।
करेंसी रैली अपने अंतिम दौर में
यूएस डॉलर पर बात करते हुए क्रिस वुड ने कहा कि करेंसी रैली अपने अंतिम दौर में है। अगले साल अमेरिका मंदी में कदम रख सकता है। ये ऑयल की कीमतों के लिए एक बड़ी निगेटिव खबर होगी। उन्होंने ये भी उम्मीद जताई कि बाजार तेल को लेकर बुलिश रह सकता है।
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