शेयर मार्केट अपने बॉटम के करीब, अब बाहर रहना सबसे बड़ा जोखिम: देविना मेहरा

देविना मेहरा ने बताया कि लार्जकैप इंडेक्स जल्द रिकवर देखने को मिल सकती है। हालांकि स्मॉलकैप और माइक्रोकैप स्टॉक्स और उसके साथ पिछले बुल रैली के कुछ थीमैटिक निवेश, कमजोर प्रदर्शन कर सकते हैं। मेहरा ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे अपनी पोर्टफोलियो स्ट्रैटेजी का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करें और पुराने विनर्स के हाई पर लौटने का इंतजार न करें

अपडेटेड Mar 10, 2025 पर 6:36 PM
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देविना मेहरा ने कहा कि अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी से ऑटो एंसिलरी और फार्मा सेक्टर को चुनौती मिल सकती है

फर्स्ट ग्लोबल की फाउंडर, चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर, देवीना मेहरा का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार अब अपने बॉटम के करीब पहुंच चुका है, खासतौर से अगर हम लार्जकैप शेयरों की बात करें तो। ऐसे में इस समय बाजार से बाहर रहना सबसे बड़ा जोखिम साबित हो सकता है। 400 करोड़ रुपये से अधिक का फंड मैनेज करने वाली देविना ने हमारे सहयोगी CNBC-TV18 के साथ एक बातचीत में कहा, "कोई भी शेयर मार्केट का बिल्कुल सटीक बॉटम आपको नहीं बता सकता है, लेकिन हम उस जोन में जरूर आ चुके हैं। अब अगर आप बाहर रहते हैं, तो तेजी का मौका मिस कर सकते हैं।"

इतिहास भी यही बताता है बीते 40 सालों में, अगर कोई निवेशक बस 10 सबसे अधिक उछाल वाले दिन शेयर बाजार से दूर रहता है, तो उसके रिटर्न पर भारी असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि ये 10 सबसे अच्छे दिन आमतौर पर उस समय आते हैं, जब बाजार में डर और अनिश्चितता सबसे ज्यादा होती है।

देविना मेहरा ने बताया कि लार्जकैप इंडेक्स जल्द रिकवर देखने को मिल सकती है। हालांकि स्मॉलकैप और माइक्रोकैप स्टॉक्स और उसके साथ पिछले बुल रैली के कुछ थीमैटिक निवेश, कमजोर प्रदर्शन कर सकते हैं। मेहरा ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे अपनी पोर्टफोलियो स्ट्रैटेजी का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करें और पुराने विनर्स के हाई पर लौटने का इंतजार न करें।


किन सेक्टर्स में दिख रही है मजबूती?

मेहरा ने कहा कि वह इस समय आईटी, फार्मा, ऑटो कंपोनेंट, FMCG और केमिकल्स पर बुलिश हैं, क्योंकि ये सेक्टर लगातार मजबूती दिखा रहे हैं। वहीं एनर्जी, रियल एस्टेट और पेंट्स को लेकर वे सतर्क हैं। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में इस समय थीम के आधार पर नहीं, स्टॉक-आधारित अधिक हलचल दिख रही है।

क्या ऑटो एंसिलरीज और फार्मा पर टैरिफ का असर होगा? इस पर देविना मेहरा ने कहा कि अमेरिका की संभावित टैरिफ पॉलिसी से ऑटो एंसिलरी और फार्मा सेक्टर को चुनौती मिल सकती है। हालांकि इस जोखिम का कुछ हिस्सा कई शेयरों के भाव में पहले ही देखा जा चुका है। उन्होंने कहा कि ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी अक्सर अप्रत्याशित होती हैं और ज्यादातर नेगोशिएशन टूल की तरह इस्तेमाल की जाती हैं।

यूरोपीय बाजारों में तेजी के बावजूद मेहरा को मेटल सेक्टर से ज्यादा उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत के सीमित मेटल एक्सपोर्ट और ग्लोबल ट्रेड शिफ्ट्स के कारण यह सेक्टर कमजोर नजर आ रहा है।

यूरोप पर बढ़ा भरोसा

अमेरिकी शेयर बाजार ने एक दशक से भी ज्याादा समय तक बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन अब इसमें बदलाव हो सकता है। ट्रंप की नीतियों के कारण बदलाव की गति बढ़ रही है और मेहरा ने अमेरिका में निवेश कम करके और यूरोप में निवेश बढ़ाकर अपने ग्लोबल पोर्टफोलियो को एडजस्ट किया है।

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First Published: Mar 10, 2025 6:36 PM

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