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कुछ महीनों में मार्केट्स के अच्छे दिन लौटने वाले हैं, जानिए मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा है

FIIs ने फरवरी के शुरुआती दो हफ्तों में FMCG, कैपिटल गुड्स कंपनियों और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियों के स्टॉक्स बेचे हैं। ऑयल एंड गैस स्टॉक्स में भी उन्होंने काफी बिकवाली की है। हालांकि, कुछ सेक्टर की कंपनियों में उन्होंने निवेश भी किया है

Rakesh Ranjanअपडेटेड Feb 21, 2025 पर 1:30 PM
कुछ महीनों में मार्केट्स के अच्छे दिन लौटने वाले हैं, जानिए मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा है
18 फरवरी को FIIs के रुख में बदलाव देखने को मिला। लगातार कई दिन तक बिकवाली करने के बाद उन्होंने 18 फरवरी को इंडियन मार्केट में खरीदारी की।

इंडियन मार्केट में विदेशी निवेशकों (एफएफआई) का निवेश घटकर 11 महीने के निचले स्तर पर आ गया है। फरवरी के मध्य में इंडिया में विदेशी निवेशकों के निवेश की वैल्यू 64.78 लाख करोड़ रुपये थी। मार्च 2024 के बाद यह इंडिया में एफआईआई के निवेश की सबसे कम वैल्यू है। सितंबर 2024 में इंडियन मार्केट में उनके निवेश की वैल्यू 77.96 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई थी। इसका मतलब है कि तब से उनके निवेश की वैल्यू 13.18 लाख करोड़ रुपये घट चुकी है। 2025 की शुरुआत से एफआईआई ने करीब 1.07 लाख करोड़ रुपये के स्टॉक्स बेचे हैं।

विदेशी निवेशकों की सबसे ज्यादा बिकवाली

FIIs ने फरवरी के शुरुआती दो हफ्तों में FMCG, कैपिटल गुड्स कंपनियों और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियों के स्टॉक्स बेचे हैं। ऑयल एंड गैस स्टॉक्स में भी उन्होंने काफी बिकवाली की है। हालांकि, कुछ सेक्टर की कंपनियों में उन्होंने निवेश भी किया है। टेलीकॉम में उन्होंने 2,337 करोड़ रुपये का निवेश किया है। हेल्थकेयर में 1,534 करोड़ रुपये निवेश किया है। IT स्टॉक्स में 693 करोड़ रुपये निवेश किया है। यह जनवरी से उनके रुख में आए बदलाव को दिखाता है। जनवरी में उन्होंने हेल्थकेयर सेक्टर में 4,300 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। आईटी में 6,400 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी।

विदेशी निवेशक की बिकवाली की वजह प्रॉफिट-बुकिंग

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