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Sugar Stocks 2 दिन में 12% तक टूटे, जानिए क्या है पूरा मामला

Dhampur Sugar के शेयर में 5 फीसदी गिरावट आने पर लोअर सर्किट लग गया। मंगलवार को भी यह शेयर 5 फीसदी गिरा था

अपडेटेड May 25, 2022 पर 7:53 PM
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इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने इंडिया में चीनी उत्पादन के अपने अनुमान को 3.1 करोड़ टन से बढ़ाकर 3.5 करोड़ टन कर दिया है।

Sugar Stocks में गिरावट का सिलसिला बुधवार (25 मई) को भी जारी रही। दोपहर 12:40 बजे Shree Renuka Sugars का शेयर 4.35 फीसदी, Avadh Sugar का शेयर 5 फीसदी और धामपुर शुगर का शेयर 5 फीसदी टूट चुका था।

Dhampur Sugar के शेयर में 5 फीसदी गिरावट आने पर लोअर सर्किट लग गया। मंगलवार को भी चीनी कंपनियों के शेयरों की खूब पिटाई हुई थी। दो दिन में चीनी कंपनियों के शेयर 12 फीसदी तक टूट चुके हैं। इससे चीनी कंपनियों के शेयरों के इनवेस्टर्स को तगड़ा झटका लगा है।

सरकार ने चीनी के एक्सपोर्ट के लिए सीमा तय कर दी है। यह सीमा 1 जून से लागू होगी। उसने घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों को कंट्रोल में करने के लिए ऐसा किया है। दरअसल, तेजी से बढ़ती महंगाई सरकार के लिए बड़ा सिरदर्द बन गई है। महंगाई को काबू में करने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। सरकार गेहूं के एक्सपोर्ट पर रोक लगा चुकी है। स्टील प्रोडक्ट्स पर एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी गई है।


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सरकार ने मंगलवार को चीनी के एक्सपोर्ट के लिए 100 लाख टन की सीमा तय कर दी। इसका मतलब है कि चीनी कंपनियां 100 लाख टन से ज्यादा चीनी का एक्सपोर्ट नहीं कर सकेंगी। एनालिस्ट्स का कहना है कि यह सीमा बहुत ज्यादा है। इससे चीनी मिलों को दिक्कत नहीं होगी। वे अपने ज्यादातर प्रोडक्शंस का एक्सपोर्ट कर सकेंगी।

ब्रोकरेज फर्म जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, "सरकार इनफ्लेश को कंट्रोल करने के लिए शुगर, खाद्य तेल और मेटल से जुड़े बड़े कदम उठा चुकी है। बड़ी कंपनियों पर सरकार के कदमों का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।" इंडिया दुनिया में चीनी का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। इंडिया से ज्यादा चीनी की उत्पादन सिर्फ ब्राजील में होता है।

पहले सरकार ने चीनी एक्सपोर्ट के लिए 80 लाख टन की सीमा तय करने का फैसला किया था। लेकिन, देश चीनी के ज्यादा उत्पादन को देखते हुए, उसने 100 लाख टन की सीमा तय की है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने इंडिया में चीनी उत्पादन के अपने अनुमान को 3.1 करोड़ टन से बढ़ाकर 3.5 करोड़ टन कर दिया है।

बुधवार को द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज का शेयर 8 फीसदी गिर गया। डालमिया भारत का शेयर 7 फीसदी टूट गया। त्रिवेणी इंजीनियरिंग का शेयर 6 फीसदी गिर गया। मंगलवार को रेणुका शुगर का शेयर 4 फीसदी से ज्यादा टूटा था। अवध शुगर का शेयर करीब 6 फीसदी टूटा था। धामपुर शुगर का स्टॉक 5 फीसदी गिरा था। बलरामपुर का स्टॉक 6 फीसदी से ज्यादा टूट गया था। मगध शुगर का स्टॉक 5 फीसदी से ज्यादा फिसला था। इस तरह दो दिन में चीनी कंपनियों के शेयरों में 12 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है।

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