सुजलॉन के शेयरों में आ सकती है 30% की तेजी, दिग्गज ब्रोकरेज ने दी 'Buy' रेटिंग, 4% उछला भाव

Suzlon Energy Shares: सुजलॉन एनर्जी के शेयर बुधवार 14 मई को शुरुआती कारोबार में 3 फीसदी से अधिक उछल गए। यह लगातार तीसरे दिन है जब कंपनी के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई है। पिछले 5 में से 3 कारोबारी दिन यह शेयर हरे निशान में बंद हुआ है। सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में आई हालिया तेजी ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट के बाद आई है

अपडेटेड May 14, 2025 पर 12:08 PM
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Suzlon Energy Shares: साल 2025 में अब तक इस शेयर में करीब 8.5% की गिरावट आई है

Suzlon Energy Shares: सुजलॉन एनर्जी के शेयर बुधवार 14 मई को शुरुआती कारोबार में 4 फीसदी से अधिक उछल गए। यह लगातार तीसरे दिन है जब कंपनी के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई है। पिछले 5 में से 3 कारोबारी दिन यह शेयर हरे निशान में बंद हुआ है। सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में आई हालिया तेजी ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट के बाद आई है। मोतीलाल ओसवाल ने सुजलॉन के शेयरों पर अपनी 'Buy' की रेटिंग दोहराई है और इसका टारगेट प्राइस 75 रुपये प्रति शेयर तय किया है।

यह इस शेयर में मौजूदा स्तर से लगभग 30% की बढ़त की संभावना को दिखाता है। मंगलवार के क्लोजिंग प्राइस के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है।

मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सरकार ने हाल ही में 'रिवाइज्ड लिस्ट ऑफ मॉडल्स एंड मैन्युफैक्चरिंग (RLMM)' के ड्राफ्ट नोटिफिकेशन में घरेलू कंपोनेंट्स को अनिवार्य बनाने का प्रस्ताव रखा है। यह कदम सुजलॉन के लिए मीडियम और लॉन्गटर्म के लिहाज से फायदेमंद साबित हो सकता है।


रिपोर्ट के अनुसार, पावर प्रोजेक्ट डेवलपर्स सरकार से इस प्रस्ताव को लागू करने के लिए कुछ समय की मांग कर सकते हैं। लेकिन अधिकांश मार्केट एक्सपर्ट्स को भरोसा है कि यह मसौदा जल्द ही मंजूर किया जाएगा।

दो बड़े असर

मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, इस ड्राफ्ट नोटफिकेशन के मंजूर होने के बाद दो बड़े देखने को मिल सकते हैं-

1. अगर मसौदा मंजूर होता है तो मीडियम टर्म में कॉम्पिटीशन में कमी आ सकती है, जिससे घरेलू कंपनियों को राहत मिलेगी।

2. भारतीय OEMs (ओरिजन इक्विपमेंट्स मैन्युफैक्चरर्स) फिलहाल केवल 50-60% नए ऑर्डर्स पर काबिज हैं। ऐसे में सुजलॉन की इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्षमता उसे बाजार में और हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद कर सकती है।

EPC ऑर्डर बुक में बढ़ोतरी की रणनीति

सुजलॉन अब अपने EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) सेगमेंट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर फोकस कर रही है। फिलहाल उसके कुल ऑर्डर बुक इस सेगमेंट की हिस्सेदारी 20% है, जिसे कंपनी ने मध्यम अवधि में 50% तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। इससे कंपनी को डिलीवरी में बेहतर नियंत्रण और स्पष्टता मिल सकेगी।

मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, सुजलॉन एनर्जी अभी FY27 की अनुमानित कमाई के 24 गुना वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रही है, और हालिया करेक्शन के बाद इसके वैल्यूएशन आकर्षक लगते हैं।

दोपहर 12 बजे के करीब, सुजलॉन एनर्जी के शेयर एनएसई पर 4.22 फीसदी की तेजी के साथ 60.03 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। पिछले एक महीने में यह शेयर अब तक 10.41 चढ़ चुका है। हालांकि साल 2025 में अब तक इसमें करीब 8.5% की गिरावट आई है।

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Vikrant singh

Vikrant singh

First Published: May 14, 2025 12:08 PM

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