Suzlon shares: सुजलॉन के शेयरों में 42% की आ सकती है तेजी, मोतीलाल ओसवाल ने इस कारण लगाया दांव

Suzlon Energy shares: रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में मौजूदा स्तर से करीब 42 फीसदी तक की तेजी आ सकती है। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने अपनी एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया है। ब्रोकरेज की रिपोर्ट के बाद सुजलॉन के शेयरों में आज 1 सितंबर को 2% से अधिक की तेजी देखने को मिली

अपडेटेड Sep 01, 2025 पर 12:53 PM
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Suzlon Energy shares: मोतीलाल ओसवाल ने सुजलॉन के शेयरों के लिए 80 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है

Suzlon Energy shares: रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में मौजूदा स्तर से करीब 42 फीसदी तक की तेजी आ सकती है। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने अपनी एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया है। ब्रोकरेज की रिपोर्ट के बाद सुजलॉन के शेयरों में आज 1 सितंबर को 2% से अधिक की तेजी देखने को मिली। सुबह 9.45 बजे के करीब, कंपनी के शेयर 1.93 फीसदी की तेजी के साथ 57.52 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे।

मोतीलाल ओसवाल ने सुजलॉन के शेयरों पर अपनी "खरीदारी" (Buy) की राय बरकरार रखी है और इसके लिए 80 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है।

रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में बढ़ती संभावनाएं

ब्रोकरेज का मानना है कि सुजलॉन एनर्जी सरकारी नीतियों से मिलने वाले सपोर्ट, स्थानीय सप्लाई चेन की मजबूती, इन-हाउस रिसर्च एंड डेवलपमेंट और बेहतर एक्जिक्यूशन जैसे पहलुओं के चलते अपनी भारतीय और ग्लोबल राइवल कंपनियों के मुकाबले मजबूत स्थिति में है।


हाल ही में मोतीलाल ओसवाल ने कंपनी के CEO जेपी चालसानी के साथ बातचीत की। चालसानी ने कहा कि उनका कार्यकाल किसी तय समय सीमा से बंधा नहीं है और वे कंपनी को लंबी अवधि में और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हालांकि, कंपनी के चीफ फाइनेंस ऑफिसर (CFO) हिमांशु मोदी ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जो पिछले चार साल से इस पद पर थे

घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा

सुजलॉन के CEO ने यह भी कहा कि विंड टरबाइन जेनरेटर मैन्युफैक्चरिंग के लिए सरकार की Approved List of Models and Manufacturers (ALMM) नीति भारत को आयात पर निर्भरता से बाहर निकालने की दिशा में पहला कदम हो सकती है। आने वाले समय में सरकार अपने लोकलाइजेशन आदेश के दायरे को और आगे बढ़ा सकती है।

मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि इस कदम से घरेलू मैन्युफैक्चरिंग में निवेश बढ़ेगा, सप्लाई चेन मजबूत होगी और सुजलॉन जैसी भारतीय कंपनियों को बड़ा फायदा मिलेगा।

वैल्यूएशन और भविष्य की तस्वीर

मोतीलाल ओसवाल ने सुजलॉन के शेयर को वित्त वर्ष 2027 की अनुमानित प्रति शेयर आय (EPS) के 35 गुना प्राइस-टू-अर्निंग मल्टीपल पर वैल्यू किया है। यह कंपनी के पिछले दो साल के औसत फॉरवर्ड P/E मल्टीपल 27 गुना से थोड़ा ज्यादा है। ओसवाल का मानना है कि कंपनी की एक्जिक्यूशन और अर्निंग्स अभी तेज रफ्तार पकड़ रही है, इसलिए इसे प्रीमियम वैल्यू मिलना जायज है।

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