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Stock Markets: क्रूड ऑयल की कीमतों में उछाल से क्रैश कर सकते हैं ये स्टॉक्स

क्रूड करीब 20 फीसदी तक उछल चुका है। अगर हॉर्मुज की खाड़ी का इस्तेमाल बंद हुआ तो क्रूड की कीमतें और चढ़ेगी। इससे उन कंपनियों के लिए उत्पादन लागत काफी बढ़ जाएगी, जो बतौर रॉ मैटेरियल क्रूड का काफी इस्तेमाल करती हैं

अपडेटेड Jun 23, 2025 पर 2:38 PM
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ऑयल मार्केटिंग कंपनियों, एयरलाइंस कंपनियों, पेंट्स कंपनियों, टायर कंपनियों और ऑटो कंपनियों पर क्रूड की कीमतों में उतारचढ़ाव का असर पड़ता है।

अब नजरें हॉर्मुज की खाड़ी पर टिकी हैं। दुनियाभर में क्रूड की 20 फीसदी सप्लाई हॉर्मुज के रास्ते से होता है। ईरान की ससंद ने इसे बंद का करने प्रस्ताव पारित कर दिया है। इससे क्रूड की कीमतें आसमान पर पहुंच सकती हैं। पहले ही क्रूड करीब 20 फीसदी तक उछल चुका है। निवेशकों को ऐसी स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। उन कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट हो सकती है जिनकी निर्भरता क्रूड ऑयल पर है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां, एयरलाइंस कंपनियां, पेंट्स कंपनियां, टायर कंपनिया, ऑटो कंपनियां, केमिकल और फर्टिलाइजर कंपनियां इसके उदाहरण हैं।

ऑयल मार्केटिंग कंपनियां

क्रूड की कीमतों में उतारचढ़ाव का सबसे ज्यादा ऑयल मार्केटिंग कंपंनियों पर पड़ता है। इनमें HPCL, BPCL और IOC शामिल हैं। इन कंपनियों के लिए क्रूड की कीमतों में उछाल का बोझ ग्राहकों पर डालना मुमकिन नहीं है। इसका असर यह होगा कि इनका मार्जिन काफी घट जाएगा। इससे ये कंपनियां लॉस तक में सकती है। ऐसा हुआ तो शेयरों में तेज गिरावट आएगी।

एविएशन कंपनियां


एयरलाइंस कंपनियों पर पहले से ही ईरान-इजरायल युद्ध का असर पड़ रहा है। पहले ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस बंद किया। अब ईरान और इजरायल का एयरस्पेस बंद है। इससे हवाई जहाजों को लंबे रूट का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। इससे एयरलाइंस कंपनियों की ऑपरेशनल कॉस्ट बढ़ गई है। क्रूड महंगा होने से Interglobe Aviation, SpiceJet और Global Vectra Helipad के शेयरों की बैंड बज सकती है।

पेंट्स कंपनियां

पेंट्स बनाने में क्रूड के डेरिवेटिव्स जैसे सॉल्वेंट्स और रेजिंस का इस्तेमाल होता है। क्रूड की कीमतें पढ़ने पर पेंट कंपनियों के लिए उत्पादन लागत बढ़ जाती है। एक अनुमान के मुताबिक, पेट्स के उत्पादन में रॉ मैटेरियल पर होने वाले खर्च की हिस्सेदारी 50-60 फीसदी तक है। इसका मतलब है कि Asian Paints, Berger Paints और Kansai Nerolac Paints को आगे दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

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ऑटो कंपनियां

कार सहित दूसरे व्हीकल्स के उत्पादन में ऐसी कई चीजों का इस्तेमाल होता है, जो अपने प्रोडक्ट्स के लिए बतौर रॉ मैटेरियल क्रूड या इससे जुड़े डेरिवेटिव्स का इस्तेमाल करती हैं। इनमें पेंट्स, टायर और प्लास्टिक से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं। पेट्स और टायर की कीमतें पढ़ने पर ऑटो कंपनियों के लिए उत्पादन की लागत बढ़ जाती है। आम तौर पर ऑटो कंपनियों बड़ी हुई कॉस्ट का बोझ ग्राहकों पर नहीं डालती हैं। इसका असर उनके मुनाफे पर पड़ता है। इसलिए अगर क्रूड महंग हुआ तो Maruti Suzuki, M&M, टाटा मोटर्स, Hyundai Motor और Eicher Motors के शेयरों में गिरावट दिख सकती है।

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