Share Market Rally: भारतीय शेयर बाजारों में सोमवार 10 मार्च को शानदार तेजी देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से 550 अंकों की छलांग लगाकर 74,741.25 पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी भी अपने निचले स्तर 178.1 अंकों की बढ़त के साथ 22,676.75 के स्तर पर पहुंच गया। सबसे अधिक तेजी पावर और यूटिलिटी कंपनियों के शेयरों में दिखाई दी। मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि एशियाई शेयर बाजार से मजबूत संकेत और क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट से निवेशकों का मनोबल मजबूत हुआ है। इसके चलते बाजार में खरीदारी देखने को मिल रही है।
शेयर बाजार में तेजी के पीछे ये 4 वजहें प्रमुख रहीं
1. क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट
शेयर बाजार में आज की तेजी के पीछे सबसे बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दाम में आई गिरावट को बताया जा रहा है। ब्रेंट क्रूड का भाव अब 0.51 प्रतिशत गिरकर 70 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया है। अमेरिकी इकोनॉमी में सुस्ती आने की चिंताएं, अमेरिका के टैरिफ प्रस्तावओं को लेकर अनिश्चचतता और ओपेक+ देशों की ओर से उत्पादन बढ़ाने के फैसले के चलते क्रूड में गिरावट आई है। चूंकि भारत दुनिया के सबसे क्रूड खरीदारों में से एक है। ऐसे में यह गिरावट भारतीय बाजार के लिए एक पॉजिटिव संकेत लेकर आई। इससे ऑयल एंड गैस कंपिनयों के शेयरों में उछाल देखा गया। क्रूड सस्ता रहने से महंगाई का दबाव कम होता है और पेंट और टायर सहति तेल पर निर्भर तमाम इंडस्ट्रीज की लागत कम होती है, जिससे बाजार को फायदा होता है।
2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली रफ्तार में कमी
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली की रफ्तार में कमी के संकेत मिले हैं। शुक्रवार को FIIs ने 2,035.10 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वी के विजयकुमार ने बताया, "FIIs की बिकवाली मार्च में भी जारी है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में इसकी रफ्तार धीमी हुई है। 7 मार्च तक FIIs ने 24,753 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे, लेकिन अब यह दबाव कम हो रहा है।" उन्होंने यह भी बताया कि 2025 में FIIs की बिकवाली अब तक कुल 1,37,354 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है।
3. अमेरिकी टैरिफ में देरी
अमेरिका के टैरिफ प्रस्तावों पर कुछ राहत से भी ग्लोबल निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा पर लगाए जाने वाले टैरिफ को एक महीने के लिए टाल दिया है। इससे ग्लोबल ट्रेड को लेकर तनाव में कुछ कमी आई है।
4. एशियाई शेयर बाजारों में तेजी
एशियाई शेयर बाजारों में मजबूती के रुख से भी भारतीय शेयर बाजार को आज सपोर्ट मिला। साउथ कोरिया और जापान के शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। इससे पहले शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में भी तेजी देखने को मिली थी। हालांकि दूसरी ओर शंघाई और हांगकांग के शेयर बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
क्या कहता है टेक्निकल चार्ट?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, "हम फरवरी के आखिरी सप्ताह में देखे गए उच्च स्तर के करीब पहुंच रहे हैं, जिसके बाद एक गिरावट आई थी। 20-दिनों का सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) भी बहुत दूर नहीं है। शुक्रवार को देखा गया शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न अनिश्चतता या संभावित गिरावट का संकेत देता है। अगर बाजार 22,470 से नीचे गिरने से बचता है, तो 23,000 का लक्ष्य बरकरार रह सकता है। लेकिन अगर गिरावट आती है, तो 22,245 के सपोर्ट स्तर पर नजर रखना अहम होगा।"
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