आज के कारोबारी सत्र में मणप्पुरम फाइनेंस (MANAPPURAM FIN), MGL, IGL और सिएट (CEAT) के शेयरों में काफी उठापटक देखने को मिल रही है। मणप्पुरम फाइनेंस 26.60 अंक यानी 15 फीसदी की कमजोरी के साथ 150.73 रुपए के स्तर पर दिख रहा है। वहीं, महानगर गैस (MGL) 238.20 रुपए यानी 13.52 फीसदी की गिरावट के साथ 1516.55 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है। IGL (Indraprastha Gas) भी 62.40 रुपए यानी 12.37 फीसदी की कमजोरी के साथ 444 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है। वहीं, सिएट (CEAT) 18.20 अंक यानी 0.63 फीसदी की गिरावट के साथ 2874 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है।
मणप्पुरम फाइनेंस (MANAPPURAM FIN): इस स्टॉक पर मॉर्गन स्टेनली ( MORGAN STANLEY) ने डाउनग्रेड कर इक्वलवेट की रेटींग दी है। शेयर का लक्ष्य घटाकर 170 रुपए प्रति शेयर कर दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि RBI के आशीर्वाद MFI पर एक्शन से मुनाफे पर असर संभव है। ब्रोकरेज ने कंपनी के FY25 के लिए कंसो अर्निंग्स अनुमान 20 फीसदी और FY26-27 के लिए 30 फीसदी घटा दिया है। ब्रोकरजे का ये भी कहना है कि नतीजों का अनुमान घटाने के बावजूद वैल्युएशन सस्ता है। शेयर में निवेशकों की रुचि बढ़ने में समय लग सकता है।
मणप्पुरम फाइनेंस पर जेफरीज (JEFFERIES) ने होल्ड रेटिंग देते हुए 167 रुपए प्रति शेयर का टारगेट दिया है। जेफरीज का कहना है कि आशीर्वाद MFI पर RBI की रोक से मणप्पुरम के नतीजों पर असर संभव है। आशीर्वाद MFI पर लोन सैंक्शन और डिस्बर्सल के लिए रोक लगी है। MFI लोन की अनवाइंडिग से नतीजों पर असर संभव है। आशीर्वाद में डिफॉल्ट का खतरा बढ़ सकता है। RBI की सख्ती के पेरेंट को कैपिटल डालना पड़ सकता है। ब्रोकरेज ने कंपनी का FY25-27 EPS अनुमान 11-19 फीसदी घटाया है। जेफरीज का कहना है कि शेयर पर दबाव बढ़ सकता है। शेयर FY26 के बुक वैल्यू के 0.9x पर है। इसमें सीमित गिरावट संभव है।
सरकार ने गैस आवंटन करीब 21 फीसदी तक घटाया। कंपनी ने कहा है कि आवंटन में कटौती से मुनाफे पर असर पड़ेगा मैनेजमेंट की स्टेकहोल्डर्स से इस मुद्दे पर बातचीत हो रही है। कारोबार पर कम असर आने को लेकर कदम उठाए जाएंगे।
सरकार ने CGD कंपनियों के लिए गैस आवंटन घटाया है। 16 अक्टूबर से ट्रांसपोर्ट CNG आवंटन 20 फीसदी तक घटाया गया है। आवंटन घटने से कंपनियों के मुनाफे पर असर संभव है। कंपनी ने कहा है कि घरेलू स्तर पर उत्पादित उच्च दाब उच्च तापमान गैस, ओएनजीसी से न्यू वेल/न्यू इंटरवेंशन गैस और बेंचमार्क से जुड़े लॉन्ग टर्म गैस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए गैस हासिल करने के विकल्प की तलाश की जाएगी।
सिटी गैस कंपनियों पर जेफरीज की राय
जेफरीज का कहना है कि CGD के APM गैस आवंटन में सरकार ने 12-15 फीसदी की कटौती की है। इस कमी की भरपाई स्पॉट/शॉर्ट टर्म LNG के जरिए संभव है। सरकार के इस फैसले से IGL, MGL और गुजरात गैस के मार्जिन पर असर संभव है। इनके मार्जिन में 3/3/2.3 रुपए प्रति scm का असर दिख सकता है। कंपनियां वॉल्यूम ग्रोथ के जरिए मार्जिन बचाने की कोशिश करेंगी। मार्केट आधारित गैस पर 50 फीसदी निर्भरता है। आवंटन में कटौती के बाद इस सेक्टर की डी-रेटिंग संभव है।
दूसरी तिमाही में कंपनी के नतीजे कमजोर रहे है। जिससे आज ये शेयर दबाव में है। इस अवधि में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 41.4 फीसदी घटकर 121.9 करोड़ रुपए पर रहा है। ये पिछले साल की समान अवधि में 208 करोड़ करोड़ रुपए पर रहा था। इस अवधि में कंपनी की आय 8.2 फीसदी बढ़कर 3,304.5 करोड़ रुपए पर रही है। जबकि एबिटडा 20.6 फीसदी घटकर 362.3 करोड़ रुपए और एबिटडा मार्जिन 14.9 फीसदी घटकर 11 फीसदी रही है।
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