Swiggy QIP: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म और क्विक कॉमर्स कंपनी स्विगी के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) को देश के टॉप म्यूचुअल फंड्स का तगड़ा रिस्पांस मिला। मनीकंट्रोल को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक देश के चार म्यूचुअल फंड्स- एसबीआई म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड समेत अन्य संस्थागत निवेशकों से स्विगी के ₹10 हजार करोड़ के क्यूआईपी को 4 गुना से अधिक यानी करीब ₹40 हजार करोड़ की बोली मिली है। स्विगी का यह क्यूआईपी पिछले साल नवंबर 2024 में इसका ₹11327 करोड़ का आईपीओ आने के करीब एक साल के बाद आया है। इस इश्यू के लिए फ्लोर प्राइस प्रति शेयर ₹390.51 फिक्स किया गया है।
Swiggy QIP के पैसे कैसे होंगे खर्च?
₹4475 करोड़ यानी स्विगी के क्यूआईपी का एक बड़ा हिस्सा स्विगी के डार्क स्टोर्स और वेयरहाउसेज समेत क्विक कॉमर्स फुलफिलमेंट नेटवर्क पर खर्च होंगे। स्विगी की योजना अपना फुलफिलमेंट फुटप्रिंट 30 नवंबर 2025 को 50 लाख स्क्वेयर फीट से बढ़ाकर दिसंबर 2028 तक 67 लाख स्क्वेयर फीट तक ले जाने की है।
स्विगी के क्यूआईपी के ₹985 करोड़ टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रा पर खर्च होंगे। फाइलिंग के मुताबिक स्विगी का मौजूदा क्लाउड सर्विसेज एग्रीमेंट फरवरी 2026 में एक्सपायर होगा और कंपनी ने छह वर्षों में ₹1820 करोड़ की प्रस्तावित क्लाउड प्रतिबद्धता को लेकर नॉन-बाइंडिंग एग्रीमेंट किया है।
साथ ही ₹2340 करोड़ मार्केटिंग और बिजनेस प्रमोशन पर खर्च होंगे। कंपनी ने खुलासा किया है कि यह पहले ही दिसंबर 2025-नवंबर 2027 के लिए मार्केटिंग एजेंसीज को पहले ही ₹1961 करोड़ के पर्चेज ऑर्डर्स जारी कर चुकी है।
क्यूआईपी के जरिए जुटाया गया 25% फंड इनऑर्गेनिक ग्रोथ और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे। अभी तक कंपनी ने किसी अधिग्रहण की योजना को लेकर खुलासा तो नहीं किया है। जिन पैसों का इस्तेमाल नहीं होगा, उन्हें डेट म्यूचुअल फंड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज और बैंक डिपॉजिट्स में रखा जाएगा और क्रिसिल रेटिंग को हर तिमाही फंड के इस्तेमाल को ट्रैक करने के काम पर रखा गया है।
अब तक कैसी रही शेयरों की चाल?
ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म और क्विक कॉमर्स कंपनी स्विगी के शेयरों की घरेलू स्टॉक मार्केट में पिछले साल 13 नवंबर 2025 को एंट्री हुई थी। इसके ₹11,327 करोड़ के आईपीओ के तहत निवेशकों को ₹390 के भाव पर शेयर जारी हुए थे। लिस्टिंग के दिन इसकी 7% प्रीमियम पर एंट्री हुई थी। अगले महीने 23 दिसंबर 2024 को यह ₹617.00 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था। इस रिकॉर्ड हाई से यह पांच ही महीने में 51.86% टूटकर 13 मई 2025 को ₹297.00 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया था। फिलहाल बीएसई पर यह 1.29% की बढ़त के साथ 403.10 के भाव पर है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।