Suzlon Energy Share: 50 रुपये तक गिरेगा सुजलॉन का शेयर? जानिए ब्रोकरेज ने बेचने की क्यों दी सलाह

ब्रोकरेज ने Suzlon Energy के शेयर के लिए अगले 24 महीनों के लिए 50 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। कंपनी के शेयरों में आज 30 अक्टूबर को 1.07 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक BSE पर 68.15 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। पिछले एक साल में इस शेयर ने 116 फीसदी का रिटर्न दिया है

अपडेटेड Oct 30, 2024 पर 9:49 PM
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Suzlon Energy Shares: सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयर पिछले कुछ समय से दबाव में हैं।

Suzlon Energy share: सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयर पिछले कुछ समय से दबाव में हैं। पिछले एक महीने में इस स्टॉक में करीब 15 फीसदी की गिरावट आई है। कई ब्रोकरेज फर्म इस शेयर पर बुलिश नजर आ रहे हैं। हालांकि, वेंचुरा सिक्यूरिटीज ने इस शेयर को बेचने की सलाह दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि सुजलॉन एनर्जी एक बेहतरीन बिजनेस है, लेकिन इसकी कीमत बहुत अच्छी नहीं है। ब्रोकरेज ने इस शेयर के लिए अगले 24 महीनों के लिए 50 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। कंपनी के शेयरों में आज 30 अक्टूबर को 1.07 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक BSE पर 68.15 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। पिछले एक साल में इस शेयर ने 116 फीसदी का रिटर्न दिया है।

ये ब्रोकरेज हैं Suzlon Energy पर बुलिश

दूसरी ओर, कई अन्य ब्रोकरेज फर्मों को सुजलॉन के शेयरों में तेजी की उम्मीद है। जेएम फाइनेंशियल ने अगले 12 महीनों के लिए सुजलॉन एनर्जी पर 81 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इसके अलावा, नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अगले 12 महीनों के लिए 67 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है।


वेंचुरा ने कहा, "हम 50 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ बेचने की सिफारिश जारी करते हैं, जो 69 के मौजूदा मूल्य से 27.5 फीसदी की गिरावट दिखाता है। सुजलॉन की लीडिंग मार्केट पोजिशन और हाल ही में हुई रिकवरी के बावजूद मौजूदा स्टॉक प्राइस कैश फ्लो जनरेशनल, एग्जीक्यूशन और ओवरवैल्यूएशन से संबंधित जोखिमों को पर्याप्त रूप से रिफ्लेक्ट नहीं करता है।"

क्या है ब्रोकरेज फर्म की राय?

घरेलू ब्रोकरेज ने कहा कि भारत के विंड टर्बाइन सेक्टर में 32 फीसदी बाजार हिस्सेदारी और फुली इंटीग्रेटेड ऑपरेशनल मॉडल के साथ सुजलॉन एनर्जी ने वित्त वर्ष 2006 के बाद पहली बार वित्त वर्ष 24 तक नेट कैश पोजिशन में वापसी की है। कंपनी ने कई वर्षों के वित्तीय संकट के बाद सफलतापूर्वक वापसी की है, जिसे एसेट्स की बिक्री, डेट रिस्ट्रक्चरिंग और फेवरेबल इंडस्ट्री से सपोर्ट मिला है।

ब्रोकरेज ने कहा कि मजबूत ऑर्डर बुक के साथ, जो कि आइनॉक्स विंड के साथ-साथ बढ़ी है, विंड टर्बाइन बाजार में वित्त वर्ष 2017 के बाद से सुस्ती के बाद फिर से उछाल देखने को मिल रहा है। इसके अलावा, कंपटीशन में कमी आई है क्योंकि प्रमुख कंपनी इस सेक्टर से बाहर निकल गए हैं, जिससे सुजलॉन एनर्जी और आइनॉक्स प्रमुख प्लेयर बनकर रह गए हैं जो बाजार के अधिकांश हिस्से पर कब्जा करने के लिए तैयार हैं।

वेंचुरा को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 24-27 के दौरान सुजलॉन एनर्जी का रेवेन्यू 47.6 फीसदी बढ़कर 20,987 करोड़ रुपये, Ebitda 47.5 फीसदी बढ़कर 3,304 करोड़ रुपये और नेट अर्निंग 66.2 फीसदी बढ़कर 3,030 करोड़ रुपये हो जाएगी, जो सालाना चक्रवृद्धि होगी।

वेंचुरा ने कहा, "Ebitda मार्जिन 15.7 फीसदी पर स्थिर रहने की उम्मीद है, जबकि शुद्ध मार्जिन 432 बीपीएस बढ़कर 14.4 प्रतिशत होने का अनुमान है। सुजलॉन एनर्जी ने किसी तरह नेट डेट-फ्री बैलेंस शीट बनाए रखने और सकारात्मक FCFF जनरेट करने में कामयाबी हासिल की है।" ब्रोकरेज ने कहा कि इससे बैलेंस शीट की मजबूती बढ़ने और प्रमुख फाइनेंशियल मीट्रिक में सुधार होने की उम्मीद है।

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