आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के फंड मैनेजर चोकलिंगम नारायणन का कहना है कि बाजार में काफी ज्यादा लॉन्ग टर्म वैल्यू है। उन्होंने आगे कहा कि भारत की बैलेंस शीट काफी ठोस स्थिति में हैं। देश कॉर्पोरेट बैलेंस शीट काफी अच्छी स्थिति में है। इसको देखते हुए बाजार में K-आकार की रिकवरी देखने को मिल सकती है। भारत में लगातार ग्रोथ बने रहने के लिए एक अनुकूल माहौल है।
चोकलिंगम ने पीएमएस एआईएफ वर्ल्ड के 5वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में एक पैनल डिस्कशन के दौरान कहा कि कुल मिलाकर इस समय बाजार में बॉटम-अप निवेश (चुनिंदा क्वालिटी शेयरों में निवेश) के काफी अच्छे मौके हैं। इस समय निवेशकों को अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और प्रोफाइल को ध्यान में रखते हुए लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करना चाहिए।
बता दें कि बॉटम-अप निवेश रणनीति एक ऐसी निवेश रणनीति है जिसमे व्यक्तिगत स्टॉक का विश्लेषण करने पर फोकस होता है। इसमें मैक्रो इकोनॉमिक स्थितियों और मार्केट के महत्व पर जोर नहीं दिया जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो बॉटम-अप निवेश रणनीति में निवेशक किसी खास कंपनी और उसके फंडामेंटल्स पर फोकस करते हैं। जबकि टॉप डाउन निवेशक इंडस्ट्री और इकोनॉमी पर फोकस करते हैं।
पीएमएस एआईएफ वर्ल्ड हाई नेटवर्थ वाले व्यक्तियों और अनिवासी भारतीयों के लिए एक अल्टरनेट फोकस्ड इनवेस्टमेंट और वेल्थ प्लेट फार्म है।
लॉन्ग टर्म में होगी अच्छी कमाई
ग्रीन पोर्टफोलियो के सीईओ और को-फाउंडर दिवम शर्मा ने बाजार में निवेशकों की बढ़ती भागीदारी और सही वैल्यूशन चलते अगले एक से तीन सालों में भारतीय बाजार में जोरदार तेजी की भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा कि बाजार में नई और रोमांचक कंपनियों कदम रख रही हैं। निवेशकों की भागीदारी में बढ़त हो रही है और इसका वैल्यूएशन भी महंगा नहीं लग रहा है। ऐसे में हमारे बाजारों में आगे अच्छी ग्रोथ की संभावना है। शर्मा का यहा भी कहना कि इस समय छोटे-मझोले शेयरों में निवेश के लिए काफी अच्छे मौके हैं।
5जी, इंफ्रा, रक्षा और कई दूसरे सेक्टरों के स्मॉल और मिडकैप शेयरों में होगी कमाई
दिवम शर्मा के मुताबिक 5जी, इंफ्रा, रक्षा और कई दूसरे सेक्टरों की स्मॉल और मिडकैप कंपनियों में तेजी की उम्मीद है। बहुत सारा पैसा कमाना है तो इन पर दांव लगाएं। हालांकि, बाजार की तेजी के बीच निवेशकों को सावधानी भी बरतनी चाहिए। उन्होंने स्टॉक चयन में अनुशासन और गहन शोध के महत्व पर जोर दिया।
केमिकल शेयरों में कमाई के मौके
केमिकल सेक्टर पर बात करते हुए दिवम ने कहा कि चीन दुनिया भर में लगभग 1,100 अरब डॉलर के केमिकल का निर्यात कर रहा है, जबकि भारत लगभग 25 अरब डॉलर के केमिकल का निर्यात कर रहा है। अगर हमारा केमिकल निर्यात यहां से दोगुना होकर 50 या 75 अरब डॉलर भी हो जाता है तो हमों कई छोटी और मझोली कंपनियों की कमाई में अरबों डॉलर की बढ़त देखने को मिल सकती है।
महंगाई और भू-राजनैतिक तनाव से चिंता महंगे हो चुके शेयरों से बचें
बाजार को लिए संभावित जोखिमों पर बात करते हुए दिवम ने कहा कि भू-राजनैतिक तनाव से बड़ा खतरा है। ऐसे में पूरी तरह से मार्केट मोमेंटम पर आधारित महंगे वैल्यूएशन वाले शेयरों से दूर रहें।
एक्सिस म्यूचुअल फंड के हितेश जवेरी का कहना है कि भारतीय बाजार मौलिक रूप से बेहतर स्थिति में है। उन्होंने कैपिटल गुड्स, मिड-कैप आईटी, चुनिंदा एनबीएफसी, इंफ्रा, मैन्युफैक्चरिंग और डिफेंस शेयरों में ग्रोथ की मजबूत संभावना दिख रही है। हालांकि हितेश ज़वेरी को मार्केट के महंगे वैल्यूशन से चिंता है। इसके अलावा महंगाई और भू-राजनैतिक तनाव से भी उन्हें बाजार को खतरा दिख रहा है।
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